चेन्नई: भीड़ वाले चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन (Chennai central Railway station) पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक अज्ञात कॉलर ने बम की धमकी दी. तुरंत बड़े पैमाने पर सुरक्षा अभियान शुरू हो गया. हालाँकि, जांच में तेजी से पता चला कि धमकी एक अफवाह से ज्यादा कुछ नहीं थी (Fake Bomb Threat).
दरअसल एक अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया और उन्हें चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर एक बम विस्फोट की चेतावनी दी. रेलवे पुलिस सहित सुरक्षा बल हरकत में आ गए और स्टेशन परिसर के सभी क्षेत्रों में व्यापक तलाशी ली गई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 'बम धमकी की घटना की कड़ी जांच के बाद, हमने जिम्मेदार व्यक्ति की पहचान व्यासरपाडी के मणिकंदन के रूप में की. आगे की जांच से पता चला कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है और पहले भी इसी तरह की धमकियां दे चुका है.'
19 अगस्त को इसी तरह की घटना में एक अन्य व्यक्ति को पकड़ा गया था, जिसने झूठा दावा किया था कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के आवास पर बम लगाया गया है. कॉल करने वाले ने धमकी देने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष के टेलीफोन नंबर का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद अधिकारियों की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया हुई. हालांकि, अंततः धमकी निराधार साबित हुई.
ये घटनाएं सार्वजनिक स्थानों को संभावित खतरों से बचाने के लिए सावधानीपूर्वक जांच और बढ़े हुए सुरक्षा प्रोटोकॉल के महत्व को रेखांकित करती हैं. हालांकि ये धमकियां फर्जी निकलीं, अधिकारी जनता की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए ऐसी सभी घटनाओं को गंभीरता से लेने पर जोर देते हैं.