नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के पांच राज्यों में दस फरवरी से होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों (Assembly Elections in five states) में नफरत को हराने का सही मौका है. उन्होंने 'इलेक्शन 2022' हैशटैग के साथ ट्वीट किया कि नफरत को हराने का सही मौका है.
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उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने गत शनिवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रमों की घोषणा की. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तहत 10 फरवरी से लेकर सात मार्च तक सात चरणों में मतदान होगा, वहीं उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा और इन सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी.
आयोग की इस घोषणा के साथ ही इन पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. आयोग ने यह भी कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार किसी भी तरह की रैली या जनसभा, रोड शो, पद यात्रा या साइकिल या बाइक रैली या फिर नुक्कड़ सभाओं जैसे आयोजन 15 जनवरी तक नहीं कर सकेगा.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चुनाव संबंधी तारीखों की घोषणा की. इस अवसर पर चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अनूपचंद्र पाडेय सहित निर्वाचन आयोग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए चुनावी प्रक्रिया को संपन्न किया जाएगा और इसमें हिस्सा लेने वाले सभी कर्मियों को कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएगी.
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सेनिटाइजर और मास्क जैसी कोविड से बचाव की सुविधाएं उपलब्ध होंगी और मतदाता केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. चंद्रा ने कहा कि कोरोना के मद्देनजर कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार कोई भी रैली या जनसभा, रोड शो, पद यात्रा या साइकिल या बाइक रैली या फिर नुक्कड़ सभाओं जैसे आयोजन 15 जनवरी तक नहीं कर सकेगा. उन्होंने कहा कि 15 जनवरी तक कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद इसके बारे में आगे का फैसला लिया जाएगा.
पढ़ें : पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव, 10 फरवरी से सात चरण में मतदान, 10 मार्च को नतीजे
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण, 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, तीन मार्च को छठे चरण और सात मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा.
गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने अकेले 312 और उसके सहयोगियों ने 13 सीटें जीती थीं जबकि प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी को सिर्फ 47 सीटों पर जीत मिली थी. वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को भारी जीत मिली थी.
जिन पांच राज्यों में आज चुनाव के कार्यक्रमों की घोषण की गई, उनमें पंजाब को छोड़कर शेष सभी राज्यों में भाजपा की सत्ता है. पंजाब में कांग्रेस का शासन है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई को पूरा हो रहा है, जबकि उत्तराखंड और पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च को समाप्त हो रहा है. गोवा विधानसभा का कार्यकाल 15 मार्च और मणिपुर विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च को समाप्त हो रहा है. चुनावों की घोषणा के साथ ही सभी पांच राज्यों में आदर्श चुनाव आचार संहिता प्रभावी हो गई.
नए साल के शुरुआती महीनों में होने वाले इन विधानसभा चुनावों के दौरान सभी पांच राज्यों की कुल 690 विधानसभा सीटों पर मतदान होंगा, जिसमें 18.34 करोड़ से अधिक लोग भागीदारी कर सकेंगे. इन 18.34 करोड़ मतदाताओं में से 8.55 करोड़ मतदाता महिला हैं. इसके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 2,15,368 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. कुल 690 निर्वाचन क्षेत्रों में से 133 सीटें अनुसूचित जातियों और 23 अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं.
(पीटीआई-भाषा)