नई दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर में रोजाना औसतन 3 से 4 लाख नए मामले सामने आ रहे हैं. इसको लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में बताया कि कोविड इस वक्त दुनिया के लिए बड़ी समस्या है. इसपर एकजुट होकर ही जीत पाया जा सकेगा. हम सब एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहे. भारत ने संकट के समय कई देशों को दवा उपलब्ध कराया है. अमेरिका, सिंगापुर, यूरोप समेत कई देशों को टीके दिए गए हैं.जिसे आप सहायता के रूप में वर्णित करते हैं, उसे हम मित्रता कहते हैं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि वैक्सीन की कमी को लेकर देश में सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि सरकार विदेश में अपनी छवि मजबूत करने के लिए देश की अनदेखी कर टीके अन्य देशों को भेज दी, लेकिन ऐसा नहीं है. हमने संकट के दौर में कुछ देशों की मदद की है और आज हमें मदद की दरकार है तो वह भी मेरी सहायता करने के लिए आगे आ रहे हैं, उन्होंने कहा कि लोग समस्याओं को दूर कैसे करें इस पर विचार नहीं कर रहे हैं, वह एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत कोरोना की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित है. लोगों के सामने कई समस्याएं खड़ी हो गई है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार लोगों की मदद के लिए सबकुछ करने को तैयार है.
डॉ. जयशंकर ने कहा मुझे लगता है कि इस तरह की सहायता इस तरह के तर्क पॉइंट स्कोरिंग के प्रकार हैं. मुझे लगता है कि लोग समस्या से वैचारिक रूप से नहीं जुड़ रहे हैं. मैंने दिल्ली की स्थिति को देखा है, मैं लोगों की मदद करने के लिए सब कुछ करूंगा.
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जब कोई महामारी आती है तो तर्क और सवाल होते हैं. लोगों ने चुनाव के बारे में कहा है. हमारा एक लोकतांत्रिक देश हैं. लोकतंत्र में हम चुनाव नहीं रोक सकते.
कोरोना के खिलाफ दुनिया को एकजुट होना होगा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ये कोरोना महामारी से पूरी दुनिया जंग लड़ रही है ऐसे में इसके खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होना होगा. जी7 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को लेकर भी उनका यही संदेश है कि मौजूदा हालात में दुनिया को इस महामारी के खिलाफ एकजुट होना होगा क्योंकि मौजूदा वक्त में भले सबसे ज्यादा मामले भारत से सामने आ रहे हैं लेकिन जी7 देशों के सदस्य अमेरिका से लेकर इटली और ब्रिटेन तक ने कोरोना का कहर झेला है. दुनिया के कई देश कोरोना महामारी का दंश झेल चुके हैं ऐसे में इस संकट में पूरी दुनिया को एक साथ आना होगा.
ऑक्सीजन, दवा, वैक्सीन सप्लाई चेन हमारी प्राथमिकता
दुनिया भर में मौजूद भारतीय दूतावासों को मेरा संदेश है कि इस वक्त देश में कोरोना संक्रमण को लेकर जो हालात हैं उसे देखते हुए ऑक्सीजन, दवाएं, वैक्सीन सप्लाई चेन जैसे महत्वपूर्ण चीजों की आपूर्ति पर अपना ध्यान दें. देशभर में कोरोना को लेकर बहुत सी चर्चाएं चल रही हैं लेकिन आप सभी को एक मिशन के तहत काम करना है. दुनियाभर के देशों से भारत को इस वक्त सहयोग मिल रहा है ऐसे में इस सहयोग के लिए हर मुमकिन कदम उठाना और उसकी तैयारी करना ही सबसे अहम जिम्मेदारी है.