श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के राज्य चुनाव आयुक्त केके शर्मा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मीडिया को डीडीसी चुनाव और पंच / सरपंचों के उप-चुनावों को सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए किए जा रहे प्रबंधों की जानकारी दी. चुनाव आयुक्त ने लोगों से लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार में भाग लेने के लिए आगे आने की अपील की और उनसे अपने मतदान केंद्रों पर जाने और वोट डालने का आग्रह भी किया.
जिला विकास परिषद चुनाव के बारे में विवरण देते हुए चुनाव आयुक्त ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल 280 निर्वाचन क्षेत्र हैं, जिनमें से 43 निर्वाचन क्षेत्रों में पहला चरण में सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक मतदान किया जाएगा. उन्होंने आगे बताया पहले चरण में कुल 296 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिनमें 207 पुरुष और 89 महिला उम्मीदवार शामिल हैं.
279 उम्मीदवार लड़ रहे चुनाव
सरपंचों के उपचुनाव के बारे में केके शर्मा ने कहा कि सरपंचों का चुनाव के लिए 94 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान किया जाएगा. पहले चरण के चुनाव में कुल 279 उम्मीदवार प्रथम चरण में चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें 203 पुरुष और 76 महिलाएं शामिल हैं.
इसी प्रकार पंच उपचुनाव में 368 निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 852 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें से 635 पुरुष और 217 महिला उम्मीदवार हैं. उन्होंने यह भी बताया कि 36 सरपंचों सहित 768 पंचों को निर्विरोध चुना गया है.
67 लाख योग्य मतदाता
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने आगे बताया कि जम्मू-कश्मीर में कुल 67 लाख मतदाता हैं जो अपना वोट डालने के लिए पात्र हैं, जिनमें से 7 लाख मतदाता चरण 1 में अपने मतदान के अधिकार का उपयोग करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि पहले चरण के चुनाव को सुचारू रूप से कराने के लिए 2146 मतदान केद्र तैयार किए गए हैं.
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उन्होंने कहा कि चुनाव से संबंधित सभी व्यवस्थाएं मैन पावर, चुनाव सामग्री और सुरक्षा व्यवस्था सभी पूरी हो चुकी हैं और सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
शारीरिक दूरी का पालन
कोरोना महामारी से संबंधित एसओपी के बारे में चुनाव आयुक्त ने कहा कि लोगों के लिए चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने के अलावा अपने चेहरे मास्क लगाने और मतदान के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने का आग्रह किया गया है.
उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान मतदाताओं की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी और यदि मतदादता अपना फेस मास्क / सैनिटाइजर ले जाना भूल जाते हैं, तो फेस मास्क भी प्रदान किए जाएंगे.
आठ चरणों में होने हैं चुनाव
बता दें कि जिला विकास परिषद् के पहले चुनाव आठ चरणों में होंगे जिनमें 28 नवंबर से 22 दिसंबर तक 20 जिलों में 280 सदस्यों का चयन किया जाएगा. केंद्र शासित क्षेत्र में निर्वाचित सरकार की गैर मौजूदगी में ये परिषद् क्षेत्र में प्रशासन की नई इकाई बनने वाले हैं.
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पहले चरण के चुनाव का प्रचार गुरुवार को समाप्त हो गया और अधिकारियों ने बताया कि चुनाव के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और कोविड-19 महामारी को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गई है.
आठ चरणों में होने वाले चुनावों में पीजीएडी, भाजपा और पूर्व वित्त मंत्री अलताफ बुखारी की अपनी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है.
वर्ष 2018 में पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने वाले बड़े क्षेत्रीय दल नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) के बैनर तले चुनावी मैदान में उतरे हैं.