राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि मैं केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध करता हूं और आज मैंने गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है कि अगर काले कानूनों को रद्द नहीं किया जाता है, तो हम एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को अपना समर्थन जारी रखने के बारे में सोचेंगे.
कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा, कहा- पीएम को सुनाने आए हैं 'मन की बात' - दिल्ली चलो मार्च
18:03 November 30
17:18 November 30
हनुमान बेनीवाल की एनडीए छोड़ने की धमकी
17:18 November 30
किसानों पर कानून थोप रही सरकार
किसान बैठक को संबोधित करते हुए कमेटी के राज्य उपप्रधान मास्टर शेर सिंह ने कहा कि आज किसान अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली और बॉर्डर पर धरना देने पर मजबूर हैं. सभी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि ये कानून किसानों के विरोधी हैं. केंद्र सरकार ये कानून किसानों पर थोपने का काम कर रही है.
16:57 November 30
पीएम मोदी अपने ही मन की बात बोल रहे हैं
किसान नेता जगमोहन सिंह ने सिंधु बॉर्डर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम मोदी अपने ही मन की बात बोल रहे हैं. यहां पर बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पंजाब के किसान नहीं हैं, यह मजदूर हैं, गरीब हैं.
16:55 November 30
किसान यूनियन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर सरकार हमारी बात नहीं मानी, तो दिल्ली पूरी दिल्ली को ब्लॉक कर दिया जाएगा.
16:53 November 30
कृषि कानून से कोर्पोरेट को फायदा
भारतीय किसान यूनिय के अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा में आंदोलन को चुचल करने के लिए किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई हैं. इसके बावजूद आंदोलन अपनी चोटी पर है. उन्होंने कहा कृषि कानूनों के कारण कोर्पोरेट को फायदा मिलेगा.
16:43 November 30
पीएम मोदी को सुनाएंगे मन की बात
योगेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज तीर्थ करने वाले किसान, बांट कर खाने वाले किसान इस देश में अपनी छाप छोड़ने के लिए खड़े हैं. यह ऐतिहासिक क्षण है. उन्होंने कहा कि पहले महेंद्र सिंह टिकैत लाखों किसानों को लेकर आए थे. इस आंदोलन से पांच झूठ का पर्दाफाश हुआ है.
16:38 November 30
सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस
सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है. बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. बैठक में योगेंद्र यादव भी शामिल हुए हैं.
16:13 November 30
सिंघु बॉर्डर पर 4.30 बजे संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस
साढ़े चार बजे संयुक्त किसान मोर्चा की सिंघू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी और वो आगे की रणनीति पर मीडिया से बात करेंगे.
13:31 November 30
दिल्ली की घेराबंदी की योजना बना रहे हैं किसान
कृषि कानून के विरोध में अब किसान दिल्ली की घेराबंदी की योजना बना रहे हैं. रविवार को किसान नेताओं ने मीडिया से बातचीत में कहा, पंजाब और हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों से भी किसान दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं. बहरहाल दिल्ली हरियाणा को जोड़ने वाले सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने डेरा जमा रखा है और आने वाले दिनों में किसानों की योजना है कि वह दिल्ली से लगे सभी मुख्य राजमार्गों को ब्लॉक कर दें.
13:30 November 30
सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में धरने पर बैठे किसान
पंजाब से आ कर सिंघु बॉर्डर पर जुटे किसानों का कहना है कि उनके लिये सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानून डेथ वारंट की तरह है और वह किसी भी कीमत पर इन कानूनों को लागू नहीं होने देंगे. ट्रैक्टर ट्रॉलियों में महीनों का राशन भर कर पंजाब से दिल्ली पहुंचे हजारों की संख्या में ट्रैक्टरों को तंबू की शक्ल दे दी गई है, जो आंदोलन में भाग ले रहे किसानों के लिये अस्थाई आसरा बना हुआ है.
कई संस्थाएं किसानों के बीच मुफ्त राशन और भोजन बांटने का काम भी कर रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में धरने पर बैठे किसानों को तीन नये कृषि कानूनों के बारे में विस्तृत समझ भले न हो, लेकिन उनका कहना है कि देश में खेती किसानी का काम किसानों की मर्जी से ही होना चाहिये और इसमें सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिये.
13:23 November 30
दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर बंट रही खीर
प्रदर्शन के दौरान कई बार पुलिस और किसान आमने-सामने जरूर आये, लेकिन गुरु नानक जयंती के मौके पर जब किसानों ने अरदास की तो वहां तैनात जवानों को प्रसाद भी दिया.
13:23 November 30
अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर की बैठक खत्म
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और गृह मंत्री अमित शाह के बीच हुई बैठक खत्म हो गई है. किसानों के प्रदर्शन को लेकर इस बैठक में मंथन हुआ और सरकार के रुख पर चर्चा की गई.
13:23 November 30
दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर जाम
दिल्ली-गुडगांव बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों की भीड़ आने की संभावना को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने पैरामिलिट्री फोर्स के साथ कई जगहों पर नाकेबंदी की है, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक जाम लग गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, हमने यह सिर्फ एहतियात के तौर पर किया है.
13:23 November 30
अमित शाह से मिलने पहुंचे कृषि मंत्री
किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं. इससे पहले बीती रात भी जेपी नड्डा के घर, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर की बैठक हुई थी.
11:54 November 30
किसानों ने किया गुरबानी का पाठ
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गुरु पर्व पर गुरबानी का पाठ किया.
11:53 November 30
किसानों का कोरोना टेस्ट करवाने की अपील
दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर पर जमा किसान प्रदर्शनकारियों को वालंटियर डॉक्टर मेडिकल सुविधाएं दे रहे हैं. एक डॉक्टर ने बताया कि हम सरकार से अपील करते हैं कि यहां जमा किसानों का कोरोना टेस्ट किया जाए. एक किसान को कोरोना होने से कई किसान उसकी चपेट में आ जाएंगे.
