लखनऊ: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन में मदद की गुहार लेकर गए बीजीपी नेता के साथ मुख्यमंत्री आवास से लीक हुए प्रार्थना पत्र के जरिये 50 हजार की ठगी की गई. ठगी होने के बाद पीड़ित ने सीएम हेल्पलाइन 1076 में शिकायत भी की, लेकिन 40 दिन बाद भी कार्रवाई न होते देख पीड़ित ने सीएम योगी से शिकायत की. इसके बाद हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज हो सकी.
CM आवास में सचिव ने लिया एप्लिकेशन, 8वें दिन आई कॉल: सिद्धार्थनगर के टंडिया बाजार के रहने वाले शंभु प्रसाद पांडेय पिछले 46 सालों से बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने सीएम आवास में होने वाले जनता दर्शन में 27 अप्रैल को अपने बेटे की नौकरी के लिए वहां मौजूद सीएम के सचिव को पत्र दिया था. पत्र देने के 8 दिन बाद उन्हें सचिवालय से कॉल की गई और बताया गया कि उन्होंने जो सीएम दरबार में पत्र में अनुरोध किया था, वह काम हो गया है जल्द से जल्द सीएम आवास आ जाइए. लेकिन जब वो लखनऊ सीएम आवास पहुंचे तो उन्हें सचिवालय के 8 नंबर गेट पर बुलाया गया और वहां उनसे उनके बेटे के दस्तावेज लेकर कहा गया कि आप बीजेपी कार्यकर्ता है इसलिए इस काम के लिए 50 हजार रुपये दे दीजिए, काम हो जाएगा.
जनता दरबार में दिया गया पत्र लगा जालसाज के हाथ: पीड़ित बीजेपी कार्यकर्ता शंभु प्रसाद के मुताबिक, सचिवालय से कॉल करने वाले व्यक्ति द्वारा पैसे मांगने पर उन्होंने देने में असमर्थता जाहिर की औऱ घर लौट गए. उन्होंने बताया की घर लौटने के बाद कई बार सच वाले कर्मी ने उन्हें फोन किया तो 2 दिन बाद बेटा ₹45000 लेकर लखनऊ में उसी सचिवालय कर्मी सचिवालय के 8 नंबर गेट के पास उसको दे आया और कहा कि जब नौकरी लग जाएगी तो बाकी के 5000 दे दीजिएगा.
पीड़ित ने बताया कि बेटे की नौकरी तो नहीं लगी लेकिन 30 मई को उसी व्यक्ति का फिर कॉल आया और कहा गया कि एक कागज में बेटे के साइन रह गए है लखनऊ आ जाइये. जिसके बाद लखनऊ पहुंचने पर फिर से कागज पर बेटे से साईन कराए गए और 5000 रुपये मांगे गए. जिस पर उसे ऑनलाइन पैसे भेज दिए गए. उसके बाद उस व्यक्ति का नम्बर बंद जा रहा था.
सीएम हेल्पलाइन से भी नहीं मिली मदद: पीड़ित के मुताबिक, खुद के साथ हुई ठगी का एहसास होते ही उन्होंने सीएम हेल्पलाइन 1076 पर शिकायत की थी लेकिन 40 दिन बीत बीतने के बाद भी उनकी किसी भी प्रकार की मदद नहीं हो सकी और भरोसा दिलाया गया कि जल्द से जल्द जालसाज को पकड़ा जाएगा. जिसके बाद उन्होने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगाई है. सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आते ही लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
सीएम आवास में मौजूद जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग: पीड़ित के मुताबिक, वह पिछले 46 साल से बीजेपी से जुड़ा हुआ है और इसी आशा के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ के पास बेटे की नौकरी के लिए गया था लेकिन वहीं पर उनके साथ ठगी कर ली गईं. उन्होंने कहा, जिस पत्र को उन्होंने सचिव को दिया था वह जालसाज के पास कैसे पहुंचा इसकी भी जांच होनी चाहिए.
लखनऊ में बीजेपी कार्यकर्ता से ठगी को लेकर हजरतगंज पुलिस ने कहा कि पीड़ित शंभु प्रसाद पांडेय की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 व 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मोबाइल नंबर व सचिवालय में लगे सीसीटीवी के जरिये आरोपी युवक की तलाश की जा रही है.
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