लखीमपुर खीरीः उत्तर प्रदेश पुलिस ने शातिर बाप-बेटे की ठगी का खुलासा किया है. ये दोनों फिल्म बाप नंबरी-बेटा दस नंबरी की तर्ज पर लोगों को ठगने का काम करते थे. ये दोनों, काले कागजों पर केमिकल डालकर पांच सौ का नोट बनाकर लोगों से ठगी करते थे. शातिर ठगों के गिरोह को खीरी पुलिस और एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए ठगों के पास से 22,39,000 रुपए की नकदी, नोट बनाने वाले केमिकल और एक बोलेरो गाड़ी भी बरामद की गई है. मामले पर खीरी के अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गोंडा का ठग गिरोह खीरी और यूपी के अन्य जिलों में धन दोगुना करने का लालच देकर लोगों से ठगी करता था.
इससे पहले लखीमपुर खीरी जिले के पलिया कस्बे के रहने वाले महेंद्र सिंह ने पलिया कोतवाली पुलिस से तीन अप्रैल को शिकायत की थी कि एक ठग गिरोह ने धन दोगुना का लालच देकर उनके ढाई लाख रुपए ठग लिए. इस मामले की जांच में पुलिस के साथ एसटीएफ भी जुट गई. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि धन दोगुना करने का लालच देने वाला यह शातिर गिरोह गोंडा का है और इसका मास्टरमाइंड गोविंद निषाद नाम का व्यक्ति है जो गोंडा के तरबगंज टेपरा, चांदगंज का रहने वाला है. एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया यह शातिर पिता-पुत्र मिलकर ठगी करते थे. ये कार से जाकर लोगों को अपनी पहचान कभी पत्रकार तो कभी पुलिस बताते थे.
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दोनों बाप बेटे लोगों को पहले विश्वास में लेते थे और फिर ठगी को अंजाम देते थे. यह काले कागज पर केमिकल डालकर उसे पांच सौ का नोट बना देते थे और लोगों को धन दोगुना करने का लालच देते थे. इससे भोले-भाले लोग इनके झांसे में आकर मोटी रकम गंवा देते थे. एसटीएफ को भी इनकी काफी समय से तलाश थी. बताया गया कि पिता गोविंद निषाद और बेटे गणेश निषाद के पास से पुलिस ने 22,39,800 रुपए की नकदी बरामद की है. इसके साथ ही इनके पास से नोट बनाने वाले केमिकल, एक बोलेरो गाड़ी, एक पत्रकार की फर्जी आईडी बरामद की गई है. वहीं गिरोह के तीन अन्य सदस्यों की तलाश जारी है.