बेंगलुरु : इस बैठक के बाद राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि हमने निजी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिया है कि वे कोरोना रोगियों के लिए 75% बेड प्रदान करें. हमने आज मेडिकल कॉलेज प्रमुखों के साथ चर्चा की.
मेडिकल कॉलेजों के प्रमुखों ने बेड उपलब्ध कराने पर सहमति जताई है लेकिन उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन बेड अधिक महंगा होगा. सरकार ने उन्हें लागत का भुगतान करने का वादा किया है. निजी मेडिकल कॉलेज सरकार को 1,350 बेड देंगे. आज तक निजी चिकित्सा संस्थानों ने सरकार को कुल 6,534 बिस्तर प्रदान किए हैं. 1135 बेड लंबित हैं. उनमें से 342 सामान्य बेड, 552 एचडीयू, 103 आईसीयू और 38 वेंटिलेटर बेड दिए जाएंगे.
गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने इस मुद्दे पर बात की और कहा कि सरकार 75 प्रतिशत खर्च वहन करेगी. हमने चरणबद्ध अस्पताल स्थापित करने का निर्णय लिया है. स्टेप-डाउन अस्पताल 5,000 बेड तक समायोजित कर सकते हैं. हॉस्टल और हॉल में बेड प्रदान किए जा सकते हैं.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुधाकर ने कहा कि कुल 3500 बिस्तर हैं लेकिन हम उन सभी पर विचार नहीं कर सकते. क्योंकि इसके लिए मातृ-शिशु और गैर-कोविड रोगियों की आवश्यकता होती है. इसलिए 2 दिनों में सरकार को केवल 1350 बेड उपलब्ध कराए जाएंगे. 3 से 4 लाख का वैक्सीन स्टॉक है.
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एक करोड़ लोगों को पहले ही टीका लगाया जा चुका है. हम केंद्र से अधिक टीके प्राप्त करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के संपर्क में हैं.