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Jharkhand: ट्रेंकुलाइज होगा गढ़वा का आदमखोर तेंदुआ, हैदराबाद से आएंगे एक्सपर्ट

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Published : Jan 2, 2023, 6:38 PM IST

गढ़वा में तेंदुए का आतंक जारी है. एक के एक बाद हमले में कुल तीन लोगों की जान जा चुकी है, पिछले दिनों तेंदुए के हमले में एक 13 साल की बच्ची की जान चली गयी थी (Man eater leopard in Garhwa). इसके बढ़ते खतरे को लेकर तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मिल गयी है. इसके लिए हैदराबाद से एक्सपर्ट्स गढ़वा आएंगे.

tranquillize man eater leopard in Garhwa
तेंदुआ (फाइल फोटो)

गढ़वा/पलामूः गढ़वा का तेंदुआ आदमखोर हो चुका है (Man eater leopard in Garhwa), जिससे पलामू डिविजनल जोन और गढ़वा के कई इलाकों में सनसनी है. जंगल से सटे ग्रामीणों ने इलाकों में इसका खतरा बढ़ गया है. इसलिए तेंदुआ को मारने के लिए हैदराबाद से एक्सपर्ट को बुलाया जाएगा. चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन सह पीसीसीएफ ने फिलहाल तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति दे दी है (Man eater leopard will tranquillized in Garhwa). अगले एक-दो दिनों में तेंदुआ को आदमखोर घोषित कर दिया जाएगा. वन विभाग की टीम अलग-अलग इलाकों में तेंदुआ की तलाश में सर्च अभियान चला रही है.

इसे भी पढ़ें- गढ़वा डीएफओ ने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को भेजा प्रस्ताव, मानव जीवन के लिए खतरा बन गए तेंदुए को आदमखोर घोषित करने का आग्रह


वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को तेंदुआ का मूवमेंट गढ़वा के भंडरिया से बड़गड़ की तरफ था. यह इलाका छत्तीसगढ़ से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है. गढ़वा डीएफओ दिलीप कुमार ने बताया कि तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ने की अनुमति मिल गई है. अगले एक से दो दिनों में तेंदुआ आदमखोर घोषित कर जाने की उम्मीद है. तेंदुआ को मारने के लिए हैदराबाद के एक्सपर्ट नवाब सपत अली खान से संपर्क किया गया है. नवाब सपत अली खान ट्रेंकुलाइज करने के एक्सपर्ट है और शूट भी करते हैं. उन्होंने बताया कि विभाग लगातार एक्सपर्ट के संपर्क में है, जैसे ही अनुमति मिलेगी उन्हें बुला लिया जाएगा.



तेंदुआ के पकड़े के लिए विभाग अपना रहा कई तकनीकः गढ़वा में तेंदुए का आतंक (Leopard terror in Garhwa) रोकने के लिए विभाग का इस तकनीक का सहारा ले रहा है. एक हजार स्क्वायर मीटर को घेरने के बाद प्रत्येक 100 मीटर पर कैमरा लगाया गया है जबकि एक दर्जन से अधिक ऑटोमैटिक केज भी लगाया गया है. पूरे इलाके में 10 अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं, सभी टीमें तेंदुए की खोजबीन में लगी हुई है. वन विभाग ऑटोमैटिक केज के अंदर बकरी को रखा है, विभाग बकरी का लालच देकर तेंदुआ को बुलाने का प्रयास कर रहा है.

अब तक की जान ले चुका है तेंदुआः गढ़वा के इलाके में तेंदुआ अब तक तीन लोगों की जान ले चुका है. तेंदुआ ने गढ़वा के रंका रमकंडा और भंडरिया के इलाके में बच्चों की जान ली थी. कुछ दिन पहले विभाग ने एक रिपोर्ट तैयार किया था, जिसमें यह कहा गया था कि तेंदुआ मानव जीवन के लिए खतरा बन गया है, जिसके बाद उसे आदमखोर घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ सह चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन तेंदुआ को आदमखोर घोषित करेंगे.

गढ़वा/पलामूः गढ़वा का तेंदुआ आदमखोर हो चुका है (Man eater leopard in Garhwa), जिससे पलामू डिविजनल जोन और गढ़वा के कई इलाकों में सनसनी है. जंगल से सटे ग्रामीणों ने इलाकों में इसका खतरा बढ़ गया है. इसलिए तेंदुआ को मारने के लिए हैदराबाद से एक्सपर्ट को बुलाया जाएगा. चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन सह पीसीसीएफ ने फिलहाल तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति दे दी है (Man eater leopard will tranquillized in Garhwa). अगले एक-दो दिनों में तेंदुआ को आदमखोर घोषित कर दिया जाएगा. वन विभाग की टीम अलग-अलग इलाकों में तेंदुआ की तलाश में सर्च अभियान चला रही है.

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वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को तेंदुआ का मूवमेंट गढ़वा के भंडरिया से बड़गड़ की तरफ था. यह इलाका छत्तीसगढ़ से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है. गढ़वा डीएफओ दिलीप कुमार ने बताया कि तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ने की अनुमति मिल गई है. अगले एक से दो दिनों में तेंदुआ आदमखोर घोषित कर जाने की उम्मीद है. तेंदुआ को मारने के लिए हैदराबाद के एक्सपर्ट नवाब सपत अली खान से संपर्क किया गया है. नवाब सपत अली खान ट्रेंकुलाइज करने के एक्सपर्ट है और शूट भी करते हैं. उन्होंने बताया कि विभाग लगातार एक्सपर्ट के संपर्क में है, जैसे ही अनुमति मिलेगी उन्हें बुला लिया जाएगा.



तेंदुआ के पकड़े के लिए विभाग अपना रहा कई तकनीकः गढ़वा में तेंदुए का आतंक (Leopard terror in Garhwa) रोकने के लिए विभाग का इस तकनीक का सहारा ले रहा है. एक हजार स्क्वायर मीटर को घेरने के बाद प्रत्येक 100 मीटर पर कैमरा लगाया गया है जबकि एक दर्जन से अधिक ऑटोमैटिक केज भी लगाया गया है. पूरे इलाके में 10 अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं, सभी टीमें तेंदुए की खोजबीन में लगी हुई है. वन विभाग ऑटोमैटिक केज के अंदर बकरी को रखा है, विभाग बकरी का लालच देकर तेंदुआ को बुलाने का प्रयास कर रहा है.

अब तक की जान ले चुका है तेंदुआः गढ़वा के इलाके में तेंदुआ अब तक तीन लोगों की जान ले चुका है. तेंदुआ ने गढ़वा के रंका रमकंडा और भंडरिया के इलाके में बच्चों की जान ली थी. कुछ दिन पहले विभाग ने एक रिपोर्ट तैयार किया था, जिसमें यह कहा गया था कि तेंदुआ मानव जीवन के लिए खतरा बन गया है, जिसके बाद उसे आदमखोर घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ सह चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन तेंदुआ को आदमखोर घोषित करेंगे.

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