देहरादून : दिल्ली से देहरादून जा रही शताब्दी एक्सप्रेस की बोगी में आग लग गई. थोड़ी देर पूर्व जब यह ट्रेन रायवाला से देहरादून को जा रही थी तब चलती गाड़ी में कांसरो स्टेशन के पास यह घटना हुई. गौरतलब है कि कांसरो स्टेशन राजाजी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में आता है. प्रारम्भिक सूचना के अनुसार इस कोच को अलग कर लिया गया है. वहीं इस घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी अब तक नहीं मिली है.
वहीं, इस घटना के बाद से ही राजाजी व रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया. मौके पर कांसरो रेंज के रेंजर व उनके स्टाफ ने तत्काल मौके पर जाकर बचाव कार्य शुरू किया और आग की लपटों से घिरी बोगी को हटा लिया गया. इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. हादसे के कारण ट्रेन लेट हुई है.
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जानकारी के अनुसार, दिल्ली से सुबह 6 बजने वाली बजे चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में दोपहर 12 बजे के आसपास हरिद्वार व रायवाला के बीच कांसरो जंगल में भीषण आग लग गई. टेक्निकल स्टाफ ने आग लगने वाले बोगी को ट्रेन से अलग किया. इसी बीच एक बोगी जलकर खाक हो गई. गनीमत रही कि सभी यात्री सुरक्षित हैं. रेलवे ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
देहरादून पहुंचे मध्य प्रदेश खिलाड़ियों के कोच ने बताया कि जिस बोगी में वह बैठे थे, उस बोगी में आग लग गई. किसी तरह उस बोगी से बाहर निकल कर उन्होंने अपनी जान तो बचा ली, लेकिन 25 से 30 लाख का किट और डाक्यूमेंट्स समेत अन्य सामान जल गए. जब बोगी में अचानक से आग लगी तो उस दौरान सामान को छोड़ बच्चों को सबसे पहले बाहर निकाला गया ताकि उनको बचाया जा सके.
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तीरंदाज ने बताया कि वह जबलपुर से देहरादून में जूनियर नेशनल चैंपियनशिप खेलने आ रहे थे. उनके साथ कुल 8 खिलाड़ी और 2 कोच उस बोगी में बैठे हुए थे. खिलाड़ी ने बताया कि आग सबसे पहले बोगी के टॉयलेट में लगी. इसके बाद तेजी से आग पूरी बोगी में फैलने लगी. यही नहीं, जब बोगी के भीतर अफरा-तफरी मचनी शुरू हुई तो उस बोगी में बैठे सभी लोग अपना सामान छोड़कर बाहर भागने लगे.
वहीं, शादी कर देहरादून लौटा एक परिवार रोता बिलखता दिखाई दिया. उन्होंने कहा कि वह शादी कर लौटे रहे थे और उसी बोगी में बैठे थे, जिसमें आग लगी थी. आग लगने से अफरा-तफरी मच गई, जिसके चलते उन्हें सपरिवार बोगी से बाहर निकलना पड़ा. लेकिन वह अपना सामान नहीं ले पाए. जिसके चलते उनका सारा सामान जलकर खाक हो गया.