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DRDO ने सफलतापूर्वक किया स्वदेशी क्रूज मिसाइल का परीक्षण - drdo successfully test-fired indigenous cruise missile

डीआरडीओ ने आज सफलतापूर्वक स्वदेशी तकनीक वाली क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इस स्वदेशी तकनीक क्रूज मिसाइल को ओडिशा के बालासोर से टेस्ट किया गया है. सूत्रों के अनुसार मिसाइल तकरीबन 150 किलोमीटर की दूरी तक गई.

DRDO ने सफलतापूर्वक किया स्वदेशी क्रूज मिसाइल का परीक्षण
DRDO ने सफलतापूर्वक किया स्वदेशी क्रूज मिसाइल का परीक्षण
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Published : Aug 11, 2021, 12:44 PM IST

Updated : Aug 12, 2021, 3:29 PM IST

बालासोर : ओडिशा के बालासोर से आज सुबह डीआरडीओ द्वारा विकसित स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. इसकी खास बात यह है यह पूरी तरह से स्वदेशी है और इसमे स्वदेशी इंजन लगा है. आने वाले समय में इसके और टेस्ट किए जाएंगे.

डीआरडीओ ने आज सफलतापूर्वक स्वदेशी तकनीक वाली क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इस स्वदेशी तकनीक क्रूज मिसाइल को ओडिशा के बालासोर से टेस्ट किया गया है. सूत्रों के अनुसार मिसाइल तकरीबन 150 किलोमीटर की दूरी तक गई. इस टेस्ट में अपेक्षा के अनुसार नतीजे सामने आए हैं.

बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में आठ मिनट की उड़ान के बाद मिसाइल का परीक्षण रोक दिया गया था. हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार निर्भय मिसाइल के संबंध में एक अधिकारी ने बताया है कि एयरफोर्स और नेवी के लिए यूजर ट्रायल से पहले अगला टेस्ट फायरिंग मिशन मोड में किया जाएगा. पिछले साल निरस्त हुए परीक्षण के बाद स्वदेशी बूस्टर इंजन के साथ निर्भय मिसाइल का यह पहला सफल परीक्षण हुआ है.

DRDO ने सफलतापूर्वक किया स्वदेशी क्रूज मिसाइल का परीक्षण

रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर, 2020 में हुए असफल परीक्षण के बाद रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर से 1,000 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकने वाली निर्भय क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इस सब-सोनिक क्रूज मिसाइल को सुबह 9:55 बजे दागा गया. मिसाइल ने परीक्षण के दौरान 15 मिनट में 100 किमी की उड़ान भरी.

रिपोर्ट के मुताबिक डीआरडीओ के सूत्रों ने निर्भय मिसाइल की फायरिंग को आंशिक रूप से सफल बताया है. डीआरडीओ के अनुसार, स्वदेशी इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया, लेकिन डिलीवरी प्लेटफॉर्म अचानक नीचे आ गया. इसके कारणों का पता नहीं चल सका है.

निर्भय मिसाइल की परीक्षण के संबंध में एक अधिकारी ने कहा, हो सकता है कि कंट्रोलर में एक खराबी हो, लेकिन इंजन अच्छी तरह से काम कर रहा था. वायु सेना और नौसेना के लिए उपयोगकर्ता परीक्षण से पहले अगला परीक्षण फायरिंग मिशन मोड में किया जाएगा.

क्या है निर्भय मिसाइल
निर्भय एक सबसोनिक मिसाइल है, जो 0.7 से 0.9 Mach की गति से उड़ान भरती है. Mach एक आयामहीन मात्रा (dimensionless quantity) है. इसका प्रयोग वैसे प्रवाह या वेग के संदर्भ में किया जाता है, जब ध्वनि का माप स्थानीय मानकों से परे होता है.

इस मिसाइल में सी-स्किमिंग की क्षमता भी है. दुर्गम इलाकों में भी इस मिसाइल को संचालित किया जा सकता है. यह मिसाइल दुश्मन के रडार को चकमा देने में भी सक्षम है. यह दो चरणों वाली मिसाइल है जिसमें पहला चरण ठोस ईंधन का उपयोग करता है और दूसरा तरल ईंधन का उपयोग करता है. यह 300 किलोग्राम वजन का एक कन्वेंशन वॉरहेड ले जाता है और 1500 किमी तक के लक्ष्य तक सटीक मार कर सकता है. मिसाइल जमीन से 50 मीटर से लेकर चार किलोमीटर की ऊंचाई के बीच उड़ान भरने में सक्षम है.

मिसाइल में गति को धीमा करने की क्षमता (loitering capability) भी है. इससे डिलीवरी प्लेटफॉर्म को उड़ान के बीच ही कलाबाजी (manoeuvre) करने का अवसर मिलता है. ऐसा करने से उड़ान के दौरान ही बदलाव करना और लक्ष्य को भेदना मुमकिन हो जाता है. इस मिसाइल को समुद्र, जमीन और मोबाइल लांचर से दागा जा सकता है.

