नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में जासूसी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. आरोपित की पहचान नवीन पाल के तौर पर हुई है. आरोपी कॉन्ट्रैक्ट पर मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स से जुड़ा हुआ था. आईबी के इनपुट के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि हिंदुस्तान की कई खुफिया जानकारियां और दस्तावेज आरोपी ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को भेजा है. उसके डिजिटल गैजेट्स चेक किये जा रहे हैं.
एफआईआर में यह बात आई सामने: पुलिस को पता चला कि गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में रहने वाला नवीन पाल सोशल मीडिया पर एक संदिग्ध महिला के संपर्क में है. पुलिस को यह भी पता चला कि वह मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स में बतौर एमटीएस नौकरी करता है. उसने महिला से सूचनाओं का आदान प्रदान किया है. ये सब गोपनीय दस्तावेज थे जिससे अन्य राष्ट्रों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध भी प्रभावित होने की आशंका थी. इस सूचना को बड़े अधिकारियों से साझा किया गया. उसके बाद मुखबिर की सूचना पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी से गहनता से पूछताछ की गई तो उसने विस्तृत जानकारी साझा की. उसके पास से एक एप्पल मोबाइल फोन बरामद किया गया है, जिसमें संदिग्ध व्हाट्सएप बरामद हुए हैं. इसके अलावा उसके मोबाइल से सस्पिशियस क्रेडिट एंट्री भी पाई गई है. वह एक व्हाट्सएप नंबर पर कॉल भी किया करता था. इसके अलावा वीडियो कॉल के जरिए भी बात होती थी. एफआईआर के मुताबिक उसने रुपये के लालच में आकर दस्तावेज व्हाट्सएप के जरिए भेजे थे. यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है जिसको लेकर पुलिस काफी गंभीर है. नवीन पाल पर शासकीय गुप्त अधिनियम 1923 की धारा 3,5 और 9 के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 66f के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
बता दें कि इस पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है. केंद्रीय एजेंसी भी इस मामले में गाजियाबाद पुलिस के संपर्क में है. मामला कराची से संबंधित गया है क्योंकि दस्तावेज से संबंधित बातचीत में महिला के साथ कराची का जिक्र भी होना पाया गया है. इस खुलासे के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या हनी ट्रैप का कोई जाल बिछाकर भारत में इसी तरह की साजिश की प्लानिंग की जा रही है. ऐसे तमाम सवाल हैं जो खुफिया एजेंसी के सामने है.