लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बाबा राघव दाव (BRD) मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले के मुख्य आरोपी डॉ. कफील खान को बर्खास्त कर दिया है. UPPSC ने डॉ. कफील को बर्खास्त किए जाने पर मुहर लगा दी थी. इसके बाद अब मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने भी बर्खास्तगी के आदेश दे दिए हैं.
बता दें, 2017 में गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 60 बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में डॉ. कफील खान को निलंबित कर दिया गया था. उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच एक कमेटी कर रही थी और अब चिकित्सा शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डॉ. कफील खान को बर्खास्त कर दिया है.
पढ़ें: न्याय के लिए आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा : डॉ कफील खान
4 साल पहले हुए थे निलंबित
इससे पहले हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डॉक्टर कफील खान को दूसरी बार निलंबित करने संबंधी आदेश पर रोक लगाई थी. डॉक्टर कफील को 31 जुलाई, 2019 को एक बार फिर इस आरोप पर निलंबित किया गया था कि उन्होंने बहराइच जिला अस्पताल में मरीजों का जबरदस्ती इलाज किया और सरकार की नीतियों की आलोचना की. यह दूसरी बार था जब डॉक्टर कफील को राज्य सरकार द्वारा निलंबित किया गया, जबकि गोरखपुर (Gorakhpur) के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अगस्त, 2017 की घटना के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था.
इस घटना में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से 60 बच्चों की मृत्यु हो गई थी. इस मामले में डॉ. कफील समेत 9 लोगों पर आरोप था. अपना निलंबन खत्म कराने को लेकर डॉ. कफील ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) से भी मदद मांगी थी.
यह भी पढ़े- बंटवारे के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिम्मेदार है, जिन्ना नहीं: ओम प्रकाश राजभर
इससे पहले अगस्त 2021 में राज्य सरकार ने 24 फरवरी 2020 को दिए दोबारा विभागीय जांच के आदेश को वापस ले लिया था. सरकार ने इस मामले में 15 अप्रैल 2019 को जांच अधिकारी की ओर से दायर जांच रिपोर्ट को ही सही मान लिया था. इस रिपोर्ट में डॉ. कफील खान को निर्दोष पाया गया था. रिपोर्ट में कहा गया था कि डॉ. कफील खान के खिलाफ भ्रष्टाचार या लापरवाही के सबूत नहीं मिले हैं.
यूपी सरकार के इस फैसले के बाद माना जा रहा था कि डॉ. कफील खान को जल्द ही बहाल किए जा सकते हैं. लेकिन अब सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया है.