डूंगरपुर. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एनआईसीयू में शनिवार देर शाम अचानक आग लग गई. आग लगने की सूचना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई. वहीं, सावधानी बरतते हुए एनआईसीयू में भर्ती सभी 12 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. साथ ही बताया गया कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं. उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई है. इधर, घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल की तीन गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. लेकिन इस हादसे में एनआईसीयू के सभी उपकरण जलकर राख हो गए.
दरअसल, डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नई बिल्डिंग में तीसरी मंजिल पर नया एनआईसीयू है. एनआईसीयू में शनिवार देर शाम आग लगी. घटना के दौरान इस वार्ड में (NICU) में 12 नवजात बच्चे भर्ती थे. वार्ड में बच्चों के साथ ही उनके परिजन और चिकित्सा स्टाफ मौजूद थे. हालांकि, जैसे ही वार्ड में आग की लपटे दिखाई दी, वहां मौजूद परिजनों ने चिल्लाना शुरू कर दिया. इसी बीच वार्ड में अफरा-तफरी मच गई. लेकिन अस्पताल स्टाफ ने सूझबूझ से काम लेते हुए सबसे वार्ड में एडमिट सभी नवजातों को बाहर निकाला. इसके बाद आग की लपटे तेज हो गई और चारों ओर धुएं के गुबार उठने लगे.
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इधर, घटना की जानकारी के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर समेत कई अन्य चिकित्सक समेत नर्सिंग स्टाफ मौके पर आ गए. साथ ही सूचना पर डूंगरपुर नगर परिषद से फायर ब्रिगेड की 3 गाड़िया मौके पर पहुंची और अस्पतालकर्मी भी दमकलकर्मियों के साथ मिलकर आग बुझाने में लग गए. करीब घंटे भर बाद आग पर काबू पा लिया गया. लेकिन तब तक आग की वजह से एनआईसीयू वार्ड के सभी उपकरण जलकर राख हो गए थे. बताया गया कि यह घटना वार्ड के सेंट्रल एसी सिस्टम में शॉर्ट सर्किट की वजह से हुई है. फिलहाल मेडिकल कॉलेज प्रशासन इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कह रहा हैं. जिसके बाद ही इसके पीछे की वजह साफ हो सकेगी.
सभी बच्चे एमसीएच बिल्डिंग में किए गए शिफ्ट - आग लगने की घटना के बाद एनआईसीयू में भर्ती सभी बच्चों को एमसीएच बिल्डिंग के पुराने एनआईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है. वहीं, डॉक्टरों की टीम नवजात बच्चों की जांच में जुटी है.