नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) फिलहाल तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी को राहत देता नजर नहीं आ रहा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी को नया समन जारी किया है. सूत्रों के अनुसार, अभिषेक को 9 अक्टूबर को ईडी की पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा गया है. इससे पहले ईडी ने बनर्जी को 3 अक्टूबर पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा था. हालांकि, अभिषेक ने दिल्ली में पार्टी की मनरेगा विरोध प्रदर्शन की योजना का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हो पाने की बात कही थी.
इससे पहले जारी हुए समन पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिषेक ने भाजपा पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की विपक्ष की एकता को तोड़ने के लिए अपनाई गई एक रणनीति है. उन्होंने कहा था कि लेकिन वह डरेंगे नहीं. वह अपने राज्य के वंचितों के हक के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा ही क्या दुनिया की कोई भी ताकत उन्हें पश्चिम बंगाल के वंचित लोगों के लिए आवाज उठाने से नहीं रोक सकती है. उन्होंने कहा कि वह अपने राज्य के लोगों के मौलिक अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं.
टीएमसी महासचिव ने यह भी आरोप लगाया था कि ईडी उन्हें उन दिनों में हाजिर होने के लिए कह रही है जबकि उनके सार्वजनिक कार्यक्रम की योजना पहले से घोषित है. बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था कि इस महीने की शुरुआत में, ईडी ने मुझे INDIA की एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक के दिन बुलाया था. मैं कर्तव्यनिष्ठा से उपस्थित हुआ और दिए गए समन का पालन किया.
ईडी ने अभिषेक बनर्जी को पीएमएलए की धारा 50 के तहत तलब किया था. बनर्जी को समन केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा 'लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड' के कार्यालय में छापेमारी के बाद आया, जिस पर संघीय एजेंसी ने आरोप लगाया था कि इसका इस्तेमाल करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेनदेन करने के लिए किया गया था. ईडी ने दावा किया कि बनर्जी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं.