रायपुर : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छत्तीसगढ़ दौरे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मौद्रीकरण योजना को लेकर कांग्रेस के आरोपों के जवाब में कहा, 'कांग्रेस के मन से लूट वाली बात कभी नहीं निकलती. उनके कार्यकाल में देश में लूट ही था. उनके कार्यकाल में पानी में लूट, स्पेक्ट्रम में लूट, आकाश में लूट, खनन में लूट और सब जगह लूट का ही बोलबाला था. वह लूट करने वाले हैं तथा उनके डीएनए में लूट है. इसलिए कांग्रेस को लूट के अलावा कोई अन्य बात नहीं सूझती है.'
उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ में इतने बड़े बहुमत से जीतने के बावजूद कांग्रेस के विधायक दिल्ली का दौरा कर रहे हैं और कुछ दिन रूककर वापस आ रहे हैं. और यह आश्चर्य की बात है कि मुख्यमंत्री बयान दे रहे हैं कि विधायक लौट आए हैं, अब कोई बदलाव नहीं होगा. आपको (कांग्रेस को) लोगों से उनकी सेवा करने का आशीर्वाद मिला है. ऐसा करने के बजाय आप (मुख्यमंत्री) यहां बैठे हैं और भगवान से (पद बचाने के लिए) प्रार्थना कर रहे हैं.'
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी कांग्रेस को बहुमत के रूप में लोगों का आशीर्वाद मिलता है तब वह इसे संभाल नहीं पाती है. उन्होंने कहा, 'समर्थन और आशीर्वाद प्राप्त करना एक बात है लेकिन लोगों की सेवा करना और शासन करना दूसरी बात है. वह (कांग्रेस) सत्ता में रहकर सिर्फ लूटपाट पर ध्यान केंद्रित करते हैं. जनता उन्हें देख रही है.' केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए सीतारमण ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से विकास के एजेंडे को तेजी से आगे बढ़ाने की प्राथमिकता है.
सीतारमण ने कहा, 'हम देश को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के सिद्धांत में विश्वास करते हैं. इसका उद्देश्य सभी को लाभ पहुंचाना है. यह एक ऐसा सिद्धांत है जो सभी को विकास के पथ पर लाकर लोगों को सशक्त बनाने में सहायक हो रहा है.'
उन्होंने कहा, 'हम लोगों को सशक्त बनाना चाहते हैं. हालांकि इसका मतलब उन लोगों को राहत देने से इनकार करना नहीं है जिन्हें इसकी जरूरत है. इस उद्देश्य के लिए, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छता अभियान और अन्य कई अन्य कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.'
देश में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के सवाल पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें वैश्विक बाजार में इसकी दर पर निर्भर करती हैं और केंद्र और राज्य दोनों को इस मुद्दे को संभालना होगा. इस दौरान उन्होंने केंद्र से छत्तीसगढ़ सरकार को विभिन्न योजनाओं के तहत आवंटित धन की भी जानकारी दी.
बता दें कि वित्त मंत्री भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं. सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का विकास का सिद्धांत लोगों को केवल कुछ अधिकार देने पर नहीं बल्कि उन्हें सशक्त बनाने पर आधारित है.
गौरतलब है कि मौद्रीकरण योजना की शुरुआत 23 अगस्त को हुई थी. वित्त मंत्री ने इस संबंध में बताया था कि यह अनुमानित 1.2 लाख करोड़ रुपये में 400 रेलवे स्टेशनों, 90 यात्री ट्रेनों, 741 किलोमीटर कोंकण रेलवे और 15 रेलवे स्टेडियमों और कॉलोनियों को मोनेटाइज करने की योजना है.
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मौद्रीकरण योजना यानी नेशनल मॉनिटाइजेशन पाइपलाइन को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार देश को लूटना चाह रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने National Monetisation Pipeline को लेकर गत 24 अगस्त को कहा था कि पीएम ने सबकुछ बेच दिया. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना काल में जनता की मदद नहीं की.
उन्होंने कहा था, नरेंद्र मोदी और भाजपा का एक नारा था कि '70 साल में कुछ नहीं हुआ' और कल वित्त मंत्री ने जो भी 70 साल में इस देश की पूंजी बनी थी, उसे बेचने का फैसला ले लिया है, मतलब प्रधानमंत्री ने सब कुछ बेच दिया.'
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उन्होंने कहा, 'हम निजीकरण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हमारी निजीकरण योजना का तर्क था. हमने रणनीतिक उद्योगों का निजीकरण नहीं किया और हम रेलवे को रणनीतिक उद्योग मानते हैं क्योंकि यह लाखों और करोड़ लोगों को ट्रांसपोर्ट करता है और बहुत से लोगों को रोजगार भी देता है.'