11:04 November 30
फरीदाबाद में स्थिति सामान्य है
फरीदाबाद: कृषि कानूनों को लेकर बीते 2 दिनों से किसान सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर डेरा जमाए हुए हैं. किसान लगातार कृषि कानूनों वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए वे दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना देकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना चाहते हैं.
मांग पूरी न होने पर दिल्ली के पांचों बॉर्डर को सील करने का फैसला लिया था. लेकिन बदरपुर बॉर्डर पर तस्वीरे काफी अलग दिखाई दे रही है. वहां स्थिति एकदम सामान्य नजर आ रहे हैं. वहां न तो कोई पुलिस बल है और ना ही किसान. सड़कों पर सिर्फ वाहन सरपट दौड़ रही है.
इससे पहले किसानों के 30 संगठनों ने दिल्ली की पांच बॉर्डर को सील करने का फैसला लिया था, जिसमें बदरपुर बॉर्डर भी शामिला है. किसानों की चेतावनी के बाद भी वहां किसी प्रकार की पुलिस फोर्स नहीं है. स्थिति आम दिनों की तरह बनी हुई है.
10:53 November 30
ड्रोन कैमरे के जरिए रखी जा रही नजर
दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान इकट्ठा हो गए हैं. अब यहां पर पुलिस ड्रोन कैमरे के जरिए नज़र रख रही है. किसानों की ओर से लगातार एक ही मांग की जा रही है कि खुद पीएम मोदी या गृह मंत्री अमित शाह बात करें और इस मसले का हल निकलवाएं.
10:52 November 30
इन बॉर्डरस पर लगा है किसानों का जमावड़ा
पंजाब और हरियाणा के किसानों ने पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के चारों ओर डेरा जमाया हुआ है. कृषि कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान अब पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं और दिल्ली में घुसने के लिए अड़े हैं. पहले दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर किसानों ने बड़ी संख्या में डेरा जमाया, पुलिस से संघर्ष किया. अब गाजीपुर बॉर्डर पर भी ऐसा ही हाल है और किसान यहां पर बैठ गए हैं, जिसके कारण दिल्ली-एनसीआर के लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
10:49 November 30
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं किसान
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं.
10:49 November 30
किसानों ने गुरु पर्व पर किया गुरबानी का पाठ
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गुरु पर्व पर गुरबानी का पाठ किया.
10:39 November 30
दिल्ली के सभी बॉर्डर सील
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, हमें यहां रूकने से कोई फायदा नहीं है, अभी तक कोई पूछने नहीं आया. हम यहां रहने नहीं आए हैं. दिल्ली के सभी बॉर्डर सील किए जाएंगे, उसके बाद ये लोग सुनेंगे.
10:34 November 30
दिल्ली-मथुरा हाईवे पर ट्रैफिक के सामान्य हालात
फरीदाबाद में आज से किसानों ने दिल्ली को दूसरे राज्यों से जोड़ने वाले पांच प्रमुख बॉर्डर को जाम करने की चेतावनी दी है. लेकिन दिल्ली-मथुरा हाईवे पर स्थित बदरपुर बॉर्डर पर इस वक्त ट्रैफिक के हालात सामान्य हैं. गाड़ियों के आवागमन पहले की तरह हो रहा है. यही नहीं दो दिन पहले तक बदरपुर बोर्डर पर दिल्ली पुलिस तैनात थी. लेकिन आज उसे भी हटा लिया गया है.
10:32 November 30
किसान नेताओं की दोपहर दो बजे होगी मीटिंग
सिंघु बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. किसान नेताओं की मीटिंग आज दोपहर दो बजे होगी. जिसके बाद शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसान अपनी अगली रणनीति का ऐलान करेंगे.
10:31 November 30
किसानों के समर्थन में उतरे पहलवान बजरंग पूनिया
सोनीपत: देश के स्टार पहलवान बजरंग पुनिया किसानों के समर्थन में आगे आए हैं. बजरंग पूनिया ने वीडियो जारी कर सरकार से अपील की कि इस लड़ाई को राजनीतिक रूप न दें, सरकार किसानों से बातचीत कर जल्द मामले का निपटारा करें. किसानों से भी शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने की अपील की गई है.
09:50 November 30
प्रदर्शनस्थल पर नाश्ता करते किसान
किसानों का धरना सोमवार को भी जारी है. किसान सुबह से ही फिर विरोध करने में जुट गए हैं, इस दौरान सिंधु बॉर्डर पर सुबह-सुबह किसानों ने नाश्ता बनाया और सभी प्रदर्शनकारियों को दिया. किसानों ने पहले ही ऐलान किया है कि वो चार महीने के राशन के साथ यहां आए हैं.
09:50 November 30
सभी पांच रास्तों को बंद करने की चेतावनी
नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को सिंधु बॉर्डर से हटने से इनकार कर दिया है. इस के साथ ही किसान संगठनों के नेताओं ने देश की राजधानी में प्रवेश के सभी पांच रास्तों को बंद करने की चेतावनी दी है.
09:48 November 30
ठंड में भी डटे हुए हैं किसान
दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर सोमवार सुबह भी कड़ाके की ठंड के बीच किसान डटे हुए हैं.
09:48 November 30
दिल्ली के चारों ओर किसानों का डेरा
दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की मांग को लेकर अड़े किसानों का संघर्ष जारी है. सरकार की ओर से बुराड़ी में प्रदर्शन करने की अपील को किसानों ने ठुकरा दिया और कहा कि कृषि कानूनों को लेकर उनकी मांग मानी जाए, वरना दिल्ली आने वाले पांचों रास्ते बंद किए जाएंगे. किसानों का कहना है कि उनके पास चार महीने तक का राशन है, ऐसे में वो अपनी जगह से टस से मस नहीं होंगे.
