नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर की गई टिप्पणी के बाद उसके सर्मथन में कांग्रेस के कई नेता उतर आए हैं, यहां तक कि खुद राहुल गांधी ने हिंदुत्व पर टिप्पणी करके इस मुद्दे को हवा दे दी है. इसी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि सियासी सेक्युलरिज्म की जो सनक है और सनातनी संस्कृति के खिलाफ जो साजिश है वह खतरनाक है. उन्होंने कहा कि जो लोग सनातनी धर्म और संस्कृति की सेवा करते हैं और उनकी कद्र करते हैं उसी के खिलाफ साजिश कर के मैदान में उतर जाएं तो इससे ज्यादा बेवकूफी कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस का सवाल है, कांग्रेस के इसी एंटी हिंदू मंत्र ने कांग्रेस को छूमंतर कर दिया.
उन्होंने कहा कि जो बची हुई कांग्रेस है वह भी जल्दी खत्म हो जाएगी. इस सवाल पर कि सलमान खुर्शीद की किताब के बाद राहुल गांधी ने भी समर्थन करते हुए बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को हावी ना होने देने के लिए वालंटियर भेजने की बात कही है, इस पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है जो लोग हिंदुस्तान को नहीं समझ सकते वह हिंदुत्व को क्या समझेंगे. नकवी ने कहा कि पहली बात और दूसरी बात यह है कि राहुल गांधी को देश के इतिहास को जानना होगा और इतिहास, भूगोल और देश की संस्कृति को जानने के साथ देश के संस्कार को जानना होगा लेकिन राहुल गांधी का बयान सियासी सेक्युलरिज्म की सनक में देश की सनातनी संस्कृति के खिलाफ साजिशकर्ता के रूप में दिखाई पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि हमारे देश का संस्कार और संस्कृति अनेकता में एकता की है. इन्हीं संस्कारों और संस्कृति का स्वरुप है कि देश एक सूत्र में बंधा हुआ है. राहुल गांधी के आरएसएस और बीजेपी पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए नकवी ने कहा कि कांग्रेस का यदि इतिहास देखा जाए तो यह रोते हैं तो आरएसएस और बीजेपी को कोसते हैं.
महबूबा मुफ्ती के हिंदुत्व पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि चाहे वह महबूबा हो या और भी कांग्रेस के चंगू मंगू हों, जो कांग्रेस कह रही है वह तो उसी पर मुहर लगाएंगे इसलिए इनके कहने पर ना तो देश चलता है ना हिंदुस्तान चलता है और ना ही हिंदुत्व और इनके बयानों की कोई परवाह नहीं करता.
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इस सवाल पर कि क्या पांच राज्यों के चुनाव को देखते हुए यह वोटों की राजनीति की जा रही है. इस पर नकवी ने कहा कि बीजेपी के लिए विकास का मसौदा ना तो वोट का मसौदा है ना सेकुलरिज्म का मसौदा. कुछ लोग इसमें माहिर हो गए हैं कि कम्युनल डिफेंस में सेकुलरिज्म के जिन्न को निकालकर उस पर देश को बांटें और उसे बांटकर वोटों को हाईजैक किया जाए लेकिन कोशिश सफल नहीं हो पाती.
उन्होंने कहा कि हमारे मंत्रालय के द्वारा जाति संप्रदाय से ऊपर उठकर पूरे देश में हुनर हाट का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कौशल के महत्व को बढ़ावा मिलता है. उन्होंने कहा कि कौशल और हुनर के लिए कोई मजहब नहीं होता, पहले इसे महत्व नहीं दिया जाता था इसलिए हमने इसे धर्म-जाति से ऊपर उठकर कौशल को वरीयता देते हुए इस तरह के आयोजन की शुरुआत की.