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8 साल का बच्चा कभी नहीं गया स्कूल, पीएम को फर्राटेदार अंग्रेजी में दे रहा नसीहत

हरियाण स्थित अंबाला के धरनास्थल में एक आठ साल का बच्चा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. हैरान करने वाली बात ये है कि ये बच्चा कभी भी स्कूल नहीं गया. वह घर पर ही पढ़ाई लिखाई करता है लेकिन इस बच्चे की अंग्रेजी सुनकर आप भी हैरान हो जाएगें

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Published : Feb 6, 2021, 10:06 AM IST

णविजय सिंह
णविजय सिंह

चंडीगढ़ : देश में किसान आंदोलन की चर्चा हर तरफ है, किसान शहर-शहर धरना दे रहे हैं. ऐसे ही हरियाण स्थित अंबाला के धरनास्थल में एक आठ साल का बच्चा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस बच्चे की इंग्लिश तो इंडिया में बड़े प्रोफेसर्स को भी हैरान कर देगी. फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले इस बच्चे का नाम रणविजय है. जो हरियाणा के अंबाला जिले के पंजोखरा का रहने वाला है. आज रणविजय अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेना पहुंचा था. इस दौरान वहां पर मौजूद हर एक शख्स रणविजय का और उसकी इंग्लिश का दीवाना हो गया.

पीएम को फर्राटेदार अंग्रेजी में दे रहा नसीहत

कभी स्कूल नहीं गया रणविजय

आपको जानकर हैरानी होगी कि रणविजय कभी भी स्कूल नहीं गया. वह घर पर ही पढ़ाई लिखाई करता है, इसके बावजूद वो कॉलेज जाने वाले बच्चों को इंग्लिश एक्सेंट सिखाता है. मौजूदा समय में उसके पास सात बच्चे ट्यूशन लेते हैं और वह महीने का बीस हजार भी कमाता है.

कृषि कानूनों पर भी रणविजय रखता है राय

रणविजय ना सिर्फ अंग्रेजी बोलता और पढ़ाता है बल्कि वो कृषि कानूनों पर भी अपनी राय रखता है. हमारे संवाददाता ने रणविजय सिंह से इन कानूनों पर बातचीत की तो उसने पीएम मोदी से अपील कि मैं यहां पर भारत सरकार की तरफ कृषि के तीनों कानूनों के खिलाफ किसानों का साथ देने पहुंचा हूं. रणविजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील भी की कि जल्द से जल्द कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लिया जाए.

ये पढ़ें- चक्का जाम: किसानों ने बनाई रणनीति, सरकार ने भी जारी किए आदेश

टीचर की डांट के डर से नहीं गया स्कूल- पिता

रणविजय के पिता हरदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने बचपन में रणविजय को प्लेवे में डाला था, लेकिन टीचर द्वारा डांटने के बाद रणविजय ने स्कूल जाने से आनाकानी करना शुरू कर दी. जिसके बाद उन्होंने खुद रणविजय को घर पर ही पढ़ाना शुरू किया. आज रणविजय आठ वर्ष का है. वह कभी स्कूल नहीं गया. हरदीप सिंह बच्चों को इंग्लिश और इंग्लिश एक्सेंट की ट्यूशन देते थे.

चंडीगढ़ : देश में किसान आंदोलन की चर्चा हर तरफ है, किसान शहर-शहर धरना दे रहे हैं. ऐसे ही हरियाण स्थित अंबाला के धरनास्थल में एक आठ साल का बच्चा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस बच्चे की इंग्लिश तो इंडिया में बड़े प्रोफेसर्स को भी हैरान कर देगी. फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले इस बच्चे का नाम रणविजय है. जो हरियाणा के अंबाला जिले के पंजोखरा का रहने वाला है. आज रणविजय अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेना पहुंचा था. इस दौरान वहां पर मौजूद हर एक शख्स रणविजय का और उसकी इंग्लिश का दीवाना हो गया.

पीएम को फर्राटेदार अंग्रेजी में दे रहा नसीहत

कभी स्कूल नहीं गया रणविजय

आपको जानकर हैरानी होगी कि रणविजय कभी भी स्कूल नहीं गया. वह घर पर ही पढ़ाई लिखाई करता है, इसके बावजूद वो कॉलेज जाने वाले बच्चों को इंग्लिश एक्सेंट सिखाता है. मौजूदा समय में उसके पास सात बच्चे ट्यूशन लेते हैं और वह महीने का बीस हजार भी कमाता है.

कृषि कानूनों पर भी रणविजय रखता है राय

रणविजय ना सिर्फ अंग्रेजी बोलता और पढ़ाता है बल्कि वो कृषि कानूनों पर भी अपनी राय रखता है. हमारे संवाददाता ने रणविजय सिंह से इन कानूनों पर बातचीत की तो उसने पीएम मोदी से अपील कि मैं यहां पर भारत सरकार की तरफ कृषि के तीनों कानूनों के खिलाफ किसानों का साथ देने पहुंचा हूं. रणविजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील भी की कि जल्द से जल्द कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लिया जाए.

ये पढ़ें- चक्का जाम: किसानों ने बनाई रणनीति, सरकार ने भी जारी किए आदेश

टीचर की डांट के डर से नहीं गया स्कूल- पिता

रणविजय के पिता हरदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने बचपन में रणविजय को प्लेवे में डाला था, लेकिन टीचर द्वारा डांटने के बाद रणविजय ने स्कूल जाने से आनाकानी करना शुरू कर दी. जिसके बाद उन्होंने खुद रणविजय को घर पर ही पढ़ाना शुरू किया. आज रणविजय आठ वर्ष का है. वह कभी स्कूल नहीं गया. हरदीप सिंह बच्चों को इंग्लिश और इंग्लिश एक्सेंट की ट्यूशन देते थे.

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