बेंगलुरु : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के पूर्व मंत्री आर रोशन बेग और कांग्रेस के विधायक जमीर अहमद खान के खिलाफ छापेमारी की. अधिकारियों ने बताया कि 4,000 करोड़ रुपये के आईएमए पॉन्जी घोटाले में धन शोधन की जांच के सिलसिले में यह छापेमारी की गई.
उन्होंने बताया कि धनशोधन रोकथान कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बेग और उनके सहयोगियों के कई परिसरों पर एजेंसी ने छापेमारी की.
बेंगलुरु के शिवाजीनगर में उनके और बेंगलुरु के चामराजपेट से कांग्रेस विधायक बी जी जमीर अहमद खान के दो परिसर और उनसे जुड़ी यात्रा कंपनी पर छापेमारी की गई.
मुंबई में भी कुछ स्थानों पर छापेमारी की गई.
28 घंटे चली छापेमारी
जानकारी के मुताबिक, छापेमारी गुरुवार सुबह 6 बजे शुरू हुई थी और 28 घंटे के तलाशी के बाद आज समाप्त हुई.
जमीर अहमद खान का बयान
छापेमारी पर जमीर अहमद खान ने प्रतिक्रिया दी है. जमीर अहमद खान ने शुक्रवार को दावा किया कि ईडी की महानगर में उनके नवनिर्मित घर पर छापेमारी का 4000 करोड़ रुपये के आईएमए पोंजी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि सुबह में ईडी के अधिकारियों ने छापेमारी के बाद उन्हें कोई नोटिस जारी नहीं किया है लेकिन उनसे कहा है कि जब भी जरूरत पड़े वह एजेंसी के समक्ष पेश हों।खान ने कहा कि बृहस्पतिवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे से आठ बजे के बीच ईडी के अधिकारी आए थे, वे घर के सिलसिले में आए थे, उन्होंने पूछा कि जमीन कब खरीदी गयी, घर कब बना और इसके हिसाब-किताब के बारे में पूछा। मैंने उन्हें पूरी सूचना दे दी है.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि ईडी के अधिकारी निर्माण लागत और अन्य ब्यौरे के बारे में जानना चाहते थे, जिसे उन्होंने उनको उपलब्ध करा दिया और बैंक खाता भी उन्हें दिखाया गया।विधायक ने कहा कि संतुष्ट होने के बाद अधिकारी चले गए और कहा कि जब भी वे मुझे बुलाएंगे तो मुझे जाना होगा, मैं जाऊंगा...उन्होंने मुझे कोई नोटिस नहीं दिया है। हमने आयकर विभाग में सब कुछ घोषित किया हुआ है.
ईडी ने मेरे घर पर छापेमारी की और मेरे भाई के घर एवं यात्रा कार्यालय पर भी छापेमारी की। वे कुछ उम्मीद से आए थे लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला.
कहा जाता है कि कांग्रेस विधायक का आईएमए ग्रुप के तत्कालीन प्रबंध निदेशक मंसूर खान के साथ संपत्ति का कथित तौर पर लेन-देन हुआ था. जमीर अहमद खान ने चुनावी हलफनामे में इस लेन-देन की घोषणा की है. बेग जिन्हें इससे पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले में गिरफ्तार किया था उन्हें कथित घोटाला सामने आने के बाद कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था. बेग फिलहाल जमानत पर हैं.
ईडी की यह कार्रवाई 4,000 करोड़ रुपये के आई-मॉनेटरी एडवाइजर (आईएमए) के कथित पॉन्जी घोटाले मामले में सीबीआई प्राथमिकी और आरोप-पत्र का संज्ञान लेकर की जा रही उसकी जांच से जुड़ा है. सीबीआई ने अप्रैल में बेंगलुरु में सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष आरोप-पत्र दायर किया था और बेग, मंसूर खान, आईएमए ग्रुप और बेग की कंपनी दानिश पब्लिकेशन्स और अन्य को नामजद किया था.
सीबीआई प्रवक्ता ने आरोप-पत्र दायर करने से पहले एक बयान में कहा,'यह आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री ने चुनावी खर्च केलिए आईएम कोष से कई करोड़ रुपये लिए.' बयान में कहा गया, 'यह भी आरोप लगाया कि आरोपी दिन प्रतिदिन के खर्च के लिए उक्त निधि का भी इस्तेमाल कर रहा था, जिसमें उसकी कंपनी के कर्मचारियों को वेतन देना भी शामिल है. यह भी आरोप था कि आरोपी ने अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में विभिन्न सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों पर पैसा खर्च किया.'
कथित घोटाला आईएमए समूह द्वारा इस्लामी तरीकों से निवेश पर आकर्षक रिटर्न प्रदान करने के नाम पर एक लाख से अधिक भोले-भाले निवेशकों से एकत्र किए गए 4,000 करोड़ रुपये से अधिक से संबंधित है. सीबीआई अधिकारियों ने बताया था कि आरोप था कि यह पैसा सिद्धरमैया नीत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मंत्री, बेग को भेज दिया गया ताकि आईएमए समूह अपनी अवैध गतिविधियां जारी रख सके.
सीबीआई ने घोटाले के सिलसिले में चार मामले दर्ज किए थे और खान, कंपनी के निदेशकों, कई राजस्व और पुलिस के कई अधिकारियों समेत 33 आरोपियों के खिलाफ कई आरोप-पत्र दायर किए थे. आरोप लगाया था कि समूह ने अनधिकृत तरीके से पैसे जमा किए और लोगों को मूल धन के साथ ही वादे किए गए रिटर्न भी न लौटा कर लोगों के साथ धोखा किया.
सीबीआई ने कहा, 'इन निधियों का कथित तौर पर संपत्ति हासिल करने, रिश्वत की रकम चुकाने आदि के लिए इस्तेमाल किया गया था. सक्षम प्राधिकरण द्वारा कई संपत्तियों -चल और अचल- की पहचान की गई और केपीआईडीएफई (वित्तीय प्रतिष्ठानों में जमाकर्ताओं के हितों का कर्नाटक संरक्षण) कानून, 2004 के तहत कुर्क की गई.'
छापेमारी को कांग्रेस ने राजनीति से प्रेरित करार दिया
कांग्रेस विधायक जमीर अहमद खान का बचाव करते हुए पार्टी की कर्नाटक इकाई ने को ईडी द्वारा खान के खिलाफ चलाए गए तलाशी अभियान को राजनीति से प्रेरित करार दिया.
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया. वहीं, कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपने गलत कामों को छुपाने के लिए इसे कांग्रेस नेताओं का 'सामान्य नारा' करार दिया.
(एकस्ट्रा इनपुट-पीटीआई भाषा)