ग्वालियर। इस समय पूरे देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव का रंग देश के हर कोने में देखने को मिल रहा है और मध्यप्रदेश में भी इस महोत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इसी को लेकर देश में पहली बार बुधवार को ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अनूठे तरीके से ड्रोन के माध्यम से ग्वालियर शहर में तिरंगा फहराया. ड्रोन के माध्यम से यह तिरंगा 15 मिनिट तक 400 फीट की ऊंचाई पर फहराया गया. वहीं इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वर्चुअली की थी. इस कार्यक्रम में ड्रोन के जरिए ग्वालियर के 9 विकास कार्यों को दिखाया गया, जो शहर की तकदीर और तस्वीर बदलने में कारगर साबित होंगे.
ड्रोन ने दिखाए ग्वालियर के विकास कार्य: बता दें यह ड्रोन स्वर्ण रेखा नदी के ऊपर बन रहे 1300 एलिवेटेड रोड के ऊपर से गुजरा, तो दूसरी तरफ यह शहर के सौंदर्यीकरण एवं नागरिकों की सुविधा के लिए 300 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे ग्वालियर थीम रोड, मल्टी लेवल कार पार्किंग प्रोजेक्ट और बाड़ा पर हो रहे सौंदर्यीकरण के चित्र भी दर्शकों तक पहुंचाया. इसके साथ ड्रोन शहर के ड्रीम प्रोजेक्ट के ऊपर से गुजरा, जिसमें जैसे - शहर में बन रहे 4 प्रवेश द्वार, मोरार नदी का सौंदर्यीकरण, नव संचालित 1000 बिस्तर अस्पताल, मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल शामिल है.
सिंधिया ने दिया पीएम और सीएम को धन्यवाद: बताया गया है कि यह आयोजन देश के ड्रोन क्षेत्र में काम करने वाली महत्वपूर्ण कंपनियों के सहयोग से किया जा रहा है. जिसमें भारत ड्रोन एसोसिएन (Bharat Drone Association) और गरुदा एरोस्पेस (Garuda Aerospace) है. इस मोके पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि "ऐतिहसिक क्षण न सिर्फ भारत के अमृतकाल की पहचान बनेगा, बल्कि ग्वालियर शहर में नागर विमानन क्षेत्र के बढ़ते प्रभाव का भी प्रतीक बनेगा. गौरतलब है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभालने के साथ ही सिंधिया ड्रोन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नीतियों में बदलाव लाये थे. जिससे ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को इस क्षेत्र से जुड़ने का मौका मिले. सिंधिया ने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा "ग्वालियर शहर ने सदियों से देश के विकास में अपना अभूतपूर्ण योगदान दिया है, आज शहर में हो रहे विकास कार्य डबल इंजन की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. जहां प्रदेश में हर हफ्ते सिर्फ 554 विमानों की आवाजाही होती थी, वहीं आज वर्तमान में 956 विमानों की आवाजाही होती है, यानी करीब 70% की वृद्धि ग्वालियर को मिली है. विकास को एक नयी उड़ान देने के लिए ग्वालियर में 498 करोड़ की लागत से एक नए टर्मिनर्मिल भवन की स्थापना भी करवा रहे हैं.