गांधीनगर : गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तिथियों के पास आने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. ऐसे में कभी-कभी लगता है कि पार्टी की परवाह किए बिना ही नेता कुर्सी पाने की ललक में पिता-पुत्र, भाई-बहन और पति-पत्नी संबंधों के विपरीत भी चले जाते हैं. ऐसा ही मामला कलोल विधानसभा सीट पर प्रभात सिंह चौहान के परिवार में देखने को मिल रहा है.
यही वजह है कि कलोल विधानसभा सीट पर पति-पत्नी आमने-सामने आ गए हैं. भाजपा से कांग्रेस में आने वाले प्रभात सिंह चौहान के परिवारिक हालात कुछ इसी तरह के हैं. हालांकि इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच में ही है. लेकिन भाजपा से कांग्रेसी बने प्रभात की पत्नी रंगेश्वरीबेन और बहू सुमनबेन ने कहा है कि बीजेपी के साथ हूं और बीजेपी के साथ ही रहूंगी. दूसरी तरफ प्रभात सिंह चौहान का कहना है कि मेरा परिवार मेरे साथ नहीं, लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है. मेरे पास मेरे कार्यकर्ता हैं.
भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में आए प्रभात सिंह चौहान को भरोसा है कि कांग्रेस से वह अपने मिशन में कामयाब होंगे. हालांकि कि इस सीट के लिए कांग्रेस ने पहले अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया था तब भी प्रभात सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया था. फिर कांग्रेस ने उन्हें अपना उम्मीदवार बना दिया है. वहीं भाजपा ने इस बार कलोल सीट से पूर्व विधायक फतेसिंह चौहान को मैदान में उतारा है.
वहीं प्रभात सिंह की पत्नी रंगेश्वरीबेन राठवा जो कि घोघम्बा तालुक की भाजपा की अध्यक्ष हैं, उन्होंने कहा, मैं पार्टी के साथ हूं और बीजेपी के साथ रहूंगी. इसी तरह प्रभात सिंह की बहू सुमनबेन पिछली विधासभा में कलोल से बीजेपी की विधायक रह चुकी हैं. सुमनबेन ने कहा कि मेरे ससुर का कांग्रेस में शामिल होना उनका निजी सवाल है. मैं बीजेपी में हूं और बीजेपी में रहूंगी. ऐसे में अब यह देखना होगा कि प्रभात सिंह को परिवार का साथ तो नहीं मिला लेकिन जनता उनका साथ देती है कि नहीं. इसका पता तो 8 दिसंबर को मतगणना के बाद ही चल सकेगा. बता दें कि कलोल विधानसभा सीट के लिए 5 दिसंबर को मतदान होगा.
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