रविवार को इंदौर के देपालपुर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्रैक्टर महारैली का आयोजन किया. इस रैली के बहाने उन्होंने किसानों के सामने अपनी सरकार के समयकाल के जनकल्याणकारी काम गिनाए. साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि किसानों को तरक्की के रास्ते पर आने के लिए नगरीय निकाय पंचायत और आगामी विधानसभा चुनाव में सच्चाई का साथ देना होगा.
26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड को दिल्ली पुलिस से हरी झंडी, 2 लाख से अधिक ट्रैक्टर होंगे शामिल
21:38 January 24
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्रैक्टर महारैली का आयोजन किया
21:37 January 24
महिलाओं ने किसानों को फूल बरसा और तिलक लगाकर दिल्ली के लिए रवाना किया. 26 जनवरी को किसान दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने जा रहे हैं. इसी ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने के लिए जींद के किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ भारी मात्रा में दिल्ली के रवाना हुए.
21:37 January 24
मुंबई के आजाद मैदान में किसान पहुंचे किसान
किसान मुक्ती मोर्चा नासिक से मुंबई केआजाद मैदान में किसान पहुंच चुका है.
19:54 January 24
लुधियाना में कृषि कानूनों के खिलाफ मार्च निकाला गया
पंजाब के लुधियाना शहर के निवासियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के पक्ष में साउथ सिटी के पास एक विशाल मार्च का आयोजन किया. इस मार्च में सभी क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए हैं. इस मार्च में न केवल ट्रैक्टर चलाए गए बल्कि गाड़ीयों ने भी बड़ी सख्या में हिस्सा लिया. इन गाड़ीयों पर किसान एकता जिंदाबाद के झंडे फहराए गए. मार्च के दौरान महिलाओं ने कहा कि ये कृषि कानून न केवल किसानों के लिए बल्कि आम आदमी के लिए भी घातक है.
ट्रैक्टर चलाने वाली महिला किसानों ने कहा कि हमें आज एकजुट होने की जरूरत है. महिला ने कहा कि यह पहल नागरिकों द्वारा की गई है. इसलिए वह बहुत खुश है कि आज ग्रामीणों के साथ शहर वासी भी खड़े है. वाहनों में पहुंची शहर की महिलाओं ने कहा कि यह आंदोलन सभी का सांझा आंदोलन है और सभी को इसमें योगदान देने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि इन कानूनों से महंगाई बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि जो आटा आज 20 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध है, वह 100 रुपये प्रति किलोग्राम होगा. मार्च के आयोजक दविंदर सिंह ने कहा कि शहर में ट्रैफिक की समस्या न हो, इसलिए मोटरसाइकिल, वाहनों और ट्रैक्टरों के काफिले के साथ बाहरी शहर में मार्च निकाला गया.
19:45 January 24
महाराष्ट्र : हजारों की संख्या में किसान 25 जनवरी की रैली में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंचेंगे
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को मुंबई के आजाद मैदान में होने वाली रैली में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में किसान निकल चुके हैं.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसान रैली के मद्देनजर पुलिस ने दक्षिण मुंबई स्थित आजाद मैदान और उसके आस-पास के इलाकों की सुरक्षा की विशेष तैयारी की है और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की तैनाती की गई है, इसके साथ ही ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा.
17:42 January 24
किसान नेता योगेंद्र यादव का बयान
दिल्ली पुलिस के साथ मीटिंग के बाद किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस की तरफ से आधिकारिक रूप से 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत मिल गई है, जितने भी साथी अपनी ट्रोलियां लेकर बैठें है. मैं उनसे अपील करता हूं कि सिर्फ ट्रैक्टर दिल्ली के अंदर लेकर आएं, ट्रोलियां न लेकर आएं.
17:23 January 24
गणतंत्र दिवस पर इन नेताओं का विरोध नहीं करेंगे किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच अब हरियाणा सरकार के लिए कुछ राहत नजर आ रही है. दरअसल, हरियाणा में किसान संगठनों ने ये ऐलान किया था कि गणतंत्र दिवस के मौके पर बीजेपी और जेजेपी नेताओं को ध्वजारोहण नहीं करने देंगे, लेकिन अब किसान संगठनों ने ये फैसला लिया है कि वो गणतंत्र दिवस पर इन नेताओं का विरोध नहीं करेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाएंगे.
किसान सीएम का विरोध नहीं करेंगे
गणतंत्र दिवस पर सीएम मनोहर लाल पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में तिरंगा फहराएंगे. इसको लेकर पानीपत जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने किसान संगठनों के साथ बैठक की. बैठक के बाद किसानों ने ये भरोसा दिलाया कि वो सीएम के कार्यक्रम का विरोध नहीं करेंगे, क्योंकि ये राष्ट्र के गौरव का कार्यक्रम है.
'26 जनवरी को नहीं करें किसी नेता का विरोध'
हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने वीडियो जारी कर किसानों से अपील की है. चढूनी वीडियो में कह रहे हैं कि हरियाणा में 26 जनवरी के दिन किसी भी मंत्री या फिर नेता का विरोध ना करें. अगर कोई मंत्री या विधायक झंडा फहराने जा रहा था तो उन्हें ना रोकें, क्योंकि अगर हम ऐसा करेंगे तो लोगों के बीच गलत संदेश जाएगा.
