नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को भारत सरकार से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए अपनी योजना को तुरंत साझा करने को कहा. कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक (Congress spokesperson Ragini Nayak) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'कल रात, हमने यूक्रेन-पोलैंड सीमा का एक वीडियो देखा है, जिसमें हमारे देश के छात्रों को पीटा जा रहा है.'
उन्होंने कहा कि 'यह क्या है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार के लिए शर्म की बात नहीं है कि उन्होंने इस पूरी भयानक स्थिति से आंखें मूंद लेने का फैसला किया है. मोदी जी चुनावी प्रचार में इतने व्यस्त थे कि उनकी सरकार ने यूक्रेन में छात्रों के लिए पहले से एक एडवाइजरी जारी करना आवश्यक नहीं समझा, जैसा कि संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे अन्य देशों द्वारा किया गया था.'
उन्होंने दावा किया, 'प्रधानमंत्री जी ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और उनके परेशान परिवारों के लिए कोई भी शब्द नहीं बोला है. मोदी जी के समर्थक अक्सर 'घर वापसी' का शोर मचाते हैं, लेकिन यूक्रेन में फंसे भारतीय बच्चों की 'घर वापसी' के बारे में सब खामोश हैं.' रागिनी ने कहा, 'सरकार को बताना चाहिए कि भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की उसकी क्या योजना है. उसे यह जल्द करना चाहिए ताकि परिवारों और बच्चों को भरोसा जगे.'उन्होंने यह भी कहा कि सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापसी के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए.
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा, ऐसी हिंसा का शिकार हो रहे भारतीय छात्रों और यह वीडियो देख रहे उनके परिवारों के साथ मेरी सहानुभूति है. किसी भी माता-पिता को इस स्थिति से नहीं गुजरना चाहिए.' कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, 'भारत सरकार को वहां से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की अपनी योजना के बारे में फंसे हुए लोगों और उनके परिवारों के साथ तत्काल ब्यौरा साझा करना चाहिए. हम अपने लोगों को इस तरह नहीं छोड़ सकते.' इस ट्वीट पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने जवाब दिया था, 'गलत रणनीति और दूरदर्शिता की कमी के कारण हमारे हजारों बच्चे यूक्रेन में फंस गए हैं. हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं और समय खत्म होता जा रहा है. भारतीय नागरिकों और उनके जीवन की रक्षा करना हमारा पहला काम होना चाहिए.'
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया कि क्या उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चलते यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के अभियान को 'ऑपरेशन गंगा' नाम दिया गया है? उन्होंने ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश में चुनाव है 'ऑपरेशन गंगा' ? मध्यप्रदेश में होता तो 'ऑपरेशन नर्मदा' गुजरात में होता तो 'ऑपरेशन साबरमती' हर बार पीआर, इवेंट और चुनाव प्रचार ? मुश्किल में मदद कब करोगे सरकार ?'
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इस बीच, भारत सरकार ने अपने वरिष्ठ मंत्रियों को विशेष दूत के रूप में यूक्रेन के पड़ोसी देशों में निकासी प्रक्रिया के समन्वय के लिए भेजने का फैसला किया है. इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप पुरी, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह शामिल हैं.