नई दिल्ली : कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों की बढ़ रही संख्या पर राज्यों द्वारा लगाए गए लॉकडाउन व हर्ड इम्यूनिटी से कोरोना के नए मरीजों की संख्या में कमी आई है.
इस बारे में एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स (एएचसीपी-इंडिया) के महानिदेशक डॉ. गिरिधर ज्ञानी ने एक विशेष साक्षात्कार में ईटीवी भारत को बताया कि राज्यों द्वारा लॉकडाउन को बढ़ाने से कोरोना से संक्रमित होने वाले मरीजो की संख्या में कमी आई है.
उन्होंने बताया कि सीरो सर्वेक्षण के अनुसार 30-40 प्रतिशत से अधिक आबादी में पहले ही बीमारी से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बन चुकी है. वहीं हर्ड इम्यूनिटी से भी नए मामलों काफी कमी हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो 17 राज्य जिनमें कुछ दिन पहले तक सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए थे, लेकिन वहां भी अब रोज संक्रमित होने वाले नए मरीजों की संख्या घटती जा रही है. हालांकि महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, गोवा और चंडीगढ़ जैसे राज्यों में रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं.
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इसीक्रम में महाराष्ट्र में 1 मई को जहां 62971 रोज नए केस आ रहे थे, जबकि 15 मई को वहां 44637 नए मामले दर्ज किए गए. इसी तरह, 1 मई को दिल्ली में 24253 मामले थे जो 15 मई को घटकर 12588 हो गया. वहीं उत्तर प्रदेश में 1 मई को 34136 दैनिक नए मामले दर्ज किए गए जो 15 मई को घटकर 20421 हो गया. इसी तरह 1 मई को गुजरात में 14305 केस थे जो 15 मई को घटकर 11045 हो गए.
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डॉ. ज्ञानी ने कहा, कोरोना संक्रमण को रोकने में सभी राज्यों ने स्थानीय स्तर पर पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि वर्तमान लहर को देखते हुए लॉकडाउन बहुत जरूरी था. उल्लेखनीय है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी संक्रमण संचरण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन की मांग की है. उन्होंने कहा कि महामारी की मौजूदा लहर में संक्रमण तेजी से फैलता है. इसलिए, लॉकडाउन लागू करना बहुत आवश्यक है.
वहीं सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि देशभर में दर्ज होने वाले दैनिक नए कोविड मामले 26 दिनों के बाद अब 3 लाख से कम हैं. पिछले 24 घंटों में 2,81,386 नए मामले दर्ज किए गए. फिर भी 9 मई के बाद से दैनिक नए मामलों में औसत गिरावट दर्ज की गई है.