17:22 January 24
राजस्थान से टिकरी बॉर्डर पर आए ऊंट बने आकर्षण का केंद्र
26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड को लेकर किसानों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. टिकरी बॉर्डर हो या सिंघु बॉर्डर भारी मात्रा में किसान यहां ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ पहुंच रहे हैं. इस बीच राजस्थान से ऊंट भी टिकरी और ढांसा बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं.
राजस्थान से आए किसानों के ऊंट भी बॉर्डर पर आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. राजस्थान का जहाज कहे जाने वाले ऊंटों ने टिकरी और ढांसा बॉर्डर पर नृत्य ने लोगों को आकर्षित किया. एक तरफ किसान ट्रैक्टर के जरिए परेड करेंगे तो दूसरी तरफ ये ऊंट भी उस परेड का हिस्सा बनेंगे.
किसान नेता जसबीर सिंह गिल ने कहा सरकार की अगली बैठक की तारीख तय करने की जो जिम्मेदारी है, सरकार उससे भाग नहीं सकती है. इस सरकार की एक परेशानी है कि जब भी इनकी नाकामी सामने आती है तो ये अपना दोष किसी और पर डाल देते हैं. सरकार को 26 जनवरी को इन क़ानूनों को रद्द करने का एलान करना चाहिए.
16:53 January 24
नासिक में किसान सभा के मार्च में हजारों किसानों ने भाग लिया
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ नासिक से मुंबई तक किसान सभा के मार्च में हजारों किसानों ने भाग लिया और इस मार्च के कारण नासिक-मुंबई राजमार्ग पर यातायात बंद हो गया.
16:24 January 24
गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर 74 किलोमीटर का रोड मैप
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच में कई बार मीटिंग हुई और शुरुआती दौर में इस मीटिंग को लेकर दोनों के बीच में तकरार भी देखा जा रहा था. वहीं दिल्ली पुलिस लगातार ट्रेक्टर रैली से इंकार कर रही थी और किसान अपनी जिद पर अड़े हुए थे. आखिरकार दिल्ली के बॉर्डर से लगे हुए इलाकों में अब ट्रैक्टर रैली होने को लेकर के दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच में समझौता हो गया है.
74 किलोमीटर का रोड मैप
जिसकी जानकारी किसान नेता योगेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दे दी थी और आज उसको लेकर के किसानों की एक मीटिंग हुई. जिसमें रोडमैप तैयार किया जाना था कि यह ट्रैक्टर रैली किन-किन इलाकों से होकर निकलेगी. इस रोड मैप को लेकर आज किसानों की मीटिंग थी, जिसमें रोड मैप पूरी तरीके से बना लिया गया और 74 किलोमीटर का यह रोड मैप कुंडली सिंघु बॉर्डर से शुरू होने वाली ट्रैक्टर रैली के लिए बनाया गया है. जिसमें ट्रैक्टर रैली दिल्ली के बॉर्डर से शुरू की जाएगी. बवाना, खरखोदा टोल प्लाजा, कुंडली टोल प्लाजा और उसके बाद वापस दिल्ली से सिंघु बॉर्डर पर आकर खत्म कर दी जाएगी.
अब इस रोड में को किसान दिल्ली पुलिस को सौपेंगे, जिससे दिल्ली पुलिस 26 जनवरी को होने वाली किसान ट्रैक्टर रैली के लिए सुरक्षा इंतजाम भी पुख्ता कर ले और इंतजामों के बीच ही दिल्ली के बॉर्डर से लगे हुए इलाकों में ट्रैक्टर रैली सुनिश्चित की जाएगी.
13:44 January 24
...ऐसा हुआ तो पेट्रोल पंप के बाहर ट्रैक्टर खड़े करके जाम लगा देंगे : टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी है कि अगर पेट्रोल पंप पर किसानों के ट्रैक्टर को डीजल नहीं दिया जाएगा, तो पेट्रोल पंप के बाहर ट्रैक्टर खड़े करके जाम लगा दिया जाएगा. राकेश टिकैत का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में पेट्रोल पंप पर ट्रैक्टरों को डीजल देने से मना किया जा रहा है.
पेट्रोल पंप पर लगाए गए पोस्टर
राकेश टिकैत का आरोप है कि पेट्रोल पंप पर पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिस पर लिख दिया गया है कि ट्रैक्टर को तेल नहीं दिया जाएगा. इससे साफ जाहिर होता है कि किसानों को दिल्ली आने से रोकने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस साजिश को किसान कामयाब नहीं होने देंगे.
