श्रीनगर : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मां को समन भेजा है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
गुलशन नजीर को दिये गए समन में उनसे 18 अगस्त को श्रीनगर स्थित ईडी के कार्यालय में पेश होने को कहा गया है. महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमाक्रेटिक पार्टी (PDP) ने इस मामले को लेकर ईडी पर निशाना साधा और कहा कि यह महज कोई इत्तेफाक नहीं है कि जब भी पार्टी जम्मू-कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार की नीति का विरोध करती है, तब हर बार एक समन जारी किया जाता है.
गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के दो साल पूरे होने पर बृहस्पतिवार को उनके दल की ओर से किये गए विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व किया था.पीडीपी ने ईडी से प्राथमिकी समेत मामले का पूरा विवरण देने को कहा है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इससे पहले भी गुलशन नजीर को उसके समक्ष पेश होने को कहा था. गुलशन नजीर जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद की पत्नी हैं.
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पार्टी ने ईडी को बताया था कि नजीर को मानवीय सहायता की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि वह अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू भाषाओं को अच्छी तरह नहीं समझ पाती हैं, ऐसे में अगर मामले से जुड़ा विवरण साझा किया जाता है तो इससे नजीर को पूछताछ के लिए तैयार रहने में आसानी होगी.
धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत दर्ज आपराधिक मामला ईडी द्वारा महबूबा के एक कथित सहयोगी के परिसर में मारे गए छापे में बरामद हुई दो डायरी से संबद्ध है. अधिकारियों ने बताया कि डायरी में मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से कुछ ऐसे भुगतान का ब्योरा दर्ज है, जोकि कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन कर किए गए. इस राशि का भुगतान पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य की पीडीपी सरकार के कार्यकाल में किया गया था. आरोप है कि इसमें से कुछ लाख रुपये नजीर एवं अन्य लोगों के बैंक खाते में स्थानांतरित किये गए, जिसे लेकर ईडी पूछताछ करना चाहती है.
(पीटीआई-भाषा)