कोलकाता: बांकुरा जिले में राशन कार्ड में गलत नाम दर्ज होने के बाद अनोखे अंदाज में विरोध जताने पर आखिरकार विभाग ने नाम सुधार कर दिया है. खाद्य विभाग ने वादे के मुताबिक राशन कार्ड में श्रीकांत कुमार का नाम सही कर दिया है (Following unique protest Kutta becomes Dutta).
दरअसल राशन कार्ड में श्रीकांति कुमार दत्ता के बजाय श्रीकांति कुमार 'कुत्ता' लिख दिया गया था. इस पर श्रीकांत कुमार ने बीडीओ के सामने 'भौंक' कर विरोध जताया था.
गौरतलब है कि बांकुड़ा-2 प्रखंड के केशियाकोल गांव निवासी श्रीकांतिकुमार दत्ता ने विरोध का एक अनोखा तरीका चुना था. अपना सरनेम ठीक करवाने के लिए वह सरकारी अधिकारी के सामने कुत्ते की तरह 'भौंके' थे. ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियो में उन्हें बांकुड़ा-2 ब्लॉक के ज्वाइंट बीडीओ के पीछे उस अंदाज में जाते देखा गया था.
संयोग से पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुआरे सरकार (Duare Sarkar) योजना शुरू की थी. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कहा था कि यह कैंप साल में तीन बार लगेगा. इस वर्ष का तीसरा शिविर विभिन्न जिलों में चल रहा है. बांकुड़ा-2 प्रखंड के ऐसे ही एक शिविर में श्रीकांतिकुमार के विरोध जताने के प्रकरण का किसी ने वीडियो बना लिया, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
प्रकरण सामने आने के बाद कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि किसी इंसान के नाम पर ऐसी बड़ी गलती कैसे हो सकती है? कुछ लोग सरकारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली को दोष देते हैं.वहीं, श्रीकांतिकुमार के विरोध करने के तरीके को कई लोगों ने सलाम किया है.
कई बार नाम गलत होने से परेशान थे दत्ता : हालांकि, उस व्यक्ति ने उस दिन शिकायत की कि वह काफी समय से राशन कार्ड के नाम को लेकर व्यावहारिक रूप से परेशान हो रहा है. शुरू में पहला नाम गलत आया और हर बार जब वह सुधार के लिए गया तो कुछ न कुछ गलत था. पहली बार उनका उपनाम 'मंडल' आया जिसे उन्होंने दुआरे के सरकारी शिविर में सुधरवाया. लेकिन इस बार संशोधित राशन कार्ड में नाम सिर्फ 'श्रीकांति' छपा. इस पर उसे फिर से सुधार के लिए जाना पड़ा. अंत में जब 'दत्ता' के बजाय उनका उपनाम 'कुत्ता' लिखा गया तो उन्होंने अपना आपा खो दिया. उन्होंने अजीबोगरीब तरीके से विरोध करने का फैसला किया. उनके विरोध जताने के बाद सरकार ने पुन: संशोधित दस्तावेज जारी किया. दो दिन के अंदर इसे ठीक करने का आश्वासन दिया गया था. अंत में दो दिनों के भीतर श्रीकांति को सही उपनाम वाला राशन कार्ड मिल गया.
नाम सही होने पर दत्ता खुश, मीडिया का अदा किया शुक्रिया : दत्ता अब खुश हैं. उनके मुताबिक उनके जैसे कई लोग हैं जिन्हें इस तरह की समस्या होती है. दत्ता का कहना है कि कागजात दुरुस्त कराने में वे मायूस भी हुए. उन्होंने कहा कि अगर सभी समस्याओं का समाधान हो जाए तो उन्हें और ज्यादा खुशी होगी. साथ ही उन्होंने अपनी समस्या को उजागर करने के लिए मीडिया को धन्यवाद दिया.
पढ़ें- पश्चिम बंगाल: जब राशन कार्ड में दत्ता बन गया 'कुत्ता', तो अफसर के सामने 'भौंकने' लगा शख्स