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श्रीलंका संकट पर बोले फारूक अब्दुल्ला, 'भारत को श्रीलंका की मदद करनी चाहिए' - नेशनल कांफ्रेंस नेता डॉ फारूक अब्दुल्ला

श्रीलंका इन दिनों गंभीर संकट का सामना कर रहा है. एक पड़ोसी देश होने के नाते स्वाभाविक रूप से भारत इसे लेकर काफी चिंतित है. सर्वदलीय बैठक ने भारत में ऐसी किसी भी स्थिति के उत्पन्न होने की संभावना के बारे में बयानों को खारिज कर दिया है.

फारूक अब्दुल्ला
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Published : Jul 20, 2022, 2:04 PM IST

श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के नेता डॉ फारूक अब्दुल्ला ने सर्वदलीय बैठक के बाद श्रीलंका की स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि श्रीलंका गंभीर संकट का सामना कर रहा है, हमें इस देश को बचाना है. उन्होंने वित्त सचिव के बयान का हवाला देते हुए कहा कि हमारी हालत खराब नहीं है और हमारी आर्थिक स्थिति भी अच्छी है. उन्होंने कहा कि चीन का कर्ज का जाल श्रीलंका के लिए एकमात्र चिंता का विषय नहीं है. उसने कई जगहों से पैसे लिए हैं. नेकां सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बिना श्रीलंका के पास और कोई विकल्प नहीं है. मुझे उम्मीद है कि भारत इसमें मदद करेगा.

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को हुई पार्टी की बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी समेत वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री मौजूद थे. इस बैठक में कांग्रेस के पी चिदंबरम, मनिकम टैगोर, एनसीपी के शरद पवार, डीएमके के टीआर बालू और एमएम अब्दुल्ला, अन्नाद्रमुक के एम थंबी दुरई, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, तेलंगाना राष्ट्र समिति और अन्य ने भी भाग लिया.

बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि श्रीलंका बहुत गंभीर संकट का सामना कर रहा है और स्वाभाविक रूप से भारत इसे लेकर काफी चिंतित है. उन्होंने भारत में ऐसी किसी भी स्थिति के उत्पन्न होने की संभावना के बारे में बयानों को भी स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि यह मामला एक करीबी पड़ोसी से जुड़ा है और इतने करीब होने के कारण हम स्वाभाविक रूप से इसके परिणामों को लेकर चिंतित हैं.

श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के नेता डॉ फारूक अब्दुल्ला ने सर्वदलीय बैठक के बाद श्रीलंका की स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि श्रीलंका गंभीर संकट का सामना कर रहा है, हमें इस देश को बचाना है. उन्होंने वित्त सचिव के बयान का हवाला देते हुए कहा कि हमारी हालत खराब नहीं है और हमारी आर्थिक स्थिति भी अच्छी है. उन्होंने कहा कि चीन का कर्ज का जाल श्रीलंका के लिए एकमात्र चिंता का विषय नहीं है. उसने कई जगहों से पैसे लिए हैं. नेकां सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बिना श्रीलंका के पास और कोई विकल्प नहीं है. मुझे उम्मीद है कि भारत इसमें मदद करेगा.

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को हुई पार्टी की बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी समेत वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री मौजूद थे. इस बैठक में कांग्रेस के पी चिदंबरम, मनिकम टैगोर, एनसीपी के शरद पवार, डीएमके के टीआर बालू और एमएम अब्दुल्ला, अन्नाद्रमुक के एम थंबी दुरई, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, तेलंगाना राष्ट्र समिति और अन्य ने भी भाग लिया.

बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि श्रीलंका बहुत गंभीर संकट का सामना कर रहा है और स्वाभाविक रूप से भारत इसे लेकर काफी चिंतित है. उन्होंने भारत में ऐसी किसी भी स्थिति के उत्पन्न होने की संभावना के बारे में बयानों को भी स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि यह मामला एक करीबी पड़ोसी से जुड़ा है और इतने करीब होने के कारण हम स्वाभाविक रूप से इसके परिणामों को लेकर चिंतित हैं.

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