बेंगलुरु : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता के. एस. ईश्वरप्पा ने मंगलवार को शिवमोगा में सांप्रदायिक तनाव के लिए 'कुछ मुस्लिम गुंडों' पर आरोप लगाया है. ईश्वरप्पा ने यह कहते हुए उन्हें चेतावनी दी कि हिंदू समाज को कमजोर नहीं समझा जाना चाहिए. यदि पूरा समुदाय एकसाथ खड़ा हो जाए तो वे बच नहीं पाएंगे. ईश्वरप्पा ने त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस की सराहना करते हुए मुस्लिम समुदाय के वरिष्ठों से अपने बच्चों का मार्गदर्शन करने का आग्रह किया, जिन्होंने गलत रास्ता चुना है.
ईश्वरप्पा ने कहा, "सरकार शांति बनाए रखने के लिए सभी प्रयास कर रही है, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सभी हिंदू और मुस्लिम ऐसी चीजों में शामिल हैं. हिंदू समाज मजबूत है, कमजोर नहीं है. यदि हिंदू समाज वास्तव में खड़ा हो जाए, तो मुस्लिम गुंडे नहीं बच पाएंगे, लेकिन हिंदू कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहते और चाहते हैं कि सरकार कार्रवाई करे." उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके 'नमूना' दिखाया है, लेकिन फिर भी गुंडागर्दी और हत्या की ऐसी हरकतें जारी हैं.
उन्होंने कहा, "मैं मुस्लिम समुदाय के बड़ों से कहना चाहता हूं कि मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सभी मुसलमान गुंडे हैं. मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों ने अतीत में शांति के लिए प्रयास किए हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे युवाओं को सलाह दें जो गुंडागर्दी में लिप्त हैं, यदि ऐसा नहीं हुआ तो सरकार कार्रवाई करेगी और उन्हें इसका सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए." पूर्व मंत्री रविवार को अपने गृह जिले शिवमोगा में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हिंदुत्व विचारक वी. डी. सावरकर की तस्वीर वाला एक बैनर लगाने को लेकर दो समूहों के बीच विवाद के बाद उत्पन्न सांप्रदायिक तनाव संबंधी सवालों का जवाब दे रहे थे.
साथ ही प्रेम सिंह नाम के युवक को कुछ बदमाशों ने कथित तौर पर चाकू मार दिया था. उन्होंने कहा कि शिवमोगा के घटनाक्रम को वह मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाए हैं. उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय शहर आज शांतिपूर्ण है, लेकिन इस तरह के हत्या के प्रयास यह दर्शाते हैं कि कुछ 'मुसलमान' गुंडों और एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया) की मानसिकता नहीं बदली है." उन्होंने कहा, "हिंदुओं पर हमला करने और उन्हें मारने की कोशिशें लगातार जारी हैं. मैं यह मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया हूं."
उन्होंने कहा कि शिवमोगा के लोग शांतिप्रिय हैं और वहां हिंदू और मुसलमान लंबे समय से भाइयों की तरह रह रहे हैं. ईश्वरप्पा ने कहा, "मैं वहां से लंबे समय से विधायक रहा हूं, लेकिन हाल के दिनों में लोग बाहर से या केरल से आए हैं और कुछ राष्ट्रविरोधी संगठनों की गतिविधियां बढ़ी हैं, जिससे ऐसी घटनाएं हुई हैं." उन्होंने कहा कि शिवमोगा में एक कांग्रेस पार्षद का पति पहले की एक घटना में शामिल था, जहां वी. डी. सावरकर की तस्वीर को फाड़ दिया गया था और वह आज जेल में है.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए और उसके नेताओं सिद्धारमैया और डी. के. शिवकुमार से आग्रह किया कि वे इस तरह के कृत्यों में शामिल पार्टी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करें. उन्होंने आरोप लगाया कि एसडीपीआई को कांग्रेस के समर्थन से शिवमोगा में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है.