लखनऊ : यूपी एसटीएफ की टीम ने एक ठग को अलीगंज से गिरफ्तार किया. पकड़ा गया आरोपी राजीव सिंह खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर ज्वेलरी शॉप की दुकानों पर जाकर ठगी करता था. शुक्रवार को एसटीएफ की टीम ने इस फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार कर लिया.
इसने मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स से आभूषणों की ठगी की थी. इसके पास से 5.743 किलोग्राम ज्वेलरी बरामद हुई. इसकी कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है. महानगर कोतवाली पुलिस अब आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है.
आरोपी राजीव सिंह पुत्र बृजेन्द्र पाल सिंह अलीगंज डी-62 सेक्टर पी में रहता है. इसके पास से 96 स्वर्ण आभूषण जिनका वजन 5.743 किलोग्राम (गले का हार, माला, कड़े, कंगन, सोने की चूड़ियां, अंगूठियां, झुमकी, झाले, मटरमाला, चेन), 2500 रुपये नकद, 2 मोबाइल फोन और एक पहचान पत्र (डीसीपी क्राइम ब्रांच मुम्बई महाराष्ट्र) बरामद हुई.
अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के अनुसार साल 2003 से राजीव सिंह की मां अपनी सहेली के साथ मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स अमीनाबाद लखनऊ पर स्वर्ण आभूषण खरीदने जाया करती थी. धीरे-धीरे इन लोगों का आपस में अच्छे संबंध हो गए. इसके बाद साल 2005 में यह भी मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स की दुकान पर आने जाने लगा. राजीव सिंह के पिता पुलिस विभाग में कार्यरत थे तथा सीतापुर में साल 2014 में रिटायर हुए थे.
कुछ समय बाद राजीव सिंह खुदको महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी बताने लगा. इस कारण मोहन श्याम कल्याण ज्वेलर्स के मालिक नितेश रस्तोगी से इसके भी अच्छे संबंध हो गए. आरोपी ने साल 2020 के जुलाई महीने में 67 लाख रुपये और दिसंबर माह में 1.95 करोड़ रुपये के स्वर्ण आभूषण खरीदे. इसके एवज में मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स को दिसंबर 2020 में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के अलग-अलग धनराशि के पोस्ट डेटेड चेक (3 करोड़ 17 लाख रुपए के) दिए थे.
आरोपी राजीव सिंह, कल्याण ज्वेलर्स के मालिक नितेश रस्तोगी को कोई न कोई बहाना बताकर बैंक में भुगतान के लिए चेक लगाने के लिए मना कर रहा था. इस वजह से सभी चेक आउटडेटेड हो गए. नितेश रस्तोगी ने कई बार फोन कर बात करने का प्रयास किया तो आरोपी कोई ना कोई बहाना बना देता था.
आरोपी राजीव सिंह ने आईपीएस अधिकारी होने का रौब दिखाकर ज्वेलरी वापस करने और पैसे देने से मना कर दिया. इसके बाद ही नितेश रस्तोगी ने राजीव सिंह के खिलाफ महानगर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था.