बेंगलुरु: कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने भाजपा पर साजिश रचने और एक फर्जी लेटर फैलाने का आरोप लगाया है, जिसमें कहा गया है 'उन्होंने डीके शिवकुमार के खिलाफ आलाकमान को पत्र लिखा.' इस बारे में सिद्धारमैया ने भाजपा पर आरोप लगाया है.
दरअसल एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित कथित रूप से सिद्धारमैया का पत्र वायरल हो गया है. शिकायत पत्र के वायरल होने के बाद सिद्धारमैया गुस्से में हैं. विपक्षी पार्टी के नेता सिद्धारमैया ने ट्वीट कर नाराजगी जताई. उन्होंने लिखा 'बीजेपी ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि वह हार के डर से बौखला गई है. वे मेरे नाम से फर्जी पत्र बना रहे हैं और बदनामी फैला रहे हैं.मैंने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा है.'
उन्होंने कहा कि 'पार्टी के कार्यकर्ता और प्रशंसक इस झूठे प्रचार का शिकार न बनें. डीके शिवकुमार के साथ मेरे संबंध मधुर हैं. इसे दबाने के प्रयास सफल नहीं होंगे.' सिद्धारमैया ने एक ट्वीट में कहा कि वह जल्द ही पुलिस से शिकायत करेंगे और इस शरारत भरे पत्र को बनाने और बांटने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे.
पत्र में क्या लिखा है : 'राहुल गांधी की टीम के मार्गदर्शन में हमने पिछले एक साल से अच्छा प्रचार किया था. डीके शिवकुमार ने अपने प्रशंसकों के सामने नारे लगा कर मेरे बड़ी तादात में प्रशंसकों के बीच भ्रम पैदा कर दिया है कि वह अगले मुख्यमंत्री हैं. सारे फैसले एकतरफा लिए जाते हैं. मैंने कांग्रेस पार्टी के हित के कारण दो निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने का फैसला किया था, लेकिन डीके शिवकुमार कोलार के टिकट से बचने में सफल रहे हैं. हालांकि, राज्य में पार्टी को सत्ता में लाने की मेरी इच्छा विफल हो गई है.' पत्र में सिद्धारमैया ने मल्लिकार्जुन खड़गे को यही समझाया. अब सिद्धारमैया ने सफाई दी है कि यह फर्जी है.
इस पत्र में आगे लिखा है, 'डीके शिवकुमार ने टिकट बंटवारे के मामले में ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के साथ अन्याय किया है. चित्रदुर्ग के प्रबल आकांक्षी रघु अचार के लिए डीके शिवकुमार टिकट से बचने में सफल रहे क्योंकि वे मेरे शिष्य थे. तरिकेरी के एक अन्य ओबीसी टिकट के इच्छुक गोपीकृष्ण को भी टिकट नहीं दिया गया. डीके शिवकुमार ने चामराजनगर निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार पुत्तरंगा शेट्टी को टिकट देने से बचने के लिए बहुत कोशिश की है. मेरे प्रयासों के कारण यह संभव नहीं था. डीके शिवकुमार ने अपनी चालाकी से ओबीसी समुदाय को मेरे खिलाफ कर दिया है.'
पत्र में लिखा है कि प्रदेश कांग्रेस में हाल की घटनाएं बेहद परेशान करने वाली हैं. हमारा इरादा पूरे राज्य में सूपड़ा साफ करने और कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत से सत्ता में लाने का था. वह अपने से उम्र में छोटे और पार्टी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार द्वारा लिए गए फैसले से नाखुश हैं. पत्र में इसकी व्याख्या की गई है.
पत्र चुनाव के दौरान सिद्धारमैया द्वारा लिखे जाने का दावा करते हुए इसे वायरल किया जा रहा है. सिद्धारमैया ने इसी वजह से इस पर स्थिति साफ की है. उनका कहना है कि फर्जी पत्र से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच भ्रम पैदा किया जा रहा है.