मिसाइल को अब सेना को सौंपा जाएगा. सेना इसके वास्तविक प्रयोग से पहले तीन और परीक्षण करेगी. पूर्वी लद्दाख में कई बिंदुओं पर चीन के साथ गतिरोध के बीच निर्भय को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात किए जाने की उम्मीद है.

बालासोर : ओडिशा के बालासोर से आज सुबह डीआरडीओ द्वारा विकसित स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. इसकी खास बात यह है यह पूरी तरह से स्वदेशी है और इसमे स्वदेशी इंजन लगा है. आने वाले समय में इसके और टेस्ट किए जाएंगे.

डीआरडीओ ने आज सफलतापूर्वक स्वदेशी तकनीक वाली क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इस स्वदेशी तकनीक क्रूज मिसाइल को ओडिशा के बालासोर से टेस्ट किया गया है. सूत्रों के अनुसार मिसाइल तकरीबन 150 किलोमीटर की दूरी तक गई. इस टेस्ट में अपेक्षा के अनुसार नतीजे सामने आए हैं.

बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में आठ मिनट की उड़ान के बाद मिसाइल का परीक्षण रोक दिया गया था. हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार निर्भय मिसाइल के संबंध में एक अधिकारी ने बताया है कि एयरफोर्स और नेवी के लिए यूजर ट्रायल से पहले अगला टेस्ट फायरिंग मिशन मोड में किया जाएगा. पिछले साल निरस्त हुए परीक्षण के बाद स्वदेशी बूस्टर इंजन के साथ निर्भय मिसाइल का यह पहला सफल परीक्षण हुआ है.

DRDO ने सफलतापूर्वक किया स्वदेशी क्रूज मिसाइल का परीक्षण

रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर, 2020 में हुए असफल परीक्षण के बाद रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर से 1,000 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकने वाली निर्भय क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इस सब-सोनिक क्रूज मिसाइल को सुबह 9:55 बजे दागा गया. मिसाइल ने परीक्षण के दौरान 15 मिनट में 100 किमी की उड़ान भरी.

रिपोर्ट के मुताबिक डीआरडीओ के सूत्रों ने निर्भय मिसाइल की फायरिंग को आंशिक रूप से सफल बताया है. डीआरडीओ के अनुसार, स्वदेशी इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया, लेकिन डिलीवरी प्लेटफॉर्म अचानक नीचे आ गया. इसके कारणों का पता नहीं चल सका है.

निर्भय मिसाइल की परीक्षण के संबंध में एक अधिकारी ने कहा, हो सकता है कि कंट्रोलर में एक खराबी हो, लेकिन इंजन अच्छी तरह से काम कर रहा था. वायु सेना और नौसेना के लिए उपयोगकर्ता परीक्षण से पहले अगला परीक्षण फायरिंग मिशन मोड में किया जाएगा.

क्या है निर्भय मिसाइल
निर्भय एक सबसोनिक मिसाइल है, जो 0.7 से 0.9 Mach की गति से उड़ान भरती है. Mach एक आयामहीन मात्रा (dimensionless quantity) है. इसका प्रयोग वैसे प्रवाह या वेग के संदर्भ में किया जाता है, जब ध्वनि का माप स्थानीय मानकों से परे होता है.

इस मिसाइल में सी-स्किमिंग की क्षमता भी है. दुर्गम इलाकों में भी इस मिसाइल को संचालित किया जा सकता है. यह मिसाइल दुश्मन के रडार को चकमा देने में भी सक्षम है. यह दो चरणों वाली मिसाइल है जिसमें पहला चरण ठोस ईंधन का उपयोग करता है और दूसरा तरल ईंधन का उपयोग करता है. यह 300 किलोग्राम वजन का एक कन्वेंशन वॉरहेड ले जाता है और 1500 किमी तक के लक्ष्य तक सटीक मार कर सकता है. मिसाइल जमीन से 50 मीटर से लेकर चार किलोमीटर की ऊंचाई के बीच उड़ान भरने में सक्षम है.

मिसाइल में गति को धीमा करने की क्षमता (loitering capability) भी है. इससे डिलीवरी प्लेटफॉर्म को उड़ान के बीच ही कलाबाजी (manoeuvre) करने का अवसर मिलता है. ऐसा करने से उड़ान के दौरान ही बदलाव करना और लक्ष्य को भेदना मुमकिन हो जाता है. इस मिसाइल को समुद्र, जमीन और मोबाइल लांचर से दागा जा सकता है.

मिसाइल को अब सेना को सौंपा जाएगा. सेना इसके वास्तविक प्रयोग से पहले तीन और परीक्षण करेगी. पूर्वी लद्दाख में कई बिंदुओं पर चीन के साथ गतिरोध के बीच निर्भय को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात किए जाने की उम्मीद है.

Last Updated : Aug 12, 2021, 3:29 PM IST
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