बेंगलुरु : देश का पहला सेंट्रलाइज्ड एसी रेलवे स्टेशन बेंगलुरु में बनकर तैयार हो गया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी देते हुए इसकी तस्वीरें साझा की है. एयरपोर्ट जैसा नजर आने वाला यह स्टेशन 4200 वर्गमीटर में फैला हुआ है. इसे तैयार करने में 314 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि बेंगलुरु में देश का पहला एसी रेलवे स्टेशन जल्द काम करना शुरू कर देगा.
सर एम विश्वेश्वरैया के नाम पर
उन्होंने कहा कि भारत रत्न सर एम विश्वेश्वरैया के नाम पर बना देश का यह पहला एसी रेलवे टर्मिनल जल्द काम करना शुरू कर देगा. इस रेलवे टर्मिनल पर आपको एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन की तरह एसी की सुविधा मिलेगी. उन्होंने बताया कि नए कोच टर्मिनल को महानगर के बैयापनहल्ली में बनाने की योजना थी, ताकि बेंगलुरु तक ज्यादा एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा सकें.
लंबी दूरी जल्द होगी पूरी
दक्षिण पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि बैयापनहल्ली 2015-16 में मंजूर यह तीसरा कोच टर्मिनल है, जिसका नामकरण भारत रत्न सर एम विश्वेश्वरैया के नाम पर किया गया है. जो एक इंजीनियर के रूप में उत्कृष्ट थे और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. इस रेलवे टर्मिनल को फरवरी के अंत तक खोला जाना था, लेकिन कुछ समस्याओं के चलते इसमें देरी हुई. इस टर्मिनल के चालू होने के बाद, बेंगलुरु से मुंबई और चेन्नई जैसे अन्य महानगरों के लिए लंबी दूरी की ट्रेनें और कर्नाटक के भीतर सभी जिलों से बेंगलुरु को जोड़ने वाली ट्रेनें चलाई जा सकती हैं.
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वीआईपी लाउंज के साथ फूड कोर्ट भी उपलब्ध
केंद्रीकृत एयर कंडीशनिंग और हवाई अड्डे की तरह एक आधुनिक स्टेशन भवन का निर्माण किया गया है. इस रेलवे स्टेशन की इमारत 4,200 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई है जो 50,000 के दैनिक फुटफॉल को पूरा करती है. टर्मिनल में सात प्लेटफॉर्म हैं जो टर्मिनल को प्रतिदिन 50 ट्रेनों के संचालन में सक्षम बनाते हैं. इसे बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तर्ज पर बेहतरीन लुक दिया गया है. अधिकारी ने कहा कि इसमें एक ऊपरी श्रेणी का प्रतीक्षालय और आरक्षित (वीआईपी) लाउंज, फूड कोर्ट, एस्केलेटर, लिफ्ट की सुविधा है.