नई दिल्ली : विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि ब्रिटेन ने वहां जाने वाले भारतीयों के लिए कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन को मान्यता न देने की समस्या का समाधान निकालने का आश्वासन दिया है. मंगलवार को यहां पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोविशील्ड को मान्यता नहीं देना, उनकी एक भेदभाव से पूर्ण पॉलिसी है तथा ब्रिटेन जाने वाले भारतीय नागरिकों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है.
विदेश मंत्री ने ब्रिटेन के नए विदेश सचिव एलिजाबेथ ट्रुस के समक्ष इस मुद्दे को मजबूती से उठाया है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिये जाने का उन्हें आश्वासन दिया गया है.
उधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने ब्रिटेन की नवनियुक्त विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रुस (Elizabeth Truss) के साथ अपनी बैठक के दौरान कोविड-19 संबंधी पृथकवास के मामले के जल्द समाधान का आग्रह किया.
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विदेश मंत्री जयशंकर ने रोडमैप 2030 की प्रगति पर भी चर्चा की और व्यापार पक्ष में उनके योगदान की सराहना की. दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान और इंडो-पैसिफिक के घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
मंत्री जयशंकर यूएनजीए के 76वें सत्र में भाग लेने और विभिन्न विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए न्यूयॉर्क में हैं.
बता दें कि नए यात्रा नियमों के अनुसार, यूके की यात्रा करने वाले भारतीय, जिन्होंने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) कोविशिल्ड की दोनों खुराक प्राप्त की हैं, उन्हें गैर-टीकाकरण माना जाएगा और उन्हें 10 दिनों के लिए पृथकवास में रहना पड़ेगा.
भारत में अगले महीने लागू होने वाले नए नियमों पर टिप्पणी करते हुए, नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन इस मुद्दे पर भारत के साथ जुड़ा हुआ है और जल्द ही अंतरराष्ट्रीय यात्रा को फिर से खोलने के लिए प्रतिबद्ध है.