11:44 January 24
तमिलनाडु के इरोड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा हम अपने इतिहास में पहली बार देख रहे हैं कि किसान 26 जनवरी को रैली कर रहे हैं क्योंकि वो दुखी हैं और इस बात को समझते हैं कि जो उनका है वो उनसे छीना जा रहा है
10:53 January 24
गाजीपुर बॉर्डर(दिल्ली-यूपी) आंदोलन स्थल पर CCTV लगाए गए हैं. एक प्रदर्शनकारी ने बताया गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड की जाने वाली है. कुछ घटनाएं भी हुई हैं. उसी के मद्देनज़र गाज़ीपुर का पूरा आंदोलन स्थल CCTV की नज़र में रहेगा, 500 वॉलंटियर भी तैनात किए गए हैं
10:52 January 24
जसबीर सिंह गिल ने कहा सरकार की अगली बैठक की तारीख तय करने की जो जिम्मेदारी है, सरकार उससे भाग नहीं सकती है. इस सरकार की एक परेशानी है कि जब भी इनकी नाकामी सामने आती है तो ये अपना दोष किसी और पर डाल देते हैं. सरकार को 26 जनवरी को इन क़ानूनों को रद्द करने का एलान करना चाहिए
09:45 January 24
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 60वें दिन भी जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने बताया आज पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से काफी ट्रैक्टर आ रहे हैं. हम 26 जनवरी को शांतिपूर्ण ट्रैक्टर परेड निकालेंगे. टिकरी बाॅर्डर पर करीब दो-ढाई लाख ट्रैक्टर होंगे.
07:46 January 24
ट्रैक्टर परेड के लिए महिलाओं ने ली ट्रेनिंग
कृषि कानून के खिलाफ करीब दो महीने से किसान दिल्ली से लगती सीमाओं पर डटे हैं. अभी तक सरकार और किसानों के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. लग रहा है कि ना तो सरकार पीछे हटने के मूड में है और ना ही किसान. इस बीच किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड की तैयारी तेज कर दी है. सिर्फ पुरूष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी ट्रैक्टर रैली के लिए घर-घर जाकर लोगों से आंदोलन में शामिल होने का न्योता दे रही हैं.
सुनीता नाम की महिला किसान ने कहा कि हम सभी महिलाएं गांव में इकट्ठी होकर अनाउंसमेंट कर रही हैं कि 26 जनवरी की परेड में सभी लोग हिस्सा लें. हम तबतक दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहेंगे जबतक सरकार हमारी मांगें नहीं माने लेती. पुरुष अपना काम कर रहे हैं और महिला अपना काम कर रही हैं. हम सभी इकट्ठा होकर वहां पर जाएंगे और सफल होकर आएंगे.
कुरुक्षेत्र जिले के भेंसी माजरा गांव की महिलाएं ट्रैक्टर चलाकर लोगों को ट्रैक्टर रैली के लिए न्योता दे रही हैं. जय जवान, जय किसान, किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाती इन महिलाओं की मांग है कि सरकार तीनों कानूनों को वापस ले. धरान स्थल पर पहुंची महिलाओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती. तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
किसान आंदोलन में पहुंची शन्नो देवी नाम की महिला किसान ने ईटीवी भारत हरियाणा के साथ बातचीत में कहा कि
सरकार जो ये काले कानून लाई है. इनकी सबसे ज्यादा मार गरीब परिवार किसानों पर पड़ी है. जब हमारी जमीन ही नहीं बचेगी, तो क्या बचेगा? हम सरकार से मांग करते हैं कि इनती कड़ाके की सर्दी में किसान बैठे हैं. हमारे भाई शहीद हो रहे हैं. सरकार को हमारी सुध लेनी चाहिए. किसानों की हक की जो बात है उसे सरकार लागू करे और किसानी बचाए.
ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही महिला किसान ने कहा कि
हम ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं. हम 26 जनवरी को ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर दिल्ली पहुचेंगे. हम परेड करेंगे इसके लिए हम ट्रेनिंग ले रही हैं. अगर सरकार नहीं मानी तो 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर टॉली के साथ परेड करेंगे.
किसान यूनियन ने दावा किया है कि हरियाणा से करीब एक लाख ट्रैक्टर परेड में शामिल होंगे. पहले आंदोलन स्थलों पर किसान पहुंचेंगे. इसके बाद संयुक्त मोर्चा रोड मैप जारी करेगा, जो किसान दिल्ली नहीं पहुंच पाएंगे वो अपने जिला और ब्लॉक स्तर पर भी मार्च निकालेंगे. शांतिपूर्वक तरीके से ट्रैक्टर चलेंगे और किसानों के हालात की झांकियां भी दिखाई जाएंगी.
07:41 January 24
किसान बोले- मिली मंजूरी, पुलिस ने कहा- बाद में लेंगे फैसला
किसान 26 जनवरी को 'किसान गणतंत्र परेड' निकालेंगे. दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के बीच बातचीत में इस बात पर सहमति बनी है. योगेंद्र यादव ने कहा कि 26 जनवरी को पुलिस बैरिकेड्स खोल देगी. जिसके बाद किसान दिल्ली में प्रवेश करेंगे. एक तरफ किसान नेताओं ने शनिवार को दावा किया कि पुलिस ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने की मंजूरी दे दी है. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस का कहना है कि बातचीत आखिरी दौर में है. जब किसान हमें ट्रैक्टर परेड का रूट लिखित में दे देंगे तब हम फैसला लेंगे. किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव ने कहा कि हम एतिहासिक और शांतिपूर्वक परेड निकालेंगे. इस परेड से गणतंत्र दिवस परेड या सुरक्षा व्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा भारतीय किसान यूनियन ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो किसान गणतंत्र परेड में हिस्सा लें. इसके साथ ही वो अनुशासन में रहकर कमेटी के दिशा-निर्देशों को पालन करें. अब दिल्ली के सभी बॉर्डर से किसान ट्रैक्टरों के साथ अपने रैलियां निकालेंगे और 100 किलोमीटर का रूट तय किया गया है. जिस बॉर्डर पर किसान ट्रैक्टर रैली निकालेंगे, उसी बॉर्डर पर आकर रैली का समापन भी होगा.
