यूरोप/ऑस्ट्रेलिया : दुनिया भर के देशों ने कोरोना वायरस की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित भारत को ऑक्सीजन संकेंद्रक, वेंटिलेटर और जीवन रक्षक दवाओं समेत अत्यावश्यक चिकित्सकीय सामग्री मुहैया कराने के प्रयास तेज कर दिए हैं. संकट से निपटने के लिए कई देशों ने भारत की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है. इनमें कई यूरोपीय देश (नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड) समेत ऑस्ट्रेलिया भारत को अत्यावश्यक चिकित्सकीय सामग्री मुहैया करवा रहा है.
स्विट्जरलैंड ने भारत को पहुंचाई मदद
महामारी के इस मुश्किल वक्त में दुनिया के कई देश भारत की मदद कर रहे हैं. अब इसमें स्विट्जरलैंड का भी नाम जुड़ गया है. स्विट्जरलैंड से मेडिकल विमान आज (शुक्रवार) को 600 ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर, 50 वेंटिलेटर और दवाएं समेत दूसरे चिकित्सा उपकरण के साथ भारत पहुंचा है. इसी के साथ स्विट्जरलैंड ने इस कोरोना संकट के चुनौतीपूर्ण समय में भारत के साथ मजबूती से खड़े होने की भी बात कही है.
नीदरलैंड ने बढ़ाया मदद का हाथ
वहीं, भारत कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से बुरी तरह जूझ रहा है. कोरोना संकट के बीच चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी के चलते भी देश को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में नीदरलैंड ने भारत की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है. नीदरलैंड से मेडिकल विमान आज (शुक्रवार) को 100 ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर, 449 वेंटिलेटर और दवाएं समेत दूसरे चिकित्सा उपकरण के साथ भारत पहुंचा है.
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ऑस्ट्रेलिया की ओर से 4.1 करोड़ डॉलर की चिकित्सकीय सहायता
इसी तरह ऑस्ट्रेलिया के राज्य विक्टोरिया ने कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को मदद के रूप में बृहस्पतिवार को 1,000 वेंटिलेटर, चिकित्सा उपकरण के साथ 4.1 करोड़ डॉलर मूल्य की चिकित्सकीय सहायता सामग्री देने की घोषणा की. यह दान राष्ट्रमंडल चिकित्सा भंडार को दिया जायेगा.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, हम लोग कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में संक्रमितों के उपचार में मदद के लिए सहायता सामग्री भेजने के लिए विदेश एवं व्यापार मामलों के विभाग (डीएफएटी) के साथ काम कर रहे हैं.
1000 ICU वेंटिलेटर की मदद
बयान के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के पास वर्तमान में 1,000 आईसीयू वेंटिलेटर हैं और मानवता के उद्देश्य से इन्हें भारत को दिया जायेगा. राज्य कनेक्टर्स और ह्यूमिडिफायर जैसे अन्य उपकरण भेजने की भी तैयारी कर रहा है. इन सबकी कुल कीमत 4.1 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है.
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'भारत में हालात ठीक नहीं'
सहायता पैकेज की घोषणा करते हुए राज्य के कार्यवाहक प्रधानमंत्री जेम्स मरलिनो ने कहा, भारत में हालात ठीक नहीं हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि महामारी के खिलाफ जंग अभी खत्म नहीं हुई है. हमारी जिम्मेदारी है कि हम जहां मदद कर सकते हैं वहां करें और हम ऐसा कर भी रहे हैं.
बहु सांस्कृतिक मामलों के मंत्री रोस स्पेंस ने कहा, हमारी संवेदनाएं इस त्रासदी के शिकार लोगों के साथ हैं और हमें आशा है कि भारत जिस चुनौती से अभी गुजर रहा है, इस पैकेज से उसे थोड़ी राहत मिलेगी.
ब्रिटेन ने पहुंचाई भारत को मदद
ब्रिटिश एयरवेज ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने बोइंग 777-200 विमान से आक्सीजन सिलेंडर और आक्सीजन संकेन्द्रक मशीनों सहित भारत को आपात सहायता पहुंचायी है. एक विज्ञप्ति में कि आईएजी कार्गो और ब्रिटिश एयरवेज का महामारी के दौरान लंदन और भारत के बीच हवाई संपर्क बराबर बना है. उड़ानों के जरिये अनुदान सहायता को भारत पहुंचाया जा रहा है. एयरवेज ने नयी खेप एक विशेष चार्टर विमान के जरिये भेजी है.
विशेष प्रोजैक्ट टीम तैयार
ब्रिटिश एयरवेज ने कहा कि उसने एक विशेष प्रोजैक्ट टीम तैयार की है, जो उड़ान की व्यवस्था करती है. इसी टीम ने उड़ान संख्या बीए257एफ का प्रबंधन किया और यह उड़ान 5.45 बजे (स्थानीय समय)बृहस्पतिवार को दिल्ली पहुंच गई.
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हजारों वस्तुएं पहुंचाई गई भारत
इस चार्टर उड़ान में भारतीय उच्चायोग और दूसरे धर्मार्थ संगठनों द्वारा दी गई हजारों वस्तुयें भारत पहुंचाई गई हैं. इसमें कई आक्सीजन सिलेंडर हैं, आक्सीजन संकेन्द्रक तथा ब्लड ऑक्सीजन सेचुरेशन मानिटर्स आदि कई तरह की चिकित्सा सामग्री हैं. इसके साथ ही एयरलाइन ने जरूरतमंद परिवारों को देखभाल के पैकेज भी भेजे हैं.
ब्रिटिश एयरवेज भारत के साथ
ब्रिटिश एयरवेज के सीईओ सीन डोयल ने कहा कि ब्रिटिश एयरवेज भारत के अपने मित्रों के साथ लगातार खड़ी है. ऐसे समय जब भारत एक गंभीर संकट के दौर से गुंजर रहा है एयरलाइन मदद के लिये उनके साथ खड़ी है.