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Eid Milad-un-Nabi 2021: ईद मिलाद-उन-नबी आज, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व

ईद मिलाद उन-नबी (Eid Milad-un-Nabi) पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन रात भर प्राथनाएं होती हैं और जगह-जगह जुलूस भी निकाले जाते हैं. घरों और मस्जिदों में आज कुरान पढ़ी जाती है.

Eid Milad-un-Nabi 2021
ईद मिलाद-उन-नबी
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Published : Oct 19, 2021, 8:52 AM IST

हैदराबाद: देश में आज ईद मिलाद-उन-नबी (Eid Milad-un-Nabi) मनाया जा रहा है. बता दें, इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाते हैं. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, ये त्योहार तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है.

इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार इस्लाम के तीसरे महीने यानि मिलाद उन-नबी की शुरुआत हो चुकी है. मोहम्मद साहब के जन्मदिन (Prophet Muhammad birth anniversary) पर लोग उनकी याद में जुलूस निकालते हैं. इस दिन जगह-जगह बड़े आयोजन भी किए जाते हैं.

पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म

पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के रेगिस्तान के शहर मक्का में 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था. पैगंबर साहब के जन्म से पहले ही उनके पिता का निधन हो चुका था. जब वह 6 वर्ष के थे तो उनकी मां की भी मृत्यु हो गई. मां के निधन के बाद पैगंबर मोहम्मद अपने चाचा अबू तालिब और दादा अबू मुतालिब के साथ रहने लगे. इनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम बीबी आमिना था. अल्लाह ने सबसे पहले पैगंबर हजरत मोहम्मद को ही पवित्र कुरान अता की थी. इसके बाद ही पैगंबर साहब ने पवित्र कुरान का संदेश दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया.

ईद मिलाद उन-नबी का महत्व

ईद मिलाद उन-नबी (Eid Milad-un-Nabi) पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन रात भर प्राथनाएं होती हैं और जगह-जगह जुलूस भी निकाले जाते हैं. घरों और मस्जिदों में आज कुरान पढ़ी जाती है. ईद मिलाद उन-नबी के मौके पर घर और मस्जिद को सजाया जाता है और मोहम्मद साहब के संदेशों को पढ़ा जाता है. हजरत मोहम्मद का एक ही संदेश था कि मानवता को मानने वाला ही महान होता है. आज के दिन लोग गरीबों में दान भी करते हैं. ऐसी मान्यता है कि ईद मिलाद उन-नबी (Eid Milad-un-Nabi) के दिन दान और जकात करने से अल्लाह खुश होते हैं.

राष्ट्रपति कोविंद ने दी बधाई

पैगम्बर मुहम्मद के जन्मदिन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित तमाम नेताओं ने देशवासियों को बधाई दी है। कोविन्द ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैं सभी देशवासियों, विशेष रूप से हमारे मुस्लिम भाइयों-बहनों को मुबारकबाद देता हूं. आइए, हम सब पैगम्‍बर मुहम्‍मद के जीवन से प्रेरणा लेकर, समाज की खुशहाली के लिए और देश में सुख शांति बनाए रखने हेतु कार्य करें.

  • Milad-un-Nabi greetings. Let there be peace and prosperity all around. May the virtues of kindness and brotherhood always prevail. Eid Mubarak!

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी ने भी दी बधाई

पीएम मोदी ने बधाई देते हुए लिखा कि मिलाद-उन-नबी की बधाई. चारों ओर शांति और समृद्धि हो. दया और भाईचारे के गुण हमेशा कायम रहें. ईद मुबारक!

हैदराबाद: देश में आज ईद मिलाद-उन-नबी (Eid Milad-un-Nabi) मनाया जा रहा है. बता दें, इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाते हैं. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, ये त्योहार तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है.

इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार इस्लाम के तीसरे महीने यानि मिलाद उन-नबी की शुरुआत हो चुकी है. मोहम्मद साहब के जन्मदिन (Prophet Muhammad birth anniversary) पर लोग उनकी याद में जुलूस निकालते हैं. इस दिन जगह-जगह बड़े आयोजन भी किए जाते हैं.

पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म

पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के रेगिस्तान के शहर मक्का में 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था. पैगंबर साहब के जन्म से पहले ही उनके पिता का निधन हो चुका था. जब वह 6 वर्ष के थे तो उनकी मां की भी मृत्यु हो गई. मां के निधन के बाद पैगंबर मोहम्मद अपने चाचा अबू तालिब और दादा अबू मुतालिब के साथ रहने लगे. इनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम बीबी आमिना था. अल्लाह ने सबसे पहले पैगंबर हजरत मोहम्मद को ही पवित्र कुरान अता की थी. इसके बाद ही पैगंबर साहब ने पवित्र कुरान का संदेश दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया.

ईद मिलाद उन-नबी का महत्व

ईद मिलाद उन-नबी (Eid Milad-un-Nabi) पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन रात भर प्राथनाएं होती हैं और जगह-जगह जुलूस भी निकाले जाते हैं. घरों और मस्जिदों में आज कुरान पढ़ी जाती है. ईद मिलाद उन-नबी के मौके पर घर और मस्जिद को सजाया जाता है और मोहम्मद साहब के संदेशों को पढ़ा जाता है. हजरत मोहम्मद का एक ही संदेश था कि मानवता को मानने वाला ही महान होता है. आज के दिन लोग गरीबों में दान भी करते हैं. ऐसी मान्यता है कि ईद मिलाद उन-नबी (Eid Milad-un-Nabi) के दिन दान और जकात करने से अल्लाह खुश होते हैं.

राष्ट्रपति कोविंद ने दी बधाई

पैगम्बर मुहम्मद के जन्मदिन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित तमाम नेताओं ने देशवासियों को बधाई दी है। कोविन्द ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैं सभी देशवासियों, विशेष रूप से हमारे मुस्लिम भाइयों-बहनों को मुबारकबाद देता हूं. आइए, हम सब पैगम्‍बर मुहम्‍मद के जीवन से प्रेरणा लेकर, समाज की खुशहाली के लिए और देश में सुख शांति बनाए रखने हेतु कार्य करें.

  • Milad-un-Nabi greetings. Let there be peace and prosperity all around. May the virtues of kindness and brotherhood always prevail. Eid Mubarak!

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी ने भी दी बधाई

पीएम मोदी ने बधाई देते हुए लिखा कि मिलाद-उन-नबी की बधाई. चारों ओर शांति और समृद्धि हो. दया और भाईचारे के गुण हमेशा कायम रहें. ईद मुबारक!

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