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पहली जन शताब्दी ट्रेन मणिपुर, त्रिपुरा और असम के बीच शुरू - जन शताब्दी ट्रेन मणिपुर, त्रिपुरा और असम के बीच

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गुनीत कौर के अनुसार, यह ट्रेन सेवा यात्रा के समय को आधे से कम कर देगी, क्योंकि यात्रा का समय लगभग 12 घंटे की होती है, लेकिन यह ट्रेन 300 किमी की दूरी को कवर कर लगभग छह घंटे में सफर तय करेगी. रेड्डी ने पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए 'हिरा' (Highway Internet Railway Airways- HIRA) मॉडल के साथ काम करने की दृष्टि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया. रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि यह ट्रेन पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति को जोड़ने वाली कड़ी होगी.

जन शताब्दी ट्रेन
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Published : Jan 9, 2022, 9:34 AM IST

अगरतला/इंफाल : पूर्वोत्तर के तीन राज्यों असम, मणिपुर और त्रिपुरा को जोड़ने वाली पहली जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन (First Jan Shatabdi train between manipur and tripura via assam) को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने हरी झंडी दिखाई. इस अवसर पर केंद्रीय डोनर (पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास) मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि बहुप्रतीक्षित ट्रेन सेवा पूर्वोत्तर क्षेत्र में (Much awaited train service in Northeast region) व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देगी.

जन शताब्दी त्रि-साप्ताहिक सेवा (Jan Shatabdi Tri-Weekly Service) मणिपुर से त्रिपुरा के लिए दक्षिणी असम के सिलचर में अरुणाचल स्टेशन से होकर गुजरेगी. यह ट्रेन सेवा जिरीबाम (मणिपुर) और अगरतला के अलावा सिलचर, बदरपुर, न्यू करीमगंज (सभी असम में), धर्मनगर और अंबासा (त्रिपुरा में) जैसे कुछ महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ेगी. इस रूट पर दो टर्मिनल स्टेशन बनेंगे.

जन शताब्दी ट्रेन मणिपुर, त्रिपुरा और असम के बीच शुरू
जन शताब्दी ट्रेन मणिपुर, त्रिपुरा और असम के बीच शुरू

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गुनीत कौर के अनुसार, यह ट्रेन सेवा यात्रा के समय को आधे से कम कर देगी, क्योंकि यात्रा का समय लगभग 12 घंटे की होती है, लेकिन यह ट्रेन 300 किमी की दूरी को कवर कर लगभग छह घंटे में सफर तय करेगी. रेड्डी ने पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए 'हिरा' (Highway Internet Railway Airways- HIRA) मॉडल के साथ काम करने की दृष्टि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया. रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि यह ट्रेन पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति को जोड़ने वाली कड़ी होगी.

उन्होंने कहा कि प्रस्तावित इंफाल-मोरेह (भारत-म्यांमार सीमा के साथ) रेल खंड एक बहुत ही रणनीतिक लाइन होगी, जिसके कारण भारत और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच संबंध बहुत महत्वपूर्ण होंगे. उन्होंने कहा कि अगरतला-अखौरा (बांग्लादेश) रेल परियोजना के कार्य में तेजी लाई जाएगी. फ्लैग-ऑफ समारोह दिल्ली में रेलवे बोर्ड, इंफाल में मुख्यमंत्री कार्यालय और जिरीबाम और अगरतला में रेलवे स्टेशनों के बीच वर्चुअल मोड में हुआ.

वैष्णव और रेड्डी के अलावा, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, मणिपुर के उनके समकक्ष एन. बीरेन सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और राजकुमार रंजन सिंह और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वी.के. त्रिपाठी व अन्य शामिल थे. NFR सीपीआरओ ने कहा कि यह ट्रेन सेवा पूर्वोत्तर क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और परिवहन क्षेत्र को गति प्रदान करेगी.

(आईएएनएस)

अगरतला/इंफाल : पूर्वोत्तर के तीन राज्यों असम, मणिपुर और त्रिपुरा को जोड़ने वाली पहली जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन (First Jan Shatabdi train between manipur and tripura via assam) को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने हरी झंडी दिखाई. इस अवसर पर केंद्रीय डोनर (पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास) मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि बहुप्रतीक्षित ट्रेन सेवा पूर्वोत्तर क्षेत्र में (Much awaited train service in Northeast region) व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देगी.

जन शताब्दी त्रि-साप्ताहिक सेवा (Jan Shatabdi Tri-Weekly Service) मणिपुर से त्रिपुरा के लिए दक्षिणी असम के सिलचर में अरुणाचल स्टेशन से होकर गुजरेगी. यह ट्रेन सेवा जिरीबाम (मणिपुर) और अगरतला के अलावा सिलचर, बदरपुर, न्यू करीमगंज (सभी असम में), धर्मनगर और अंबासा (त्रिपुरा में) जैसे कुछ महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ेगी. इस रूट पर दो टर्मिनल स्टेशन बनेंगे.

जन शताब्दी ट्रेन मणिपुर, त्रिपुरा और असम के बीच शुरू
जन शताब्दी ट्रेन मणिपुर, त्रिपुरा और असम के बीच शुरू

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गुनीत कौर के अनुसार, यह ट्रेन सेवा यात्रा के समय को आधे से कम कर देगी, क्योंकि यात्रा का समय लगभग 12 घंटे की होती है, लेकिन यह ट्रेन 300 किमी की दूरी को कवर कर लगभग छह घंटे में सफर तय करेगी. रेड्डी ने पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए 'हिरा' (Highway Internet Railway Airways- HIRA) मॉडल के साथ काम करने की दृष्टि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया. रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि यह ट्रेन पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति को जोड़ने वाली कड़ी होगी.

उन्होंने कहा कि प्रस्तावित इंफाल-मोरेह (भारत-म्यांमार सीमा के साथ) रेल खंड एक बहुत ही रणनीतिक लाइन होगी, जिसके कारण भारत और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच संबंध बहुत महत्वपूर्ण होंगे. उन्होंने कहा कि अगरतला-अखौरा (बांग्लादेश) रेल परियोजना के कार्य में तेजी लाई जाएगी. फ्लैग-ऑफ समारोह दिल्ली में रेलवे बोर्ड, इंफाल में मुख्यमंत्री कार्यालय और जिरीबाम और अगरतला में रेलवे स्टेशनों के बीच वर्चुअल मोड में हुआ.

वैष्णव और रेड्डी के अलावा, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, मणिपुर के उनके समकक्ष एन. बीरेन सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और राजकुमार रंजन सिंह और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वी.के. त्रिपाठी व अन्य शामिल थे. NFR सीपीआरओ ने कहा कि यह ट्रेन सेवा पूर्वोत्तर क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और परिवहन क्षेत्र को गति प्रदान करेगी.

(आईएएनएस)

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