नई दिल्ली: असम के नवनियुक्त राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया (Assam Governor Gulab Chand Kataria) ने यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा-आई) के प्रमुख परेश बरुआ (Ulfa Independent chief Paresh Barua ) से बातचीत के लिए आने और राज्य की विकास प्रक्रिया में शामिल होने की अपील की है. कटारिया ने कहा कि शिकायतों को हल करने के लिए चर्चा ही एकमात्र विकल्प है.
कटारिया ने असम के 29वें राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालने के बाद ईटीवी भारत को अपना पहला साक्षात्कार देते हुए कहा कि उन्हें (उल्फा) बातचीत के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि अगर कोई शिकायत है, तो उन्हें बातचीत के लिए आना चाहिए और मेज पर चर्चा करनी चाहिए. कटारिया द्वारा दिया गया बयान महत्व रखता है क्योंकि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा संभावित वार्ता के लिए पहल शुरू करने के बाद उल्फा-आई के साथ शांति वार्ता की पहल पहले ही की जा चुकी है. हालांकि, उल्फा-आई द्वारा मांग की गई संप्रभुता के मुद्दे ने वार्ता प्रक्रिया में एक गंभीर चुनौती पेश की है.
कटारिया ने कहा कि वह असम का समग्र विकास चाहते हैं. कटारिया ने कहा, 'मैं असम के लोगों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ना चाहता हूं. सभी को विकास का अवसर मिलना चाहिए.' लोगों को सरकार की विकास गतिविधियों में भी सहयोग करना चाहिए. कटारिया ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र का विकास उनकी प्राथमिकता होगी. कटारिया ने कहा, 'मैं असम में शिक्षा और विश्वविद्यालयों पर जोर दूंगा. मैं नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा क्षेत्र की प्रगति की निगरानी भी करूंगा.' यह कहते हुए कि पूर्वोत्तर राज्यों में पिछले नौ वर्षों में विकासात्मक गतिविधियों की एक श्रृंखला देखी गई है, कटारिया ने कहा, 'जहां तक शांति, समृद्धि और विकास का संबंध है, मैं राज्य (असम) को नंबर एक बनाने की कोशिश करूंगा.'
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी पड़ोसी राज्यों के साथ सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण माहौल कायम रहना चाहिए. कटारिया ने कहा कि मैं सभी सात पूर्वोत्तर राज्यों के बीच समझ और सौहार्दपूर्ण वातावरण सुनिश्चित करने की कोशिश करूंगा. पूर्वोत्तर में सभी राज्यों में बहुत सारी विकासात्मक गतिविधियां चल रही हैं. क्षेत्र के विकास के लिए चाहे वह सड़क हो, संचार हो, बुनियादी ढांचा हो, सरकार एक समग्र के लिए सभी प्रयास कर रही है.
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