इन संभावित रूटों पर ट्रैक्टर परेड करेंगे किसान
- किसान सिंघु बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट-कंझावला-बवाना से वापस सिंघु बॉर्डर तक निकालेंगे ट्रैक्टर परेड
- टिकरी से चलकर नांगलोई-नजफगढ़-ढांसा-बदली-केएमपी से होते हुए वापस टिकरी तक निकालेंगे ट्रैक्टर परेड
- गाजीपुर से चलकर अप्सरा बॉर्डर-गाजियाबाद-दुहाई होते हुए वापस गाजीपुर पंहुचेंगे किसान
- शाहजहांपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों की ट्रेक्टर परेड को लेकर गुरुग्राम और दिल्ली पुलिस ने नहीं लिया फैसला
- पलवल में बैठे किसानों पर फरीदाबाद-दिल्ली पुलिस ने नहीं लिया फैसला
- इन दोनों दोनों बॉर्डर के किसानों की परेड पर कल होगा फैसला
07:38 January 24
रायपुर में किसानों ने बोला हल्ला, कृषि कानून वापस लेने की मांग
नए कृषि कानूनों के विरोध में देश भर में चल रहे आंदोलन की आग छत्तीसगढ़ में भी पहुंच गई है. छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के आह्वान पर राजधानी रायपुर में भी किसानों ने बड़ा प्रदर्शन किया है. प्रदेश भर से किसान ट्रैक्टर लेकर राजधानी रायपुर पहुंचे. रायपुर के भाठागांव स्थित बस स्टैंड से 500 से ज्यादा ट्रैक्टर लेकर किसान राजभवन की ओर निकले. पुलिस ने किसानों के ट्रैक्टर रैली को बूढ़ातालाब के आगे रोक दिया. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीज जमकर बहस भी हुई.
किसानों ने तोड़ा बैरिकेड्स
ट्रैक्टर रैली के दौरान बड़ी संख्या में किसान रायपुर पहुंचे. इस दौरान किसानों में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नाराजगी दिखी. किसानों को गुस्सा इतना ज्यादा था कि पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को भी किसानों ने ट्रैक्टर से तोड़ दिया. बाद में अधिकारियों और किसान संगठन के प्रतिनिधियों की समझाइश के बाद रैली को वापस लिया गया.
तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के किसान नेताओं ने कहा है कि केंद्र के सरकार की ओर से लाए गए कानून किसान विरोधी हैं. तीनों कानून को वापिस लिया जाए. तीनों कृषि कानून किसानों का नुकसान और किसानों को खत्म करने के जैसे हैं. इसकी वजह से ही किसान ट्रैक्टर लेकर राजधानी पहुंचे हैं.
07:35 January 24
सिंघु बॉर्डर पर बुजुर्ग किसान की मौत
सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई. उनका नाम रतन सिंह है और उम्र 75 साल है. वह पंजाब के रहने वाले हैं. मृतक आंदोलन में शुरुआती दिनों से ही भूमिका निभा रहे थे. पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को परिवार के हवाले कर पैतृक गांव अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया है. किसान नेता राज्य और केंद्र सरकार से मृतक के परिवार की आर्थिक मदद की मांग कर रहे हैं और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कर रहे हैं.
सुबह अचानक बिगड़ी तबीयत
किसान नेता स्वर्ण सिंह पंढेर ने बताया कि मृतक रतन सिंह कि सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. पहले उन्हें किसी तरह से कैंप तक लाया गया. उसके बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. शव को परिजनों के हवाले कर अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव भेज दिया गया है. मृतक किसान खेतों में मजदूरी करते थे और परिवार की हालत भी बहुत खराब है. आंदोलन में पहले ही करीब 70 से 80 किसानों की मौत हो चुकी है और कड़कड़ाती ठंड के चलते मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
आर्थिक मदद की अपील की
किसान नेता सरकार से अपील कर रहे है कि मृतक के परिवार के किसी एक शख्स को नौकरी दी जाए. इनके परिवार की आर्थिक मदद की जाए. किसानों की संस्था तो इनके परिवार की मदद करेगी ही, साथ ही सरकार को भी कुछ इस और ध्यान देना चाहिए.
06:23 January 24
किसान आंदोलन जारी
किसान परेड में उप्र, उत्तराखंड से लगभग 25,000 ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे: राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली किसान परेड में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से लगभग 25,000 ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों प्रदेशों से निकलकर यूपी गेट की ओर बढ़ रही ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को विभिन्न जिलों में पुलिस द्वारा रोका गया लेकिन किसान हर कीमत पर यहां पहुंचेंगे.
टिकैत ने एक बयान में कहा स करीब 25,000 ट्रैक्टर यहां पहुंचेंगे और गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के साथ ही अन्य जिलों में भी किसान ट्रैक्टर रैली निकालेंगे.स बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को इसमें हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होगी.
