नई दिल्ली : भारत निर्वाचन आयोग ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मणिपुर में चुनावी तैयारियों का जायजा लिया. चुनाव आयोग ने देश में कोविड की वृद्धि के बीच चुनाव कराने पर विचार-विमर्श करने के लिए एक दिन पहले बैठक की थी.
आयोग पहले ही पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और गोवा के चुनावी राज्यों का दौरा कर चुका है. मणिपुर में फीडबैक और चुनावी तैयारियों (Manipur elections 2022) की स्थिति जानने के लिए राजनीतिक दलों और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक हुई.
बुधवार को उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर की इस वर्चुअल मीट के एजेंडे में धन बल, अवैध शराब, नशीले पदार्थों और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए डराने-धमकाने के बारे में चिंताएं शामिल थीं.
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुशील चंद्रा ने मुख्य सचिव, मणिपुर को भी इस संबंध में अपनी चिंता से अवगत कराया. राज्य में कम टीकाकरण दर (low vaccination rate) को देखते हुए इसमें तेजी लाने के लिए कहा.
निष्पक्ष चुनाव का दिया भरोसा
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से उम्मीदवारों द्वारा चुनाव खर्च पर कड़ी निगरानी रखने का अनुरोध किया. चुनाव पूर्व हिंसा के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रक्रिया और अन्य प्रासंगिक उपायों के दौरान पर्याप्त सुरक्षा बलों की उपस्थिति की मांग की. ईसी ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव को बाधित करने वाली किसी भी हरकत के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी के लिए व्यय पर्यवेक्षकों को तैनात किया जाएगा. राज्य में पहली बार पोस्टल बैलेट की सुविधा प्रदान की जाएगी.
एक मतदान केंद्र पर 1250 लोग ही कर सकेंगे वोट
कोविड सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों को ध्यान में रखते हुए आयोग ने एक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1500 से घटाकर 1250 कर दी है. समीक्षा बैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), नेशनल पीपुल्स पार्टी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक एलायंस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े.
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गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुशील चंद्रा ने 30 दिसंबर को लखनऊ में कहा था कि उनकी यात्रा के दौरान उनसे मिलने वाले सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने कहा है कि विधानसभा चुनाव सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर कराए जाने चाहिए.
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