नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जी20 शिखर सम्मेलन से ठीक पहले रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष और भारत के साथ चीन के सीमा विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत की साख बढ़ी है. जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर आज रात्री भोज में मनमोहन सिंह को आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ही पूर्व पीएम देवेगौड़ा को भी निमंत्रित किया गया है.
पूर्व पीएम ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के साथ साथ भारत का चीन के साथ सीमा विवाद पर बात की. इस दौरान मनमोहन सिंह अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब दो देशों के बीच संघर्ष होता है तो दूसरे देशों पर इसका प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि संघर्ष में शामिल राष्ट्रों से संबंध रखने वाले देशों पर एक दबाव बनाया जाता है.
उन देशों को एक पक्ष लेने के लिए महौल बनाया जाता है. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे समय में भारत ने परिपक्वता का परिचय दिया. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत ने अपने आर्थिक हितों और संप्रभुता को ध्यान में रखते हुए शांति की अपील की. यह देश के संदर्भ में अच्छा रहा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संघर्ष के चलते पश्चिम देशों में हालात तनावपूर्ण रहा और इसका वैश्विक असर पड़ा.
विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के भारत के दावे पर भी उन्होंने खुलकर जबाव दिया. पूर्व पीएम ने कहा कि भारत आने वाले समय में अर्थव्यवस्था का पावर हाउस बनेगा. उन्होंने कहा कि भारत बदलती वैश्विक व्यवस्था में आर्थिक अवसरों के करीब है. भारत अपने प्राकृतिक संसाधनों, उत्पादन और निर्माण के जरिए विश्व अर्थव्यवस्था का पावरहाउस होगा.