21:38 January 24
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्रैक्टर महारैली का आयोजन किया
रविवार को इंदौर के देपालपुर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्रैक्टर महारैली का आयोजन किया. इस रैली के बहाने उन्होंने किसानों के सामने अपनी सरकार के समयकाल के जनकल्याणकारी काम गिनाए. साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि किसानों को तरक्की के रास्ते पर आने के लिए नगरीय निकाय पंचायत और आगामी विधानसभा चुनाव में सच्चाई का साथ देना होगा.
21:37 January 24
महिलाओं ने किसानों को फूल बरसा और तिलक लगाकर दिल्ली के लिए रवाना किया. 26 जनवरी को किसान दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने जा रहे हैं. इसी ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने के लिए जींद के किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ भारी मात्रा में दिल्ली के रवाना हुए.
21:37 January 24
मुंबई के आजाद मैदान में किसान पहुंचे किसान
किसान मुक्ती मोर्चा नासिक से मुंबई केआजाद मैदान में किसान पहुंच चुका है.
19:54 January 24
लुधियाना में कृषि कानूनों के खिलाफ मार्च निकाला गया
पंजाब के लुधियाना शहर के निवासियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के पक्ष में साउथ सिटी के पास एक विशाल मार्च का आयोजन किया. इस मार्च में सभी क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए हैं. इस मार्च में न केवल ट्रैक्टर चलाए गए बल्कि गाड़ीयों ने भी बड़ी सख्या में हिस्सा लिया. इन गाड़ीयों पर किसान एकता जिंदाबाद के झंडे फहराए गए. मार्च के दौरान महिलाओं ने कहा कि ये कृषि कानून न केवल किसानों के लिए बल्कि आम आदमी के लिए भी घातक है.
ट्रैक्टर चलाने वाली महिला किसानों ने कहा कि हमें आज एकजुट होने की जरूरत है. महिला ने कहा कि यह पहल नागरिकों द्वारा की गई है. इसलिए वह बहुत खुश है कि आज ग्रामीणों के साथ शहर वासी भी खड़े है. वाहनों में पहुंची शहर की महिलाओं ने कहा कि यह आंदोलन सभी का सांझा आंदोलन है और सभी को इसमें योगदान देने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि इन कानूनों से महंगाई बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि जो आटा आज 20 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध है, वह 100 रुपये प्रति किलोग्राम होगा. मार्च के आयोजक दविंदर सिंह ने कहा कि शहर में ट्रैफिक की समस्या न हो, इसलिए मोटरसाइकिल, वाहनों और ट्रैक्टरों के काफिले के साथ बाहरी शहर में मार्च निकाला गया.
19:45 January 24
महाराष्ट्र : हजारों की संख्या में किसान 25 जनवरी की रैली में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंचेंगे
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को मुंबई के आजाद मैदान में होने वाली रैली में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में किसान निकल चुके हैं.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसान रैली के मद्देनजर पुलिस ने दक्षिण मुंबई स्थित आजाद मैदान और उसके आस-पास के इलाकों की सुरक्षा की विशेष तैयारी की है और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की तैनाती की गई है, इसके साथ ही ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा.
17:42 January 24
किसान नेता योगेंद्र यादव का बयान
दिल्ली पुलिस के साथ मीटिंग के बाद किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस की तरफ से आधिकारिक रूप से 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत मिल गई है, जितने भी साथी अपनी ट्रोलियां लेकर बैठें है. मैं उनसे अपील करता हूं कि सिर्फ ट्रैक्टर दिल्ली के अंदर लेकर आएं, ट्रोलियां न लेकर आएं.
17:23 January 24
गणतंत्र दिवस पर इन नेताओं का विरोध नहीं करेंगे किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच अब हरियाणा सरकार के लिए कुछ राहत नजर आ रही है. दरअसल, हरियाणा में किसान संगठनों ने ये ऐलान किया था कि गणतंत्र दिवस के मौके पर बीजेपी और जेजेपी नेताओं को ध्वजारोहण नहीं करने देंगे, लेकिन अब किसान संगठनों ने ये फैसला लिया है कि वो गणतंत्र दिवस पर इन नेताओं का विरोध नहीं करेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाएंगे.
किसान सीएम का विरोध नहीं करेंगे
गणतंत्र दिवस पर सीएम मनोहर लाल पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में तिरंगा फहराएंगे. इसको लेकर पानीपत जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने किसान संगठनों के साथ बैठक की. बैठक के बाद किसानों ने ये भरोसा दिलाया कि वो सीएम के कार्यक्रम का विरोध नहीं करेंगे, क्योंकि ये राष्ट्र के गौरव का कार्यक्रम है.
'26 जनवरी को नहीं करें किसी नेता का विरोध'
हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने वीडियो जारी कर किसानों से अपील की है. चढूनी वीडियो में कह रहे हैं कि हरियाणा में 26 जनवरी के दिन किसी भी मंत्री या फिर नेता का विरोध ना करें. अगर कोई मंत्री या विधायक झंडा फहराने जा रहा था तो उन्हें ना रोकें, क्योंकि अगर हम ऐसा करेंगे तो लोगों के बीच गलत संदेश जाएगा.
