नई दिल्ली/काठमांडू : उत्तर भारत में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए. वहीं, इसका असर नेपाल तक भी रहा. पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट जिले और उसके आसपास के इलाकों में सोमवार को 5.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. यह जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी. गौरतलब है कि नेपाल के इसी इलाके में गत शुक्रवार को आए भूकंप में 153 लोग मारे गए थे. भूकंप से हताहत या क्षति की तत्काल जानकारी नहीं मिली है.
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप का केंद्र उत्तर प्रदेश के अयोध्या से 233 किलोमीटर उत्तर में था. भूकंप से लोगों में दहशत फैल गई. दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई लोगों ने फर्नीचर के बहुत तेज हिलने की सूचना दी. कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने लोगों के घरों से बाहर निकलने के दृश्य साझा किए.
नेपाल में 5.8 तीव्रता का भूकंप : नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक जाजरकोट और आसपास के इलाके में स्थानीय समयानुसार अपराह्न चार बजकर 31 मिनट पर फिर से भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया. केंद्र के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई और इसका केंद्र जाजरकोट का रामीदंडा था. काठमांडू में भी झटके महसूस किए गए जिससे लोगों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र ने बताया कि इसके बाद अपराह्न चार बजकर 40 मिनट पर 4.5 तीव्रता का एक और भूकंप का झटका महसूस किया गया. नेपाल के पश्चिमी हिस्से में शुक्रवार को आधी रात से कुछ समय पहले आए 6.4 तीव्रता के भूकंप में 153 लोगों की मौत हो गई थी.
बता दें कि शुक्रवार की रात नेपाल में आए 6.4 तीव्रता के भूकंप में पड़ोसी देश (नेपाल)में कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई और 160 से अधिक घायल हुए थे. लेकिन बाद में नेपाल न इस संख्या में संशोधन कर मौतों की संख्या 153 बताया.
नेपाल में भूकंप में मरने वालों की संख्या 153 : नेपाल ने देश के पश्चिमी हिस्से में आये भूकंप में जान गंवाने वालों की संख्या सोमवार को 157 से संशोधित कर 153 कर दी. उसने कहा कि कुछ नामों के दोहराव के कारण मृतक संख्या 157 हो गयी थी. पहले, भूकंप के केंद्र जाजरकोट में 105 लोगों तथा रुकुम पश्चिम जिले में 52 लोगों की मौत की खबर सामने आयी थी. अब जाजरकोट के जिला प्रशासन कार्यालय (डीएओ) ने मृतक संख्या संशोधित कर 101 कर दी है. रुकुम पश्चिम जिले में मृतकों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है. डीएओ (जाजरकोट) के सूचना अधिकारी हरिश्चंद्र शर्मा ने कहा कि मृतक संख्या को संशोधित कर 101 इसलिए किया गया है, क्योंकि शुक्रवार रात की त्रासदी में जान गंवाने वालों के कुछ नामों में दोहराव हो गया था.
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