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UP चुनाव से पहले बोले टिकैत, आंदोलन से सुधरेंगे किसानों के हालात

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Published : Jul 13, 2021, 3:25 PM IST

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा आज मुजफ्फरनगर बड़ी पंचायत करने जा रहा है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer's Union) के चुनाव लड़ने की भी खबरें आ रही हैं. जिसको लेकर ईटीवी भारत ने राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) से खास बातचीत की.

राकेश टिकैत से खास बातचीत
राकेश टिकैत से खास बातचीत

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party-BJP) को नुकसान पहुंचाने के लिए राकेश टिकैत के गढ़ कहे जाने वाले मुजफ्फरनगर नगर में एक बड़ी पंचायत होगी, जिसका नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) करेगा. इस पंचायत से किसान नेता टिकैत मिशन उत्तर प्रदेश (Mission Uttar Pradesh) का आगाज करेंगे. इस बीच भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer's Union) के चुनाव लड़ने की भी खबरें आ रही हैं. इस पर ईटीवी भारत ने राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) से खास बातचीत की.

भाजपा के खिलाफ रणनीति की तैयारी में किसान नेता
मौजूदा समय में किसान नेताओं का फोकस जहां एक तरफ आंदोलन को मजबूत करना है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Election) को मद्देनजर रखते हुए मिशन यूपी को प्रदेश के गांवों और कस्बों तक लेकर जाना है. बंगाल की तर्ज पर किसान नेता मिशन यूपी के तहत भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रचार करने की रणनीति तैयार कर रहे हैं.

राकेश टिकैत से खास बातचीत

मिशन यूपी को गति देने के लिए टिकैत ने उत्तर प्रदेश के भारतीय किसान यूनियन के तमाम मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, महिला अध्यक्ष को हटाने का निर्णय लिया है. किसान नेताओं के मुताबिक जल्द ही नई कार्यकारिणी का गठन होगा. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा ये निर्णय लिया गया है.

पढ़ें : पीएम मोदी ने दी दलाई लामा को बधाई तो भन्नाया चीन, डेमचोक में फिर भेजे सैनिक

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संसद में मौजूद 60% सांसदों का व्यवसाय खेती है. चुनाव जीतने के बाद सांसद पार्टी की गाइडलाइंस पर काम करते हैं लेकिन किसानों की आवाज़ नहीं उठाते हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में राकेश टिकैत ने अमरोहा लोक सभा सीट से राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था. जिसमे टिकैत को हार का सामना करना पड़ा था.

आंदोलन से सुधरेंगे किसानों के हालात
राकेश टिकैत से ईटीवी भारत ने सवाल किया कि क्या भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार उतारेगी? इस पर राकेश टिकैत का जवाब था हम किसी को चुनाव में नहीं उतारेंगे. देश के किसानों के हालात चुनाव से नहीं आंदोलन और आंदोलनकारियों से सुधरेंगे.

टिकैत ने साफ कर दिया है कि हमारी लड़ाई उन लोगों से है, जो किसानों के हित के लिए काम नहीं कर रहे हैं. हम किसी भी राजनैतिक पार्टी का समर्थन नही करते हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय किसान यूनियन केवल भाजपा के खिलाफ प्रचार करेगी. भारतीय किसान यूनियन पूरी तरह से अराजनैतिक है और आगे भी अराजनैतिक रहेगी. चुनाव और आंदोलन में आंदोलन बेहतर विकल्प है.

हालांकि, जब राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि वह 2014 में लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं तो इस प्रकार की टिकैत का कहना था हमने अकेले चुनाव लड़कर देखा था. हमने ट्रायल लिया था. क्या ट्रायल करना कोई गुनाह है.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party-BJP) को नुकसान पहुंचाने के लिए राकेश टिकैत के गढ़ कहे जाने वाले मुजफ्फरनगर नगर में एक बड़ी पंचायत होगी, जिसका नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) करेगा. इस पंचायत से किसान नेता टिकैत मिशन उत्तर प्रदेश (Mission Uttar Pradesh) का आगाज करेंगे. इस बीच भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer's Union) के चुनाव लड़ने की भी खबरें आ रही हैं. इस पर ईटीवी भारत ने राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) से खास बातचीत की.

भाजपा के खिलाफ रणनीति की तैयारी में किसान नेता
मौजूदा समय में किसान नेताओं का फोकस जहां एक तरफ आंदोलन को मजबूत करना है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Election) को मद्देनजर रखते हुए मिशन यूपी को प्रदेश के गांवों और कस्बों तक लेकर जाना है. बंगाल की तर्ज पर किसान नेता मिशन यूपी के तहत भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रचार करने की रणनीति तैयार कर रहे हैं.

राकेश टिकैत से खास बातचीत

मिशन यूपी को गति देने के लिए टिकैत ने उत्तर प्रदेश के भारतीय किसान यूनियन के तमाम मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, महिला अध्यक्ष को हटाने का निर्णय लिया है. किसान नेताओं के मुताबिक जल्द ही नई कार्यकारिणी का गठन होगा. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा ये निर्णय लिया गया है.

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किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संसद में मौजूद 60% सांसदों का व्यवसाय खेती है. चुनाव जीतने के बाद सांसद पार्टी की गाइडलाइंस पर काम करते हैं लेकिन किसानों की आवाज़ नहीं उठाते हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में राकेश टिकैत ने अमरोहा लोक सभा सीट से राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था. जिसमे टिकैत को हार का सामना करना पड़ा था.

आंदोलन से सुधरेंगे किसानों के हालात
राकेश टिकैत से ईटीवी भारत ने सवाल किया कि क्या भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार उतारेगी? इस पर राकेश टिकैत का जवाब था हम किसी को चुनाव में नहीं उतारेंगे. देश के किसानों के हालात चुनाव से नहीं आंदोलन और आंदोलनकारियों से सुधरेंगे.

टिकैत ने साफ कर दिया है कि हमारी लड़ाई उन लोगों से है, जो किसानों के हित के लिए काम नहीं कर रहे हैं. हम किसी भी राजनैतिक पार्टी का समर्थन नही करते हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय किसान यूनियन केवल भाजपा के खिलाफ प्रचार करेगी. भारतीय किसान यूनियन पूरी तरह से अराजनैतिक है और आगे भी अराजनैतिक रहेगी. चुनाव और आंदोलन में आंदोलन बेहतर विकल्प है.

हालांकि, जब राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि वह 2014 में लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं तो इस प्रकार की टिकैत का कहना था हमने अकेले चुनाव लड़कर देखा था. हमने ट्रायल लिया था. क्या ट्रायल करना कोई गुनाह है.

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