09:47 November 30
टिकरी-सिंधु बॉर्डर पूरी तरह बंद
कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ किसानों का रण अभी तक खत्म नहीं हुआ है. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली और आसपास के इलाकों में किसानों ने डेरा जमाया हुआ है. प्रदर्शनकारी किसानों को सरकार की ओर से बातचीत का प्रस्ताव दिया जा रहा है, लेकिन किसान शर्तें नहीं मान रहे हैं. दूसरी ओर, सरकार इस मसले पर एक्टिव हुई है और बीते दिन बड़े मंत्रियों ने बैठक की. अब आज इसका प्रदर्शन पर क्या असर होता है, इस पर हर किसी की नजरें हैं.
09:46 November 30
गाजीपुर-गाजियाबाद सीमा पर सुरक्षा कड़ी
गाजीपुर-गाजियाबाद (दिल्ली-यूपी) सीमा पर सुरक्षा कड़ी. इसके साथ ही बैरिकेडिंग भी की जा रही है, जहां किसान फार्म कानूनों के विरोध में एकत्र हुए हैं.
09:22 November 30
ट्रैफिक की वजह से आवाजाही बंद
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, टिकरी और सिंधु बॉर्डर पर किसी तरह की ट्रैफिक मूवमेंट की इजाजत नहीं है.
09:21 November 30
किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
सुरक्षा तैनाती के बीच गाजीपुर-गाजियाबाद (दिल्ली-यूपी) सीमा पर किसानों ने अपना विरोध जारी रखा.
09:14 November 30
एक दिसंबर से राज्यों में भी प्रदर्शन
दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर किसानों की बैठक हुई. किसानों ने कहा कि एक दिसंबर से राज्यों में भी प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के किसान भारी संख्या में गोलबंद होकर पहुंच रहे हैं. साथ ही यूपी और उत्तराखंड के किसान भी दिल्ली आ रहे हैं.
09:13 November 30
सरकार ने फिर दिया बातचीत का प्रस्ताव
यूनियन होम सेक्रेटरी अजय भल्ला ने पंजाब के 32 किसान यूनियनों को जल्दी बातचीत के लिए दिल्ली के बुराड़ी बुलाया था. उन्होंने बताया कि जैसे ही किसान बुराड़ी शिफ्ट होंगे, अगले ही दिन भारत सरकार विज्ञान भवन में किसानों के प्रतिनिधिमंडल और मंत्रियों के बीच चर्चा के लिए तैयार है. इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा था कि सरकार बातचीत के लिए तय दिन तीन दिसंबर से पहले भी किसानों से बातचीत के लिए तैयार है.
08:04 November 30
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं किसान
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, जब सारी बैठक हमेशा जंतर-मंतर पर होती हैं तो किसान को जंतर-मंतर पर क्यों नहीं जाने दे रहे? जब तक कोई फैसला नहीं निकलेगा हम यहीं रहेंगे.
07:57 November 30
सिंधु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
सिंधु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा सीमा) पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. केंद्र सरकार के फार्म कानूनों का किसान लगातार विरोध कर रहे हैं.
07:56 November 30
दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति मिलेः AAP
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता राघव चड्ढा ने किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति दिए जाने की मांग की और कहा कि किसान जहां कहीं भी विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं, उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार किसानों से तुरंत बिना शर्त बात करे.
06:21 November 30
LIVE : किसानों का प्रदर्शन लाइव अपडेट
नई दिल्ली/चंडीगढ़ : नये कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर पिछले चार दिन से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने प्रदर्शनकारियों के उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी स्थित मैदान में जाने के बाद बातचीत शुरू करने के केंद्र के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और रविवार को कहा कि वे कोई सशर्त बातचीत स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि वे राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले भी पांच प्रवेश मार्गो को बंद कर देंगे.
जेपी नड्डा के घर उच्च-स्तरीय बैठक हुई
किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर उच्च-स्तरीय बैठक हुई थी. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर भी मौजूद रहे.
बता दें कि पिछले चार दिनों से किसान कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. दिल्ली में किसानों के आक्रोश के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार शाम किसानों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की थी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि इन कृषि सुधारों ने किसानों को नये अधिकार और अवसर दिये हैं और बहुत कम समय में उनकी परेशानियों को कम करना शुरू कर दिया है. हालांकि इसके बाद भी गतिरोध कम होता नहीं दिखा.
गृह मंत्रालय ने भी किसान संगठनों को आश्वासन दिया कि केंद्रीय मंत्रियों का एक उच्चस्तरीय दल प्रदर्शनकारियों के बुराड़ी मैदान पहुंचने के बाद उनसे बातचीत करेगा.
प्रस्ताव अस्वीकार
किसानों के 30 से अधिक संगठनों की रविवार को हुई बैठक में किसानों के बुराड़ी मैदान पहुंचने पर तीन दिसंबर की तय तारीख से पहले वार्ता की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पेशकश पर बातचीत की गयी, लेकिन हजारों प्रदर्शनकारियों ने इस प्रस्ताव को स्वीकारने से मना कर दिया और सर्दी में एक और रात सिंघु तथा टिकरी बार्डरों पर बिताने की बात कही.
उनके प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्हें शाह की यह शर्त स्वीकार नहीं है कि वे प्रदर्शन स्थल बदल दें. उन्होंने दावा किया कि बुराड़ी मैदान एक खुली जेल है.
विपक्षी पार्टियों ने भी इस बात पर जोर दिया कि सरकार को किसानों के साथ बिना शर्त बातचीत शुरू करनी चाहिए.
शर्त स्वीकार नहीं
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुरजीत एस फूल ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा रखी गई शर्त हमें स्वीकार नहीं है. हम कोई सशर्त बातचीत नहीं करेंगे. हम सरकार के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हैं. घेराव खत्म नहीं होगा. हम दिल्ली में प्रवेश के सभी पांच रास्तों को बंद करेंगे.
उन्होंने कहा, बातचीत के लिए शर्त किसानों का अपमान है. हम कभी बुराड़ी नहीं जाएंगे. वह पार्क नहीं है बल्कि खुली जेल है.
