भुवनेश्वर : ओडिशा के चांदीपुर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation-DRDO) से गोपनीय रक्षा रहस्यों को लीक के मामले में पुलिस ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इस व्यक्ति को मिलाकर अब गिरफ्तारी की संख्या पांच हो गई है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम सचिन कुमार छेता है.
जानकारी के मुताबिक, सचिन DRDO में स्थायी ड्राइवर के रूप में काम करता था. वह उत्तर प्रदेश का निवासी है. पुलिस ने सचिन को आज एसडीजेएम के समक्ष पेश किया, जहां उसकी जमानत की अर्जी खारिज कर दी गई और 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
दूसरी तरफ, इस मामले की गहराई से जांच के लिए बालेश्वर क्राइम ब्रांच टीम बुधवार को पहुंची थी. अगले कुछ दिनों में यहां जांच चलेगी तथा इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता का पता लगाया जाएगा. क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को रिमांड पर ले जाने की बात की पुष्टि नहीं की है. वहीं, गुरुवार को एनआईए की दो सदस्यीय टीम आगे की जांच के लिए पहुंच गई है.
गौरतलब है कि गत मंगलवार को ओडिशा पुलिस (Odisha Police) ने DRDO चांदीपुर के चार ठेका कर्मचारियों को विदेशी एजेंटों को गोपनीय रक्षा रहस्य लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस महानिरीक्षक (पूर्वी रेंज) हिमांशु लाल ने मीडियाकर्मियों को इसकी जानकारी दी थी.
पुलिस के मुताबिक, चांदीपुर थाना में मंगलवार को धारा 120-बी (आपराधिक साजिश के लिए सजा), 121-ए (भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश) और 34 (सामान्य इरादे से किया गया कृत्य) आईपीसी और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा 3, 4 और 5, के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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इसमें कहा गया है कि देश की सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता को गंभीर नुकसान पहुंचाने के मामला दर्ज किया और सबूतों का पता लगाने के लिए इन चार आरोपियों और कुछ अन्य से पूछताछ की जा रही है. चारों आरोपी चांदीपुर के झामपुराहाट और नुआनई के रहने वाले हैं.
इस मामले में, हमें विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ व्यक्ति गलत तरीके से और जानबूझकर गुप्त रक्षा रहस्यों को विदेशी एजेंटों से साझा कर रहे हैं, जो पाकिस्तानी एजेंट प्रतीत होते हैं, वे विभिन्न आईएसडी फोन नंबरों से संपर्क करते हैं, और बदले में उन्हें गलत तरीके से पैसे मिल रहे थे.इन सूचनाओं के आधार पर अपराधियों को पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमों का गठन किया गया था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है.
बता दें कि चांदीपुर के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) में दूसरी बार जासूसी का ऐसा मामला सामने आया है. जनवरी 2015 में डीआरडीओ के एक पूर्व कर्मचारी ईश्वर चंद्र बेहरा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन्हें इसी साल फरवरी में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी.