चेन्नई: अन्नाद्रमुक (AIADMK) से जुड़े पूर्व मंत्री एम आर विजय भास्कर के खिलाफ साझेदारी वाली दो कंपनियों के नाम पर संपत्ति अर्जित करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है. सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय द्वारा यह प्राथमिकी दर्ज गई है.
तमिलनाडु के करूर क्षेत्र से आने वाले अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता विजयभास्कर वर्ष 2016 में सत्ता वापसी के बाद दिवंगत जयललिता की सरकार के कार्यकाल में मंत्री रहे थे. घोषित आय से अधिक की संपत्ति के मामले में जांच का सामना कर रहे पूर्व मंत्री हाल में हुए विधानसभा चुनाव से पहले तक राज्य की अन्नाद्रमुक सरकार में परिवहन मंत्री के पद पर रहे.
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विजय भास्कर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद कुछ दिन पहले सर्तकता अधिकारियों ने उनसे जुड़े परिसरों में तलाशी ली गई. हालांकि, प्राथमिकी का विवरण अब सामने आया है. प्राथमिकी के मुताबिक, वर्ष 2016-2021 के दौरान मंत्री रहे विजय भास्कर ने अपने और अपनी पत्नी के नाम करीब 2.68 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की जो कि उनकी आय के ज्ञात स्त्रोतों से मेल नहीं खाती है.
प्राथमिकी में यह भी आरोप लगाया गया है कि पूर्व मंत्री ने उन दो साझोदारी वाली कंपनियों के नाम पर आठ संपत्तियां अर्जित कीं जिसमें वह और उनकी पत्नी साझेदार हैं.
(पीटीआई-भाषा)