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चाधोनी ने कहा, हम उनके (सरकार) प्रस्ताव की शर्त को स्वीकार नहीं करेंगे. हम बातचीत करने को तैयार है लेकिन अभी कोई शर्त नहीं स्वीकार करेंगे.
उधर, शनिवार को बुराड़ी में निरंकारी समागम मैदान पहुंचे किसानों ने वहां अपना प्रदर्शन जारी रखा.
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने शनिवार को 32 किसान संगठनों को भेजे गए पत्र में ठंड के मौसम और कोविड-19 की परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा कि किसानों को बुराड़ी मैदान जाना चाहिए, जहां उनके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
भल्ला ने कहा, मैं आपसे निवेदन करता हूं कि सभी किसानों को लेकर आप दिल्ली की सीमा से बुराड़ी मैदान पहुंचें, जहां उनके लिए सभी सुविधाओं का प्रबंध किया गया है और वे शांतिपूर्वक अपना विरोध-प्रदर्शन करें तथा पुलिस इसकी अनुमति देगी.
उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा के लिए केंद्र सरकार ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को तीन दिसंबर को आमंत्रित किया है.
अमित शाह की अपील
उल्लेखनीय है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से बुराड़ी मैदान में आकर प्रदर्शन करने की अपील की है और कहा कि वे जैसे ही निर्धारित स्थान पर जाएंगे, उसी समय केंद्र वार्ता को तैयार है.
शाह ने कहा कि किसानों के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए तीन दिसंबर को आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ किसान संगठनों ने तत्काल वार्ता करने की मांग की है और केंद्र बुराड़ी के मैदान में किसानों के स्थानांतरित होते ही वार्ता को तैयार है.
मन की बात में बोले पीएम
प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम में रविवार को कहा, भारत में खेती और उससे जुड़ी चीजों के साथ नए आयाम जुड़ रहे हैं. बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोले हैं.
उन्होंने कहा, किसानों की वर्षों से कुछ मांगें थीं और उन्हें पूरा करने के लिए हर राजनीतिक दल ने कभी न कभी वादा किया था, लेकिन वे कभी पूरी नहीं हुईं.
प्रधानमंत्री ने कहा, संसद ने काफी विचार-विमर्श के बाद कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया. इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन समाप्त हुए हैं, बल्कि उन्हें नए अधिकार और अवसर भी मिले हैं. इन अधिकारों ने बहुत कम समय में किसानों की परेशानियों को कम करना शुरू कर दिया है.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी क्षेत्र में लोगों के लिए ‘सही जानकारी रखना और अफवाहों तथा किसी भी प्रकार के संशय से दूर रहना’ एक बड़ी ताकत होती है. उन्होंने खेती के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग कर रहे कुछ किसानों के उदाहरण भी प्रस्तुत किए.
और अधिक प्रदर्शनकारी शामिल होंगे
हालांकि किसान नेताओं ने दावा किया कि हरियाणा और पंजाब से और अधिक प्रदर्शनकारी इसमें शामिल होंगे.
हरियाणा के दादरी से निर्दलीय विधायक तथा सांगवान खाप के प्रमुख सोमबीर सांगवान ने कहा कि हरियाणा की अनेक खापों ने किसानों के प्रदर्शन को समर्थन दिया है और वे राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करेंगे.
किसान जता रहे विरोध
भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच किसान दिल्ली की सीमाओं पर सरकार के खिलाफ नारे लगा कर अपना विरोध जता रहे हैं. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) प्रदर्शन कर रहे किसानों को भोजन मुहैया करा रही है.
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
प्रदर्शनकारी किसानों के दिल्ली की तरफ बढ़ने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच आरोप-प्रत्यारोप सुनने को मिले.
सिंह और उनकी कांग्रेस पार्टी ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है और खट्टर सरकार की आलोचना की जिसने भाजपा शासित हरियाणा से प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोकने का प्रयास किया.
खट्टर ने रविवार को कहा कि अगर किसानों के दिल्ली के साथ लगी राज्य की सीमाओं पर एकत्रित होने से कोविड-19 महामारी के हालात बिगड़ते हैं तो वह अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार को ठहराएंगे.
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरा प्रदर्शन कांग्रेस और पंजाब सरकार द्वारा प्रायोजित है.
कृषि कानूनों पर सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार सत्ता के नशे में चूर है.
राहुल का केंद्र पर निशाना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के प्रदर्शन के मुद्दे पर सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया, वादा था किसानों की आय दोगुनी करने का, मोदी सरकार ने आय तो कई गुना बढ़ा दी लेकिन अडानी-अंबानी की!
पढ़ें: किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी की नड्डा के घर हाई लेवल मीटिंग
उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, जो काले कृषि कानूनों को अब तक सही बता रहे हैं, वो क्या खाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे? अब होगी किसान की बात.
सुरजेवाला का मोदी सरकार पर वार
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, भारत के 62 करोड़ किसानों और खेतिहर श्रमिकों के मुद्दों पर प्रधानमंत्री की जिद, अहंकार और अड़ियल रवैया आज के मन की बात में उनके इस बयान में स्पष्ट दिखा कि संसद द्वारा गैरकानूनी और असंवैधानिक तरीके से पारित तीनों किसान-विरोधी, कृषि विरोधी कानून सही हैं.
बिना शर्त बातचीत होनी चाहिए: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से केंद्र को तत्काल और बिना शर्त बातचीत करनी चाहिए.
शिवसेना बोली, आतंकियों जैसा हो रहा व्यवहार
सरकार की पूर्व सहयोगी शिवसेना ने कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ आतंकवादियों की तरह बर्ताव किया जा रहा है.
पार्टी सांसद संजय राउत ने कहा कि सरकार को सहानुभूति के साथ किसानों की मांगों पर विचार करना चाहिए.
पुलिस उपायुक्त (बाहरी दिल्ली) गौरव शर्मा ने कहा कि वे किसानों के लिए भोजन और अन्य जरूरी चीजें लेकर जा रहे वाहनों को जाने की अनुमति दे रहे हैं.
