बेंगलुरु : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चाइना एप द्वारा सार्वजनिक धोखाधड़ी के मामले में सात ऑनलाइन ऋण कंपनियों की संपत्ति जब्त की है.
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 76.67 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है. ED ने CID में दर्ज मामले के आधार पर जांच की. प्रवर्तन निदेशालय मामला दर्ज कर जांच कर रहा है.
सात कंपनियों में से तीन फिनटेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) कंपनियां हैं. इनमें मैड एलीफेंट नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, बैरियोनिक्स टेक्नोलॉजिस प्राइवेट लिमिटेड, क्लाउड एटलस फ्यूचर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. इन पर चीनी नागरिकों का नियंत्रण है.
एक्स 10 फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, ट्रैक फिनेड प्राइवेट लिमिटेड, जमनादास मोरर्जी फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड गैर-बैंक वित्त कंपनियाें के रूप में पंजीकृत हैं.
आरबीआई के नियमों का उल्लंघन करते हुए देश में कारोबार किया जा रहा था. प्रवर्तन निदेशालय ने ऋण एप के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.
तमिलनाडु में एक युवक ने कंपनी के उत्पीड़न को सहन नहीं कर पाने की वजह से आत्महत्या कर ली थी. प्रवर्तन निदेशालय ने 7 चीनी कंपनियों की पहचान की है और स्थानीय भागीदार कंपनियों के खिलाफ भी कार्रवाई की है. ईडी के अधिकारियों ने कंपनियों के धन और संपत्ति को जब्त करते हुए कार्यालय बंद कर दिए हैं.
तेलंगाना पुलिस और साइबर इकाइयों ने अवैध धन शोधन कानून के तहत चीन आधारित व्यक्तियों और ऑपरेटरों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.
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प्रवर्तन निदेशालय अधिकारी ने कहा कि हैदराबाद पुलिस द्वारा पहले से ही 27 एफआईआर दर्ज की गई है. उनके द्वारा जानकारी एकत्रित की जा रही है. ऋणदाताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.