नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हत्या की साजिश रच रही भाजपा की राज्य चुनाव आयोग और पुलिस से आम आदमी पार्टी ने शिकायत की है. 5 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल आप नेता सौरभ भारद्वाज के नेतृत्व में राज्य चुनाव आयुक्त विजय देव से (State Election Commissioner Vijay Dev) मिला और उन्हें शिकायत दी. साथ ही आईपी एस्टेट थाने में भी शिकायत दी गई है.
भारद्वाज ने कहा कि सांसद मनोज तिवारी को सीएम अरविंद केजरीवाल की हत्या की साजिश रचे जाने की जानकारी है. उनको गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए. भाजपा नेता मनोज तिवारी से पूछा जाए कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की हत्या की साजिश में उनके साथ कौन-कौन लोग शामिल हैं? चुनाव आयोग ने माना कि यह बात काफी गंभीर है और वरिष्ठ नेता का ऐसी बात कहना जांच के दायरे में आना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में मेरे साथ विधायक संजीव झा, मदन लाल, प्रवीण कुमार, सोम दत्त शामिल थे. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद किस तरीके से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हत्या की साजिश की बात चैनल की ऊपर कर रहे हैं. पूरी दुनिया ने उनकी वो बात सुनी है. यह साफ दिख रहा है कि किस तरीके से केजरीवाल के ऊपर जानलेवा हमले पहले भी हुए हैं. पिछले चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ कर लोग अरविंद केजरीवाल के ऊपर हमला करने में कामयाब हुए थे.
उन्होंने कहा कि अब दोबारा अरविंद केजरीवाल दिल्ली और गुजरात में चुनाव प्रचार में लाखों लोगों के बीच जा रहे हैं. ऐसे समय में इसकी भूमिका बनाना कि अब अरविंद केजरीवाल के ऊपर एक जानलेवा हमला होगा और वह इसलिए होगा, क्योंकि ऐसा-ऐसा है. इसका मतलब यह है सांसद मनोज तिवारी को जानकारी है कि सीएम अरविंद केजरीवाल की हत्या की साजिश रची जा रही है. हमने इसकी शिकायत की है, क्योंकि अभी दिल्ली में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट है. इलेक्शन कमीशन के पास सारी की सारी पावर है. इलेक्शन कमीशन ने बहुत गंभीरता से हमारी बातों का संज्ञान लिया.
भारद्वाज ने कहा कि हमने उनको यह निवेदन किया है कि इसकी जांच की जाए. तिवारी को गिरफ्तार किया जाए. उनसे पूछा जाए कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की हत्या की साजिश में उनके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं? हत्या की साजिश किस दिन की है? कहां की है? ये सारी जानकारी उनसे पूछताछ के बाद ही सामने आएगी. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चुनाव आयुक्त ने इस बात को गंभीरता से लेने और सुनने के बाद कहा कि हम इसपर कार्रवाई करेंगे. अब क्या करेंगे? कैसे करेंगे. हम तो उनपर विश्वास कर सकते हैं.