18:03 November 30
17:18 November 30
हनुमान बेनीवाल की एनडीए छोड़ने की धमकी
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि मैं केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध करता हूं और आज मैंने गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है कि अगर काले कानूनों को रद्द नहीं किया जाता है, तो हम एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को अपना समर्थन जारी रखने के बारे में सोचेंगे.
17:18 November 30
किसानों पर कानून थोप रही सरकार
किसान बैठक को संबोधित करते हुए कमेटी के राज्य उपप्रधान मास्टर शेर सिंह ने कहा कि आज किसान अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली और बॉर्डर पर धरना देने पर मजबूर हैं. सभी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि ये कानून किसानों के विरोधी हैं. केंद्र सरकार ये कानून किसानों पर थोपने का काम कर रही है.
16:57 November 30
पीएम मोदी अपने ही मन की बात बोल रहे हैं
किसान नेता जगमोहन सिंह ने सिंधु बॉर्डर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम मोदी अपने ही मन की बात बोल रहे हैं. यहां पर बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पंजाब के किसान नहीं हैं, यह मजदूर हैं, गरीब हैं.
16:55 November 30
किसान यूनियन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर सरकार हमारी बात नहीं मानी, तो दिल्ली पूरी दिल्ली को ब्लॉक कर दिया जाएगा.
16:53 November 30
कृषि कानून से कोर्पोरेट को फायदा
भारतीय किसान यूनिय के अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा में आंदोलन को चुचल करने के लिए किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई हैं. इसके बावजूद आंदोलन अपनी चोटी पर है. उन्होंने कहा कृषि कानूनों के कारण कोर्पोरेट को फायदा मिलेगा.
16:43 November 30
पीएम मोदी को सुनाएंगे मन की बात
योगेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज तीर्थ करने वाले किसान, बांट कर खाने वाले किसान इस देश में अपनी छाप छोड़ने के लिए खड़े हैं. यह ऐतिहासिक क्षण है. उन्होंने कहा कि पहले महेंद्र सिंह टिकैत लाखों किसानों को लेकर आए थे. इस आंदोलन से पांच झूठ का पर्दाफाश हुआ है.
16:38 November 30
सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस
सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है. बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. बैठक में योगेंद्र यादव भी शामिल हुए हैं.
16:13 November 30
सिंघु बॉर्डर पर 4.30 बजे संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस
साढ़े चार बजे संयुक्त किसान मोर्चा की सिंघू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी और वो आगे की रणनीति पर मीडिया से बात करेंगे.
13:31 November 30
दिल्ली की घेराबंदी की योजना बना रहे हैं किसान
कृषि कानून के विरोध में अब किसान दिल्ली की घेराबंदी की योजना बना रहे हैं. रविवार को किसान नेताओं ने मीडिया से बातचीत में कहा, पंजाब और हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों से भी किसान दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं. बहरहाल दिल्ली हरियाणा को जोड़ने वाले सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने डेरा जमा रखा है और आने वाले दिनों में किसानों की योजना है कि वह दिल्ली से लगे सभी मुख्य राजमार्गों को ब्लॉक कर दें.
13:30 November 30
सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में धरने पर बैठे किसान
पंजाब से आ कर सिंघु बॉर्डर पर जुटे किसानों का कहना है कि उनके लिये सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानून डेथ वारंट की तरह है और वह किसी भी कीमत पर इन कानूनों को लागू नहीं होने देंगे. ट्रैक्टर ट्रॉलियों में महीनों का राशन भर कर पंजाब से दिल्ली पहुंचे हजारों की संख्या में ट्रैक्टरों को तंबू की शक्ल दे दी गई है, जो आंदोलन में भाग ले रहे किसानों के लिये अस्थाई आसरा बना हुआ है.
कई संस्थाएं किसानों के बीच मुफ्त राशन और भोजन बांटने का काम भी कर रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में धरने पर बैठे किसानों को तीन नये कृषि कानूनों के बारे में विस्तृत समझ भले न हो, लेकिन उनका कहना है कि देश में खेती किसानी का काम किसानों की मर्जी से ही होना चाहिये और इसमें सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिये.
13:23 November 30
दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर बंट रही खीर
प्रदर्शन के दौरान कई बार पुलिस और किसान आमने-सामने जरूर आये, लेकिन गुरु नानक जयंती के मौके पर जब किसानों ने अरदास की तो वहां तैनात जवानों को प्रसाद भी दिया.
13:23 November 30
अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर की बैठक खत्म
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और गृह मंत्री अमित शाह के बीच हुई बैठक खत्म हो गई है. किसानों के प्रदर्शन को लेकर इस बैठक में मंथन हुआ और सरकार के रुख पर चर्चा की गई.
13:23 November 30
दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर जाम
दिल्ली-गुडगांव बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों की भीड़ आने की संभावना को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने पैरामिलिट्री फोर्स के साथ कई जगहों पर नाकेबंदी की है, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक जाम लग गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, हमने यह सिर्फ एहतियात के तौर पर किया है.
13:23 November 30
अमित शाह से मिलने पहुंचे कृषि मंत्री
किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं. इससे पहले बीती रात भी जेपी नड्डा के घर, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर की बैठक हुई थी.
11:54 November 30
किसानों ने किया गुरबानी का पाठ
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गुरु पर्व पर गुरबानी का पाठ किया.
11:53 November 30
किसानों का कोरोना टेस्ट करवाने की अपील
दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर पर जमा किसान प्रदर्शनकारियों को वालंटियर डॉक्टर मेडिकल सुविधाएं दे रहे हैं. एक डॉक्टर ने बताया कि हम सरकार से अपील करते हैं कि यहां जमा किसानों का कोरोना टेस्ट किया जाए. एक किसान को कोरोना होने से कई किसान उसकी चपेट में आ जाएंगे.