17:22 January 24
राजस्थान से टिकरी बॉर्डर पर आए ऊंट बने आकर्षण का केंद्र
26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड को लेकर किसानों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. टिकरी बॉर्डर हो या सिंघु बॉर्डर भारी मात्रा में किसान यहां ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ पहुंच रहे हैं. इस बीच राजस्थान से ऊंट भी टिकरी और ढांसा बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं.
राजस्थान से आए किसानों के ऊंट भी बॉर्डर पर आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. राजस्थान का जहाज कहे जाने वाले ऊंटों ने टिकरी और ढांसा बॉर्डर पर नृत्य ने लोगों को आकर्षित किया. एक तरफ किसान ट्रैक्टर के जरिए परेड करेंगे तो दूसरी तरफ ये ऊंट भी उस परेड का हिस्सा बनेंगे.
किसान नेता जसबीर सिंह गिल ने कहा सरकार की अगली बैठक की तारीख तय करने की जो जिम्मेदारी है, सरकार उससे भाग नहीं सकती है. इस सरकार की एक परेशानी है कि जब भी इनकी नाकामी सामने आती है तो ये अपना दोष किसी और पर डाल देते हैं. सरकार को 26 जनवरी को इन क़ानूनों को रद्द करने का एलान करना चाहिए.
16:53 January 24
नासिक में किसान सभा के मार्च में हजारों किसानों ने भाग लिया
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ नासिक से मुंबई तक किसान सभा के मार्च में हजारों किसानों ने भाग लिया और इस मार्च के कारण नासिक-मुंबई राजमार्ग पर यातायात बंद हो गया.
16:24 January 24
गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर 74 किलोमीटर का रोड मैप
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच में कई बार मीटिंग हुई और शुरुआती दौर में इस मीटिंग को लेकर दोनों के बीच में तकरार भी देखा जा रहा था. वहीं दिल्ली पुलिस लगातार ट्रेक्टर रैली से इंकार कर रही थी और किसान अपनी जिद पर अड़े हुए थे. आखिरकार दिल्ली के बॉर्डर से लगे हुए इलाकों में अब ट्रैक्टर रैली होने को लेकर के दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच में समझौता हो गया है.
74 किलोमीटर का रोड मैप
जिसकी जानकारी किसान नेता योगेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दे दी थी और आज उसको लेकर के किसानों की एक मीटिंग हुई. जिसमें रोडमैप तैयार किया जाना था कि यह ट्रैक्टर रैली किन-किन इलाकों से होकर निकलेगी. इस रोड मैप को लेकर आज किसानों की मीटिंग थी, जिसमें रोड मैप पूरी तरीके से बना लिया गया और 74 किलोमीटर का यह रोड मैप कुंडली सिंघु बॉर्डर से शुरू होने वाली ट्रैक्टर रैली के लिए बनाया गया है. जिसमें ट्रैक्टर रैली दिल्ली के बॉर्डर से शुरू की जाएगी. बवाना, खरखोदा टोल प्लाजा, कुंडली टोल प्लाजा और उसके बाद वापस दिल्ली से सिंघु बॉर्डर पर आकर खत्म कर दी जाएगी.
अब इस रोड में को किसान दिल्ली पुलिस को सौपेंगे, जिससे दिल्ली पुलिस 26 जनवरी को होने वाली किसान ट्रैक्टर रैली के लिए सुरक्षा इंतजाम भी पुख्ता कर ले और इंतजामों के बीच ही दिल्ली के बॉर्डर से लगे हुए इलाकों में ट्रैक्टर रैली सुनिश्चित की जाएगी.
13:44 January 24
...ऐसा हुआ तो पेट्रोल पंप के बाहर ट्रैक्टर खड़े करके जाम लगा देंगे : टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी है कि अगर पेट्रोल पंप पर किसानों के ट्रैक्टर को डीजल नहीं दिया जाएगा, तो पेट्रोल पंप के बाहर ट्रैक्टर खड़े करके जाम लगा दिया जाएगा. राकेश टिकैत का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में पेट्रोल पंप पर ट्रैक्टरों को डीजल देने से मना किया जा रहा है.
पेट्रोल पंप पर लगाए गए पोस्टर
राकेश टिकैत का आरोप है कि पेट्रोल पंप पर पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिस पर लिख दिया गया है कि ट्रैक्टर को तेल नहीं दिया जाएगा. इससे साफ जाहिर होता है कि किसानों को दिल्ली आने से रोकने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस साजिश को किसान कामयाब नहीं होने देंगे.
