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ड्रोन को जल्द ही स्वचालित ऑन-ऑफ स्विच से लैस बनाया जाएगा : सिंधिया

सरकार ड्रोन संचालन के संबंध में सुरक्षा पहलुओं को मजबूत करने पर विचार कर रही है और इसी के तहत ड्रोन को जल्द ही एक ऐसी प्रणाली के साथ सक्षम बनाया जाएगा जो निर्धारित उड़ान पथ से भटकने की स्थिति में उन्हें स्वचालित बंद करने की सुविधा प्रदान करेगी.

Scindia
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Published : Oct 7, 2021, 5:56 AM IST

नई दिल्ली : नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आंतरिक सुरक्षा को एक मुख्य क्षेत्र बताते हुए कहा कि आने वाले दिनों में ड्रोन स्वचालित ऑन/ऑफ स्विच से लैस होंगे. सिंधिया ने कहा कि यदि कोई ड्रोन निर्दिष्ट उड़ान पथ से भटक जाता है, तो संबंधित ड्रोन को स्विच से रोका जा सकता है.

मंत्री ने कहा कि उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपायों को सूचीबद्ध किया है. ड्रोन उद्योग पर ऑनलाइन आयोजित एक प्रश्नोत्तरी लाइव चैट सत्र में भाग लेते हुए मंत्री ने यह भी कहा कि ड्रोन के लिए एक रजिस्ट्री होगी.

एक डिजिटल हवाई क्षेत्र का नक्शा पहले से उपलब्ध है, जिसमें ड्रोन संचालन के लिए क्षेत्रों को लाल, पीले और हरे क्षेत्रों में सीमांकित किया गया है. सिंधिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगले 10-12 महीनों में ड्रोन के बियॉन्ड विजुअल लाइन ऑफ साइट (बीवीएलओएस) संचालन से संबंधित नियम लागू होने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें-एअर इंडिया के लंदन-कोचीन विमान में बच्चे का जन्म, प्लेन को फ्रैंकफर्ट में उतारा गया

उन्होंने कहा कि ड्रोन के लिए नए हवाई गलियारे स्थापित किए जाएंगे और माल पहुंचाने के लिए सीमित गलियारे होंगे. सिंधिया ने बताया कि ड्रोन क्षेत्र में फिलहाल करीब 200 स्टार्टअप काम कर रहे हैं और सरकार का आगामी वर्षों में भारत को ड्रोन का केंद्र बनाने का लक्ष्य है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आंतरिक सुरक्षा को एक मुख्य क्षेत्र बताते हुए कहा कि आने वाले दिनों में ड्रोन स्वचालित ऑन/ऑफ स्विच से लैस होंगे. सिंधिया ने कहा कि यदि कोई ड्रोन निर्दिष्ट उड़ान पथ से भटक जाता है, तो संबंधित ड्रोन को स्विच से रोका जा सकता है.

मंत्री ने कहा कि उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपायों को सूचीबद्ध किया है. ड्रोन उद्योग पर ऑनलाइन आयोजित एक प्रश्नोत्तरी लाइव चैट सत्र में भाग लेते हुए मंत्री ने यह भी कहा कि ड्रोन के लिए एक रजिस्ट्री होगी.

एक डिजिटल हवाई क्षेत्र का नक्शा पहले से उपलब्ध है, जिसमें ड्रोन संचालन के लिए क्षेत्रों को लाल, पीले और हरे क्षेत्रों में सीमांकित किया गया है. सिंधिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगले 10-12 महीनों में ड्रोन के बियॉन्ड विजुअल लाइन ऑफ साइट (बीवीएलओएस) संचालन से संबंधित नियम लागू होने की उम्मीद है.

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उन्होंने कहा कि ड्रोन के लिए नए हवाई गलियारे स्थापित किए जाएंगे और माल पहुंचाने के लिए सीमित गलियारे होंगे. सिंधिया ने बताया कि ड्रोन क्षेत्र में फिलहाल करीब 200 स्टार्टअप काम कर रहे हैं और सरकार का आगामी वर्षों में भारत को ड्रोन का केंद्र बनाने का लक्ष्य है.

(पीटीआई-भाषा)

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