11:04 November 30
फरीदाबाद में स्थिति सामान्य है
फरीदाबाद: कृषि कानूनों को लेकर बीते 2 दिनों से किसान सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर डेरा जमाए हुए हैं. किसान लगातार कृषि कानूनों वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए वे दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना देकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना चाहते हैं.
मांग पूरी न होने पर दिल्ली के पांचों बॉर्डर को सील करने का फैसला लिया था. लेकिन बदरपुर बॉर्डर पर तस्वीरे काफी अलग दिखाई दे रही है. वहां स्थिति एकदम सामान्य नजर आ रहे हैं. वहां न तो कोई पुलिस बल है और ना ही किसान. सड़कों पर सिर्फ वाहन सरपट दौड़ रही है.
इससे पहले किसानों के 30 संगठनों ने दिल्ली की पांच बॉर्डर को सील करने का फैसला लिया था, जिसमें बदरपुर बॉर्डर भी शामिला है. किसानों की चेतावनी के बाद भी वहां किसी प्रकार की पुलिस फोर्स नहीं है. स्थिति आम दिनों की तरह बनी हुई है.
10:53 November 30
ड्रोन कैमरे के जरिए रखी जा रही नजर
दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान इकट्ठा हो गए हैं. अब यहां पर पुलिस ड्रोन कैमरे के जरिए नज़र रख रही है. किसानों की ओर से लगातार एक ही मांग की जा रही है कि खुद पीएम मोदी या गृह मंत्री अमित शाह बात करें और इस मसले का हल निकलवाएं.
10:52 November 30
इन बॉर्डरस पर लगा है किसानों का जमावड़ा
पंजाब और हरियाणा के किसानों ने पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के चारों ओर डेरा जमाया हुआ है. कृषि कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान अब पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं और दिल्ली में घुसने के लिए अड़े हैं. पहले दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर किसानों ने बड़ी संख्या में डेरा जमाया, पुलिस से संघर्ष किया. अब गाजीपुर बॉर्डर पर भी ऐसा ही हाल है और किसान यहां पर बैठ गए हैं, जिसके कारण दिल्ली-एनसीआर के लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
10:49 November 30
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं किसान
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं.
10:49 November 30
किसानों ने गुरु पर्व पर किया गुरबानी का पाठ
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गुरु पर्व पर गुरबानी का पाठ किया.
10:39 November 30
दिल्ली के सभी बॉर्डर सील
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, हमें यहां रूकने से कोई फायदा नहीं है, अभी तक कोई पूछने नहीं आया. हम यहां रहने नहीं आए हैं. दिल्ली के सभी बॉर्डर सील किए जाएंगे, उसके बाद ये लोग सुनेंगे.
10:34 November 30
दिल्ली-मथुरा हाईवे पर ट्रैफिक के सामान्य हालात
फरीदाबाद में आज से किसानों ने दिल्ली को दूसरे राज्यों से जोड़ने वाले पांच प्रमुख बॉर्डर को जाम करने की चेतावनी दी है. लेकिन दिल्ली-मथुरा हाईवे पर स्थित बदरपुर बॉर्डर पर इस वक्त ट्रैफिक के हालात सामान्य हैं. गाड़ियों के आवागमन पहले की तरह हो रहा है. यही नहीं दो दिन पहले तक बदरपुर बोर्डर पर दिल्ली पुलिस तैनात थी. लेकिन आज उसे भी हटा लिया गया है.
10:32 November 30
किसान नेताओं की दोपहर दो बजे होगी मीटिंग
सिंघु बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. किसान नेताओं की मीटिंग आज दोपहर दो बजे होगी. जिसके बाद शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसान अपनी अगली रणनीति का ऐलान करेंगे.
10:31 November 30
किसानों के समर्थन में उतरे पहलवान बजरंग पूनिया
सोनीपत: देश के स्टार पहलवान बजरंग पुनिया किसानों के समर्थन में आगे आए हैं. बजरंग पूनिया ने वीडियो जारी कर सरकार से अपील की कि इस लड़ाई को राजनीतिक रूप न दें, सरकार किसानों से बातचीत कर जल्द मामले का निपटारा करें. किसानों से भी शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने की अपील की गई है.
09:50 November 30
प्रदर्शनस्थल पर नाश्ता करते किसान
किसानों का धरना सोमवार को भी जारी है. किसान सुबह से ही फिर विरोध करने में जुट गए हैं, इस दौरान सिंधु बॉर्डर पर सुबह-सुबह किसानों ने नाश्ता बनाया और सभी प्रदर्शनकारियों को दिया. किसानों ने पहले ही ऐलान किया है कि वो चार महीने के राशन के साथ यहां आए हैं.
09:50 November 30
सभी पांच रास्तों को बंद करने की चेतावनी
नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को सिंधु बॉर्डर से हटने से इनकार कर दिया है. इस के साथ ही किसान संगठनों के नेताओं ने देश की राजधानी में प्रवेश के सभी पांच रास्तों को बंद करने की चेतावनी दी है.
09:48 November 30
ठंड में भी डटे हुए हैं किसान
दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर सोमवार सुबह भी कड़ाके की ठंड के बीच किसान डटे हुए हैं.
09:48 November 30
दिल्ली के चारों ओर किसानों का डेरा
दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की मांग को लेकर अड़े किसानों का संघर्ष जारी है. सरकार की ओर से बुराड़ी में प्रदर्शन करने की अपील को किसानों ने ठुकरा दिया और कहा कि कृषि कानूनों को लेकर उनकी मांग मानी जाए, वरना दिल्ली आने वाले पांचों रास्ते बंद किए जाएंगे. किसानों का कहना है कि उनके पास चार महीने तक का राशन है, ऐसे में वो अपनी जगह से टस से मस नहीं होंगे.
