नई दिल्लीः दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना प्रदर्शन आज 15वें दिन भी जारी है. वहीं, इन पहलवानों के समर्थन में कई राज्यों के किसान संगठन भी पहुंच चुके हैं और महापंचायत कर रहे हैं. जंतर-मंतर पर सुबह से ही पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के खाप पंचायत से जुड़े कई संगठन के सदस्य पहुंच रहे हैं. किसान नेता राकेश टिकैत भी जंतर-मंतर पहुंच चुके हैं. पंजाब के किसान संगठनों में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. वहीं किसानों ने ऐलान किया है कि अगर धरना दे रहे पहलवानों को 11 मई तक न्याय नहीं मिलता है तो 16 मई को हम पूरी दिल्ली को जाम कर देंगे.
जंतर-मंतर पर हरियाणा की खाप पंचायत के सदस्य सुरेंद्र कोच ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि सारी खाप पंचायतों की बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया है कि या तो 11 मई तक पहलवानों को न्याय मिल जाए, नहीं तो चक्का जाम के लिए सरकार तैयार रहे. उन्होंने कहा कि अगर पहलवानों की 11 मई तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो दिल्ली के सभी बॉर्डर पर हरियाणा के लोग पहुंचेंगे. राजस्थान के लोग मथुरा रोड होते हुए दिल्ली में कूच करेंगे और पंजाब के किसान टिकरी, सिंधु बॉर्डर पर पहुंचेंगे. उत्तर प्रदेश के खाप पंचायत से जुड़े हुए लोग गाजीपुर बॉर्डर जाम करेंगे.
जंतर-मंतर पर आज देशभर के अलग-अलग राज्यों से किसान संगठन, महिला संगठन, मजदूर संगठन, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर पहलवानों को समर्थन दिया. सभी संगठन बड़ी महापंचायत कर रहे हैं, जिसमें आगे की रणनीति पर निर्णय लिया जा रहा है. जंतर-मंतर पर पहलवानों को संबोधित करते हुए खाप पंचायत के लोगों ने ऐलान किया कि अगर 11 मई तक हमारी बेटियों को न्याय नहीं मिलता है, तो 16 मई को पूरी दिल्ली को हम जाम कर देंगे.
किसानों ने बॉर्डर पर ही डेरा जमाने की बात कहीः इस दौरान खाप पंचायत की तरफ से यह भी ऐलान किया गया कि वे 11 मई तक का इंतजार कर रहे हैं. जब तक बहन बेटियों को न्याय नहीं मिलता, उसके बाद हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान की खाप पंचायत से जुड़े हुए लोग पैदल दिल्ली कूच करेंगे. अगर पुलिस ने अंदर आने दिया तो ठीक नहीं तो फिर बॉर्डर पर ही डेरा जमा दिया जाएगा. अगर 11 मई तक न्याय मिल जाता है. तीनों पहलवान साक्षी, विनेश और बजरंग कह देते हैं कि हमें न्याय मिल गया, फिर हम आंदोलन नहीं करेंगे. अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो फिर से एक बार फिर दिल्ली के बोर्डर को पूरी तरह से जाम कर दिया जाएगा और एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसमें लाखों लोग खाप पंचायत के पहुंचेंगे.
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