चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा के किस एक बार फिर से चंडीगढ़ कूच करने जा रहे हैं. दोनों प्रदेशों के करीब 16 किसान संगठनों ने आज चंडीगढ़ में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है. दरअसल किसान बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं, जिसके चलते उन्होंने चंडीगढ़ घेराव का कार्यक्रम बनाया है. वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने भी शहर के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर सभी सीमावर्ती इलाकों को बैरिकेडिंग के जरिए बंद कर दिया है. पंजाब और हरियाणा के किसान चंडीगढ़ में ना घुस पाएं इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. इस काम के लिए 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
ये भी पढ़ें: किसान प्रदर्शन : पुलिस के साथ झड़प के दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचलकर एक व्यक्ति की मौत
किसानों के चंडीगढ़ घेराव के कार्यक्रम को देखते हुए पंजाब पुलिस ने जीरकपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने सड़कों पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं. वाहनों की सख्ती से चेकिंग की जा रही है. ताकि शहर में किसी तरह की कोई अव्यवस्था न फैले.
किसानों ने चंडीगढ़ कूच का ऐलान किया था, जिसके बाद आज अंबाला से चंडीगढ़ कूच करने वाले सभी बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. आईजी शिबास कविराज खुद मौके पर मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तैयारी की गई है. उन्होंने कहा कि, अंबाला के पास लगते सभी बॉर्डर पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं. इस दौरान कई किसानों को हिरासत मे भी लिया गया है, ताकि कोई अशांति न फैले. पंचकूला में भी किसानों के चंडीगढ़ कूच को देखते हुए पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है.
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसानों के ऊपर हुए लाठीचार्ज को लेकर पंजाब सरकार पर निशाना साधा है. राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा है, 'बाढ़ से बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर चंडीगढ़ कुच कर रहे किसानों पर पुलिस के द्वारा किए गये बलप्रयोग के कारण एक किसान को अपनी जान गंवानी पड़ी. पंजाब सरकार व पुलिस प्रशासन किसानों के प्रति तानाशाही रवैया न अपनाएं,उनके हितों के लिए कार्य करें.'
बता दें कि, किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी), बीकेयू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति, बीकेयू (बेहरामके), दोआबा और भूमि बचाओ मुहिम सहित 16 किसान संगठनों ने आज चंडीगढ़ में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है. हालांकि, किसानों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
इससे पहले पंजाब के संगरूर में सोमवार, 21 अगस्त को किसान और पुलिस के बीच झड़प हुई. जहां पर एक किसान ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से बुरी तरह जख्मी हो गया जिसकी बाद में मौत हो गई थी. किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़प में कई किसानों के साथ-साथ पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए, जिसको देखते हुए आज किसानों के उग्र प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है.
ये भी पढ़ें: फतेहाबाद में किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च, बाढ़ से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग, बोले- सरकार ने नहीं ली सुध
बताया जा रहा है कि हरियाणा में भी किसानों के चंडीगढ़ कूच को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस ने अपनी कार्रवाई में फतेहाबाद हिसार कुरुक्षेत्र अंबाला में कार्रवाई करते हुए कई किसान नेताओं को नजरबंद किया है. वहीं, चंडीगढ़ पुलिस के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा पुलिस भी सुरक्षा में तैनात हैं. दोनों प्रदेशों की पुलिस ने भी चंडीगढ़ के बॉर्डर पर किसानों के कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया है.