09:47 November 30
टिकरी-सिंधु बॉर्डर पूरी तरह बंद
कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ किसानों का रण अभी तक खत्म नहीं हुआ है. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली और आसपास के इलाकों में किसानों ने डेरा जमाया हुआ है. प्रदर्शनकारी किसानों को सरकार की ओर से बातचीत का प्रस्ताव दिया जा रहा है, लेकिन किसान शर्तें नहीं मान रहे हैं. दूसरी ओर, सरकार इस मसले पर एक्टिव हुई है और बीते दिन बड़े मंत्रियों ने बैठक की. अब आज इसका प्रदर्शन पर क्या असर होता है, इस पर हर किसी की नजरें हैं.
09:46 November 30
गाजीपुर-गाजियाबाद सीमा पर सुरक्षा कड़ी
गाजीपुर-गाजियाबाद (दिल्ली-यूपी) सीमा पर सुरक्षा कड़ी. इसके साथ ही बैरिकेडिंग भी की जा रही है, जहां किसान फार्म कानूनों के विरोध में एकत्र हुए हैं.
09:22 November 30
ट्रैफिक की वजह से आवाजाही बंद
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, टिकरी और सिंधु बॉर्डर पर किसी तरह की ट्रैफिक मूवमेंट की इजाजत नहीं है.
09:21 November 30
किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
सुरक्षा तैनाती के बीच गाजीपुर-गाजियाबाद (दिल्ली-यूपी) सीमा पर किसानों ने अपना विरोध जारी रखा.
09:14 November 30
एक दिसंबर से राज्यों में भी प्रदर्शन
दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर किसानों की बैठक हुई. किसानों ने कहा कि एक दिसंबर से राज्यों में भी प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के किसान भारी संख्या में गोलबंद होकर पहुंच रहे हैं. साथ ही यूपी और उत्तराखंड के किसान भी दिल्ली आ रहे हैं.
09:13 November 30
सरकार ने फिर दिया बातचीत का प्रस्ताव
यूनियन होम सेक्रेटरी अजय भल्ला ने पंजाब के 32 किसान यूनियनों को जल्दी बातचीत के लिए दिल्ली के बुराड़ी बुलाया था. उन्होंने बताया कि जैसे ही किसान बुराड़ी शिफ्ट होंगे, अगले ही दिन भारत सरकार विज्ञान भवन में किसानों के प्रतिनिधिमंडल और मंत्रियों के बीच चर्चा के लिए तैयार है. इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा था कि सरकार बातचीत के लिए तय दिन तीन दिसंबर से पहले भी किसानों से बातचीत के लिए तैयार है.
08:04 November 30
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं किसान
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, जब सारी बैठक हमेशा जंतर-मंतर पर होती हैं तो किसान को जंतर-मंतर पर क्यों नहीं जाने दे रहे? जब तक कोई फैसला नहीं निकलेगा हम यहीं रहेंगे.
07:57 November 30
सिंधु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
सिंधु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा सीमा) पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. केंद्र सरकार के फार्म कानूनों का किसान लगातार विरोध कर रहे हैं.
07:56 November 30
दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति मिलेः AAP
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता राघव चड्ढा ने किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति दिए जाने की मांग की और कहा कि किसान जहां कहीं भी विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं, उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार किसानों से तुरंत बिना शर्त बात करे.
06:21 November 30
LIVE : किसानों का प्रदर्शन लाइव अपडेट
नई दिल्ली/चंडीगढ़ : नये कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर पिछले चार दिन से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने प्रदर्शनकारियों के उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी स्थित मैदान में जाने के बाद बातचीत शुरू करने के केंद्र के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और रविवार को कहा कि वे कोई सशर्त बातचीत स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि वे राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले भी पांच प्रवेश मार्गो को बंद कर देंगे.
जेपी नड्डा के घर उच्च-स्तरीय बैठक हुई
किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर उच्च-स्तरीय बैठक हुई थी. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर भी मौजूद रहे.
बता दें कि पिछले चार दिनों से किसान कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. दिल्ली में किसानों के आक्रोश के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार शाम किसानों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की थी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि इन कृषि सुधारों ने किसानों को नये अधिकार और अवसर दिये हैं और बहुत कम समय में उनकी परेशानियों को कम करना शुरू कर दिया है. हालांकि इसके बाद भी गतिरोध कम होता नहीं दिखा.
गृह मंत्रालय ने भी किसान संगठनों को आश्वासन दिया कि केंद्रीय मंत्रियों का एक उच्चस्तरीय दल प्रदर्शनकारियों के बुराड़ी मैदान पहुंचने के बाद उनसे बातचीत करेगा.
प्रस्ताव अस्वीकार
किसानों के 30 से अधिक संगठनों की रविवार को हुई बैठक में किसानों के बुराड़ी मैदान पहुंचने पर तीन दिसंबर की तय तारीख से पहले वार्ता की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पेशकश पर बातचीत की गयी, लेकिन हजारों प्रदर्शनकारियों ने इस प्रस्ताव को स्वीकारने से मना कर दिया और सर्दी में एक और रात सिंघु तथा टिकरी बार्डरों पर बिताने की बात कही.
उनके प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्हें शाह की यह शर्त स्वीकार नहीं है कि वे प्रदर्शन स्थल बदल दें. उन्होंने दावा किया कि बुराड़ी मैदान एक खुली जेल है.
विपक्षी पार्टियों ने भी इस बात पर जोर दिया कि सरकार को किसानों के साथ बिना शर्त बातचीत शुरू करनी चाहिए.
शर्त स्वीकार नहीं
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुरजीत एस फूल ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा रखी गई शर्त हमें स्वीकार नहीं है. हम कोई सशर्त बातचीत नहीं करेंगे. हम सरकार के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हैं. घेराव खत्म नहीं होगा. हम दिल्ली में प्रवेश के सभी पांच रास्तों को बंद करेंगे.
उन्होंने कहा, बातचीत के लिए शर्त किसानों का अपमान है. हम कभी बुराड़ी नहीं जाएंगे. वह पार्क नहीं है बल्कि खुली जेल है.
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चाधोनी ने कहा, हम उनके (सरकार) प्रस्ताव की शर्त को स्वीकार नहीं करेंगे. हम बातचीत करने को तैयार है लेकिन अभी कोई शर्त नहीं स्वीकार करेंगे.
उधर, शनिवार को बुराड़ी में निरंकारी समागम मैदान पहुंचे किसानों ने वहां अपना प्रदर्शन जारी रखा.
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने शनिवार को 32 किसान संगठनों को भेजे गए पत्र में ठंड के मौसम और कोविड-19 की परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा कि किसानों को बुराड़ी मैदान जाना चाहिए, जहां उनके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
भल्ला ने कहा, मैं आपसे निवेदन करता हूं कि सभी किसानों को लेकर आप दिल्ली की सीमा से बुराड़ी मैदान पहुंचें, जहां उनके लिए सभी सुविधाओं का प्रबंध किया गया है और वे शांतिपूर्वक अपना विरोध-प्रदर्शन करें तथा पुलिस इसकी अनुमति देगी.
उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा के लिए केंद्र सरकार ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को तीन दिसंबर को आमंत्रित किया है.
अमित शाह की अपील
उल्लेखनीय है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से बुराड़ी मैदान में आकर प्रदर्शन करने की अपील की है और कहा कि वे जैसे ही निर्धारित स्थान पर जाएंगे, उसी समय केंद्र वार्ता को तैयार है.
शाह ने कहा कि किसानों के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए तीन दिसंबर को आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ किसान संगठनों ने तत्काल वार्ता करने की मांग की है और केंद्र बुराड़ी के मैदान में किसानों के स्थानांतरित होते ही वार्ता को तैयार है.
मन की बात में बोले पीएम
प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम में रविवार को कहा, भारत में खेती और उससे जुड़ी चीजों के साथ नए आयाम जुड़ रहे हैं. बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोले हैं.
उन्होंने कहा, किसानों की वर्षों से कुछ मांगें थीं और उन्हें पूरा करने के लिए हर राजनीतिक दल ने कभी न कभी वादा किया था, लेकिन वे कभी पूरी नहीं हुईं.
प्रधानमंत्री ने कहा, संसद ने काफी विचार-विमर्श के बाद कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया. इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन समाप्त हुए हैं, बल्कि उन्हें नए अधिकार और अवसर भी मिले हैं. इन अधिकारों ने बहुत कम समय में किसानों की परेशानियों को कम करना शुरू कर दिया है.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी क्षेत्र में लोगों के लिए ‘सही जानकारी रखना और अफवाहों तथा किसी भी प्रकार के संशय से दूर रहना’ एक बड़ी ताकत होती है. उन्होंने खेती के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग कर रहे कुछ किसानों के उदाहरण भी प्रस्तुत किए.
और अधिक प्रदर्शनकारी शामिल होंगे
हालांकि किसान नेताओं ने दावा किया कि हरियाणा और पंजाब से और अधिक प्रदर्शनकारी इसमें शामिल होंगे.
हरियाणा के दादरी से निर्दलीय विधायक तथा सांगवान खाप के प्रमुख सोमबीर सांगवान ने कहा कि हरियाणा की अनेक खापों ने किसानों के प्रदर्शन को समर्थन दिया है और वे राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करेंगे.
किसान जता रहे विरोध
भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच किसान दिल्ली की सीमाओं पर सरकार के खिलाफ नारे लगा कर अपना विरोध जता रहे हैं. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) प्रदर्शन कर रहे किसानों को भोजन मुहैया करा रही है.
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
प्रदर्शनकारी किसानों के दिल्ली की तरफ बढ़ने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच आरोप-प्रत्यारोप सुनने को मिले.
सिंह और उनकी कांग्रेस पार्टी ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है और खट्टर सरकार की आलोचना की जिसने भाजपा शासित हरियाणा से प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोकने का प्रयास किया.
खट्टर ने रविवार को कहा कि अगर किसानों के दिल्ली के साथ लगी राज्य की सीमाओं पर एकत्रित होने से कोविड-19 महामारी के हालात बिगड़ते हैं तो वह अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार को ठहराएंगे.
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरा प्रदर्शन कांग्रेस और पंजाब सरकार द्वारा प्रायोजित है.
कृषि कानूनों पर सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार सत्ता के नशे में चूर है.
राहुल का केंद्र पर निशाना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के प्रदर्शन के मुद्दे पर सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया, वादा था किसानों की आय दोगुनी करने का, मोदी सरकार ने आय तो कई गुना बढ़ा दी लेकिन अडानी-अंबानी की!
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उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, जो काले कृषि कानूनों को अब तक सही बता रहे हैं, वो क्या खाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे? अब होगी किसान की बात.
सुरजेवाला का मोदी सरकार पर वार
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, भारत के 62 करोड़ किसानों और खेतिहर श्रमिकों के मुद्दों पर प्रधानमंत्री की जिद, अहंकार और अड़ियल रवैया आज के मन की बात में उनके इस बयान में स्पष्ट दिखा कि संसद द्वारा गैरकानूनी और असंवैधानिक तरीके से पारित तीनों किसान-विरोधी, कृषि विरोधी कानून सही हैं.
बिना शर्त बातचीत होनी चाहिए: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से केंद्र को तत्काल और बिना शर्त बातचीत करनी चाहिए.
शिवसेना बोली, आतंकियों जैसा हो रहा व्यवहार
सरकार की पूर्व सहयोगी शिवसेना ने कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ आतंकवादियों की तरह बर्ताव किया जा रहा है.
पार्टी सांसद संजय राउत ने कहा कि सरकार को सहानुभूति के साथ किसानों की मांगों पर विचार करना चाहिए.
पुलिस उपायुक्त (बाहरी दिल्ली) गौरव शर्मा ने कहा कि वे किसानों के लिए भोजन और अन्य जरूरी चीजें लेकर जा रहे वाहनों को जाने की अनुमति दे रहे हैं.