नई दिल्ली : तमिलनाडु में होने वाले 2021 विधानसभा चुनाव में धन, मुफ्त में सामान देने और शराब बांटने को रोकने की तैयारी भारत निर्वाचन आयोग कर रहा है. 2019 में भारत निर्वाचन आयोग ने तमिलनाडु के वेल्लोर संसदीय सीट के चुनाव को रद्द कर दिया था, क्योंकि एक राजनीतिक दल के एक सदस्य के गोदाम में 10 करोड़ रुपये से अधिक के नोटों के बंडल पाए गए. आयकर अधिकारियों ने लोकसभा और विधानसभा उप चुनावों से पहले राज्य भर में बेहिसाब नकदी में 137 करोड़ रुपये जब्त किए थे. चुनाव की तैयारियों का आकलन करने के लिए हाल ही में महासचिव सहित भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने राज्य का दौरा किया है.
एआईएडीएमके ने अप्रैल में चुनाव कराने की अपील की
भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से और राजनीतिक दलों के साथ बैठक की. सूत्रों के अनुसार एआईएडीएमके सरकार ने मई में भीषण गर्मी के कारण अप्रैल में चुनाव कराने की अपील की थी. हालांकि, तमिलनाडु में हमेशा एकल चरण का चुनाव होता रहा है और डीएमके ने आग्रह किया है कि इस बार भी ऐसा ही हो. मीडिया रिपोर्टों में था कि राज्य में कई चरणों में चुनाव इस बार हो सकते हैं. चुनाव की तारीखों के बारे में अभी भारत निर्वाचन आयोग को तय करना है लेकिन तमिलनाडु विधानसभा का कार्यकाल 24 मई 2021 को समाप्त हो जाएगा.
पोस्टल बैलेट पर राजनीतिक दलों में चिंता
पोस्टल बैलेट दिव्यांग लोगों, वरिष्ठ नागरिकों, कोविड 19 के रोगियों और संदिग्ध रोगियों पर लागू किए जाएंगे, ताकि वे घर से मतदान कर सकें. राजनीतिक दलों ने इन वोटों की गोपनीयता और सुरक्षित परिवहन की अपनी चिंताओं से अवगत कराया था.