11:44 January 24
तमिलनाडु के इरोड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा हम अपने इतिहास में पहली बार देख रहे हैं कि किसान 26 जनवरी को रैली कर रहे हैं क्योंकि वो दुखी हैं और इस बात को समझते हैं कि जो उनका है वो उनसे छीना जा रहा है
10:53 January 24
गाजीपुर बॉर्डर(दिल्ली-यूपी) आंदोलन स्थल पर CCTV लगाए गए हैं. एक प्रदर्शनकारी ने बताया गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड की जाने वाली है. कुछ घटनाएं भी हुई हैं. उसी के मद्देनज़र गाज़ीपुर का पूरा आंदोलन स्थल CCTV की नज़र में रहेगा, 500 वॉलंटियर भी तैनात किए गए हैं
10:52 January 24
जसबीर सिंह गिल ने कहा सरकार की अगली बैठक की तारीख तय करने की जो जिम्मेदारी है, सरकार उससे भाग नहीं सकती है. इस सरकार की एक परेशानी है कि जब भी इनकी नाकामी सामने आती है तो ये अपना दोष किसी और पर डाल देते हैं. सरकार को 26 जनवरी को इन क़ानूनों को रद्द करने का एलान करना चाहिए
09:45 January 24
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 60वें दिन भी जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने बताया आज पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से काफी ट्रैक्टर आ रहे हैं. हम 26 जनवरी को शांतिपूर्ण ट्रैक्टर परेड निकालेंगे. टिकरी बाॅर्डर पर करीब दो-ढाई लाख ट्रैक्टर होंगे.
07:46 January 24
ट्रैक्टर परेड के लिए महिलाओं ने ली ट्रेनिंग
कृषि कानून के खिलाफ करीब दो महीने से किसान दिल्ली से लगती सीमाओं पर डटे हैं. अभी तक सरकार और किसानों के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. लग रहा है कि ना तो सरकार पीछे हटने के मूड में है और ना ही किसान. इस बीच किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड की तैयारी तेज कर दी है. सिर्फ पुरूष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी ट्रैक्टर रैली के लिए घर-घर जाकर लोगों से आंदोलन में शामिल होने का न्योता दे रही हैं.
सुनीता नाम की महिला किसान ने कहा कि हम सभी महिलाएं गांव में इकट्ठी होकर अनाउंसमेंट कर रही हैं कि 26 जनवरी की परेड में सभी लोग हिस्सा लें. हम तबतक दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहेंगे जबतक सरकार हमारी मांगें नहीं माने लेती. पुरुष अपना काम कर रहे हैं और महिला अपना काम कर रही हैं. हम सभी इकट्ठा होकर वहां पर जाएंगे और सफल होकर आएंगे.
कुरुक्षेत्र जिले के भेंसी माजरा गांव की महिलाएं ट्रैक्टर चलाकर लोगों को ट्रैक्टर रैली के लिए न्योता दे रही हैं. जय जवान, जय किसान, किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाती इन महिलाओं की मांग है कि सरकार तीनों कानूनों को वापस ले. धरान स्थल पर पहुंची महिलाओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती. तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
किसान आंदोलन में पहुंची शन्नो देवी नाम की महिला किसान ने ईटीवी भारत हरियाणा के साथ बातचीत में कहा कि
सरकार जो ये काले कानून लाई है. इनकी सबसे ज्यादा मार गरीब परिवार किसानों पर पड़ी है. जब हमारी जमीन ही नहीं बचेगी, तो क्या बचेगा? हम सरकार से मांग करते हैं कि इनती कड़ाके की सर्दी में किसान बैठे हैं. हमारे भाई शहीद हो रहे हैं. सरकार को हमारी सुध लेनी चाहिए. किसानों की हक की जो बात है उसे सरकार लागू करे और किसानी बचाए.
ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही महिला किसान ने कहा कि
हम ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं. हम 26 जनवरी को ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर दिल्ली पहुचेंगे. हम परेड करेंगे इसके लिए हम ट्रेनिंग ले रही हैं. अगर सरकार नहीं मानी तो 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर टॉली के साथ परेड करेंगे.
किसान यूनियन ने दावा किया है कि हरियाणा से करीब एक लाख ट्रैक्टर परेड में शामिल होंगे. पहले आंदोलन स्थलों पर किसान पहुंचेंगे. इसके बाद संयुक्त मोर्चा रोड मैप जारी करेगा, जो किसान दिल्ली नहीं पहुंच पाएंगे वो अपने जिला और ब्लॉक स्तर पर भी मार्च निकालेंगे. शांतिपूर्वक तरीके से ट्रैक्टर चलेंगे और किसानों के हालात की झांकियां भी दिखाई जाएंगी.
07:41 January 24
किसान बोले- मिली मंजूरी, पुलिस ने कहा- बाद में लेंगे फैसला
किसान 26 जनवरी को 'किसान गणतंत्र परेड' निकालेंगे. दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के बीच बातचीत में इस बात पर सहमति बनी है. योगेंद्र यादव ने कहा कि 26 जनवरी को पुलिस बैरिकेड्स खोल देगी. जिसके बाद किसान दिल्ली में प्रवेश करेंगे. एक तरफ किसान नेताओं ने शनिवार को दावा किया कि पुलिस ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने की मंजूरी दे दी है. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस का कहना है कि बातचीत आखिरी दौर में है. जब किसान हमें ट्रैक्टर परेड का रूट लिखित में दे देंगे तब हम फैसला लेंगे. किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव ने कहा कि हम एतिहासिक और शांतिपूर्वक परेड निकालेंगे. इस परेड से गणतंत्र दिवस परेड या सुरक्षा व्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा भारतीय किसान यूनियन ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो किसान गणतंत्र परेड में हिस्सा लें. इसके साथ ही वो अनुशासन में रहकर कमेटी के दिशा-निर्देशों को पालन करें. अब दिल्ली के सभी बॉर्डर से किसान ट्रैक्टरों के साथ अपने रैलियां निकालेंगे और 100 किलोमीटर का रूट तय किया गया है. जिस बॉर्डर पर किसान ट्रैक्टर रैली निकालेंगे, उसी बॉर्डर पर आकर रैली का समापन भी होगा.
