सिरसा : हरियाणा में किसानों पर दर्ज देशद्रोह का मामला (Sirsa Farmers Sedition Case) लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. देशद्रोह के मुकदमे के विरोध में आज किसानों ने सिरसा में महापंचायत की. ऐसे में पुलिस प्रशासन ने भी कमर कस ली थी. पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए कई जगहों पर बैरिकेडिंग लगा दी थी. पुलिस ने लघु सचिवालय के सामने थ्री लेयर बैरिकेडिंग लगाई थी.
किसानों के इस प्रदर्शन में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Farmers leader) और कई बड़े नेता शामिल हुए. शहीद भगत सिंह स्टेडियम में किसानों ने महापंचायत की. महापंचायत के दौरान किसानों ने अपने विचार रखे.
आईजी राकेश आर्य ने किसानों को बातचीत का न्योता दिया है. इस पर किसान नेता राकेश टिकैत ने आईजी से बातचीत की. लेकिन यह चर्चा बेनतीजा रही. आपको बता दें इससे पहले एसडीएम और डीएसपी के न्योते को किसान ठुकरा चुके हैं.
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11 जुलाई को हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी पर हमला किया गया था. डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर उस वक्त हमला हुआ था. जब वो हरियाणा के सिरसा जिले में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (Chaudhary Devi Lal University) में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे.
आरोप है कि कार्यक्रम के बाद जब डिप्टी स्पीकर और अन्य बीजेपी नेता वापस लौट रहे थे तो किसानों ने उनका काफिला रोक दिया और पथराव शुरू कर दिया. आरोप है कि किसानों ने इस दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर भी पथराव किया. किसी तरह पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के काफिले को विरोध के बीच वहां से निकाला था. इस मामले में सिरसा पुलिस की ओर से दो नामजद और करीब 100 किसानों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.