नई दिल्ली : राजधानी में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, आज (मंगलवार) से नवरात्र भी शुरू हो गए हैं. तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर नवरात्रों में दिल्ली के झंडेवालन और छतरपुर मंदिर को भक्तों के लिए बंद रखा गया है. वहीं, कालकाजी मंदिर भक्तों के लिए नवरात्रों में खुला रहेगा. हालांकि, इसके लिए भक्तों को ई-पास लेना होगा.
बैठक के बाद मंदिर खोलने का लिया गया निर्णय
मंदिर प्रशासन और प्रशासन अधिकारियों की बैठक के बाद नवरात्रों में कालकाजी मंदिर को भक्तों के लिए खोलने का निर्णय लिया गया है. हालांकि, कोरोना के मद्देनजर कई तरह के निर्णय लिए गए हैं. डीसीपी, साउथ-ईस्ट ने बताया कि मंदिर प्रशासन के साथ पुलिस और डीएम की बैठक हुई है. इसमें कोविड-19 नियमों को लेकर कई निर्णय लिए गए हैं. मंदिर प्रशासन द्वारा ई-पास की व्यवस्था की गई है. इसके लिए लोगों को पहले से आवेदन करना होगा. बता दें कि बिना ई-पास मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
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वहीं, महंत ने भी अपील की है कि छोटे बच्चे और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग घर से ही ऑनलाइन दर्शनों का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने कहा कि नेहरू प्लेस के तरफ से एक ही एंट्री रहेगी. वहां पर एक होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा, जहां पर सैनिटाइजेशन आदि की व्यवस्था की गई है. बाहर निकलने का भी सर्कुलेशन प्लान बनाया गया है. पुलिस के द्वारा सुरक्षा इंतजाम को तीन सेक्टरों में बांटा गया है. सभी के इंचार्ज इंस्पेक्टर होंगे.
बता दें कि नवरात्रों में कालकाजी मंदिर परिसर के दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही किसी भी प्रकार का प्रसाद मंदिर में लाने की मनाही है.