इन संभावित रूटों पर ट्रैक्टर परेड करेंगे किसान
- किसान सिंघु बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट-कंझावला-बवाना से वापस सिंघु बॉर्डर तक निकालेंगे ट्रैक्टर परेड
- टिकरी से चलकर नांगलोई-नजफगढ़-ढांसा-बदली-केएमपी से होते हुए वापस टिकरी तक निकालेंगे ट्रैक्टर परेड
- गाजीपुर से चलकर अप्सरा बॉर्डर-गाजियाबाद-दुहाई होते हुए वापस गाजीपुर पंहुचेंगे किसान
- शाहजहांपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों की ट्रेक्टर परेड को लेकर गुरुग्राम और दिल्ली पुलिस ने नहीं लिया फैसला
- पलवल में बैठे किसानों पर फरीदाबाद-दिल्ली पुलिस ने नहीं लिया फैसला
- इन दोनों दोनों बॉर्डर के किसानों की परेड पर कल होगा फैसला
07:38 January 24
रायपुर में किसानों ने बोला हल्ला, कृषि कानून वापस लेने की मांग
नए कृषि कानूनों के विरोध में देश भर में चल रहे आंदोलन की आग छत्तीसगढ़ में भी पहुंच गई है. छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के आह्वान पर राजधानी रायपुर में भी किसानों ने बड़ा प्रदर्शन किया है. प्रदेश भर से किसान ट्रैक्टर लेकर राजधानी रायपुर पहुंचे. रायपुर के भाठागांव स्थित बस स्टैंड से 500 से ज्यादा ट्रैक्टर लेकर किसान राजभवन की ओर निकले. पुलिस ने किसानों के ट्रैक्टर रैली को बूढ़ातालाब के आगे रोक दिया. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीज जमकर बहस भी हुई.
किसानों ने तोड़ा बैरिकेड्स
ट्रैक्टर रैली के दौरान बड़ी संख्या में किसान रायपुर पहुंचे. इस दौरान किसानों में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नाराजगी दिखी. किसानों को गुस्सा इतना ज्यादा था कि पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स को भी किसानों ने ट्रैक्टर से तोड़ दिया. बाद में अधिकारियों और किसान संगठन के प्रतिनिधियों की समझाइश के बाद रैली को वापस लिया गया.
तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के किसान नेताओं ने कहा है कि केंद्र के सरकार की ओर से लाए गए कानून किसान विरोधी हैं. तीनों कानून को वापिस लिया जाए. तीनों कृषि कानून किसानों का नुकसान और किसानों को खत्म करने के जैसे हैं. इसकी वजह से ही किसान ट्रैक्टर लेकर राजधानी पहुंचे हैं.
07:35 January 24
सिंघु बॉर्डर पर बुजुर्ग किसान की मौत
सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई. उनका नाम रतन सिंह है और उम्र 75 साल है. वह पंजाब के रहने वाले हैं. मृतक आंदोलन में शुरुआती दिनों से ही भूमिका निभा रहे थे. पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को परिवार के हवाले कर पैतृक गांव अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया है. किसान नेता राज्य और केंद्र सरकार से मृतक के परिवार की आर्थिक मदद की मांग कर रहे हैं और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कर रहे हैं.
सुबह अचानक बिगड़ी तबीयत
किसान नेता स्वर्ण सिंह पंढेर ने बताया कि मृतक रतन सिंह कि सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. पहले उन्हें किसी तरह से कैंप तक लाया गया. उसके बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. शव को परिजनों के हवाले कर अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव भेज दिया गया है. मृतक किसान खेतों में मजदूरी करते थे और परिवार की हालत भी बहुत खराब है. आंदोलन में पहले ही करीब 70 से 80 किसानों की मौत हो चुकी है और कड़कड़ाती ठंड के चलते मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
आर्थिक मदद की अपील की
किसान नेता सरकार से अपील कर रहे है कि मृतक के परिवार के किसी एक शख्स को नौकरी दी जाए. इनके परिवार की आर्थिक मदद की जाए. किसानों की संस्था तो इनके परिवार की मदद करेगी ही, साथ ही सरकार को भी कुछ इस और ध्यान देना चाहिए.
06:23 January 24
किसान आंदोलन जारी
किसान परेड में उप्र, उत्तराखंड से लगभग 25,000 ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे: राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली किसान परेड में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से लगभग 25,000 ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों प्रदेशों से निकलकर यूपी गेट की ओर बढ़ रही ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को विभिन्न जिलों में पुलिस द्वारा रोका गया लेकिन किसान हर कीमत पर यहां पहुंचेंगे.
टिकैत ने एक बयान में कहा स करीब 25,000 ट्रैक्टर यहां पहुंचेंगे और गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के साथ ही अन्य जिलों में भी किसान ट्रैक्टर रैली निकालेंगे.स बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को इसमें हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होगी.